सोमवार, 31 दिसंबर 2018

.    *सच्ची कहानी*
*विवाहयोग्य युवक युवती के परिवार वाले ध्यान से पढ़े*

एक 24 वर्षीय  लड़की के पिताजीको नजदीक के परिजन ने एक विवाहस्थल (एक रिस्ता बताया) के बारे में बात की।
लड़का शहर में नौकरी करता है। दिखने में सुस्वरूप है।
अच्छे संस्कारवाला है।
माँ बाप भी  सुस्थिती में है।
लड़के की उम्र 25 साल है, सब अनुरुप है।
लड़की के पिताजी : वो सब ठीक है पर लकड़े को पगार कितनी है?

मध्यस्थ :अच्छी है ३० हजार रुपये।
लड़की के पिताजी: हूँ !! शहरमें ३० हजार से क्या होता है।
मध्यस्थ : दुसरा एक लड़का है दिखने में ठीक है पर पगार अच्छा ५० हजार है सिर्फ उसकी उम्र थोड़ी ज्यादा है वह 28 साल का है।
लडके पिताजी : ५० हजार ? शहरमें 1BHK फ्लैट भी क्या वह खरीद सकता है क्या 50 हजार में? तो मेरी बेटी को कैसे खुश रख पायेगा वो।
मध्यस्थ : और एक स्थल है, लड़का दिखनेमे ठीक ठाक है सिर्फ थोड़ा मोटा है। थोडेसे बाल झड़ गए है.( दिमाग से काम कर कर के),पगार भी अच्छा १ लाख है, पर उम्र मात्र 30 साल है !!
देखो अगर आपको जचता होगा तो।
*लड़की के पिताजी : क्या चाटना है 1 लाख पगार को, मेरी कन्या को तो सुन्दर ही लड़का देखूंगा.*
*कोई अच्छा स्थल बताइये जी लड़का कम उम्र का हो,अच्छी पगार कमाता हो, घर का भी अच्छा होना चाहिए और दिखने मैं स्मार्ट हो.*

ऐसे ही बातो में 3/4 साल  निकल गए फिर वह मध्यस्थ को बुलाकर बात हुयी....

*मध्यस्थ : अब आपकी लड़की हेतु योग्य वर देखना मेरे बस की बात नही.*

*अब मेरे पास आपकी लड़की के अनुरूप 30/32 साल वाले लड़को के ही स्थल है, आप बोलो तो बताऊ.*

लड़की का बाप: कोई भी स्थल का सुझाव बताइये इस उम्र में कही हो जाये ये क्या काम बात है लड़की की उम्र भी तो 29/30 हो रही है!! अब मेरी लड़की ही अनुरूप नहीं रही तो मैं ज्यादा क्या अपेक्षा रखू.!!

*# नोट :*
ऐसी फालतू बातें करके लड़की और लड़को की जिंदगियो के साथ खिलवाड़ करके उन्हें बर्बाद मत कीजिये. आप अपने आस पास देखेंगे तो पायेंगे की बहुत से लोग शादी के बाद धनवान बने है क्यों की ज्योतिषीय आधार पर भी बहुत बार भाग्य शादी के बाद उदय होता हे तो बहुत बार शादी के बाद व्यक्ति का सब कुछ चला जाता है इसलिए पैसे को आधार नहीं बनाये,

शुरू में पगार कम रहा तो भी शादी के बाद लड़के लड़कियों में नयी उमंग आती है उनका संसार सुचारू रूप से व्यतीत होने के लिए दोनों मिलजुलकर मेहनत एवं विचार करके आर्थिक एवं सांसारिक अड़चनों पर मात करते है. उनके मातापिता भी साथ सपोर्ट करते है।लड़के लड़कियों को तकलीफ सहन करने के लिये कोई माँ-बाप हवापर छोड़ते है ऐसा नहीं है. इसका ध्यान लड़कियों के मातापिता को होना चाहिए।
लड़का लड़की समान चलने वाले युग मे आप भी थोड़ा लड़की एवं लड़के के पीछे खड़े रहिये।
पर कृपा करके लड़के-लड़कियों की शादी योग्य उम्र में करिये या होने दीजिए।
उनकी भी भावनाये एवं इच्छाओं का ध्यान रखिए।
उम्रभर पैसा तो आता जाता रहेगा पर तारुण्य और उम्र वापस नहीं आएगी.......

आपकी सोच पुरे समाज के कुटुंब व्यवस्था को बचा सकती है. जो की भविष्यमे खतरे में पड़नेकी संभावना अभी दिख रही है.

*देखिये सोच कर*....🙏🏻🙏🏻=========================
*कृपया विवाद न करे*
*ये एक सत्य विचार है व्यक्तिगत न ले*
*अगर योग्य लगे तो आचरण में लाने का प्रयास करे।*

गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

मयस्सर डोर से
फिर एक मोती झड़ रहा है ,
तारीखों के जीने से
दिसम्बर उतर रहा है |

कुछ चेहरे घटे , चंद यादें जुड़ीं
गए वक़्त में, 
उम्र का पंछी नित दूर और दूर
उड़ रहा है |...

गुनगुनी धूप और ठिठुरती रातें
जाड़ो की,
गुजरे लम्हों पर झीना-झीना
पर्दा गिर रहा है।
फिर एक दिसम्बर गुजर रहा है

मिट्टी का जिस्म
एक दिन मिट्टी में ही मिलेगा ,
मिट्टी का पुतला
किस बात पर अकड़ रहा है |

जायका लिया नहीं
और फिसल रही जिन्दगी ,
आसमां समेटता वक़्त
बादल बन उड़ रहा है |

...फिर दिसम्बर गुज़र रहा है।

रविवार, 23 दिसंबर 2018

😎"नेशनल हेराल्ड" केस क्या है आइए आसान शब्दों में समझाने की कोशिश करता हूँ,

★  नेहरू जी ने #नेशनल हेराल्ड नामक अखबार 1930 में शुरू किया।  धीरे-धीरे इस अखबार ने 5000/- करोड़ की संपत्ति अर्जित कर ली। सन् 2000 में यह अखबार घाटे में चला गया और इस पर 90 करोड़ का कर्जा  हो गया।

★  "नेशनल हेराल्ड" की तत्कालीन डायरेक्टर्स, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और मोतीलाल वोरा ने, इस अखबार को यंग इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी को बेचने का निर्णय लिया।

★  अब मज़े की बात सुनो, यंग इंडिया के डायरेक्टर्स थे, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी, ऑस्कर फेर्नाडीज़ और मोतीलाल वोरा।

★  डील यह थी कि यंग इंडिया,  #नेशनल हेराल्ड के 90 करोड़ के कर्ज़ को चुकाएगी और बदले में 5000 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति यंग इंडिया को मिलेगी।

★  इस डील को फाइनल करने के लिए मोती लाल वोरा ने "तत्काल" मोतीलाल वोरा से बात की, क्योंकि वह अकेले ही, दोनों ही कंपनियों के डायरेक्टर्स थे।

★  अब यहाँ एक और नया मोड़ आता है। 90 करोड़ का कर्ज़ चुकाने के लिए #यंग इंडिया ने कांग्रेस पार्टी से 90 करोड़ का लोन माँगा।

★  इसके लिये कांग्रेस पार्टी ने एक मीटिंग बुलाई जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और  कांग्रेस पार्टी के महासचिव शामिल हुए।

★  और यह वरिष्ठ लोग कौन थे.......?
      सोनिया, राहुल, ऑस्कर और मोतीलाल वोरा।

★  कांग्रेस पार्टी ने लोन देना स्वीकार कर लिया और इसको कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने पास भी कर दिया और #यंग इंडिया के डायरेक्टर मोतीलाल वोरा ने ले लिया और आगे #नेशनल हेराल्ड के डायरेक्टर मोतीलाल वोरा को दे दिया।

★ अभी कुछ और मज़ा बाकी था...

★  अब कांग्रेस पार्टी ने एक मीटिंग और बुलाई जिसमें सोनिया, राहुल, ऑस्कर और वोरा साहब सम्मलित हुए।

★  उन्होंने मिलकर यह तय किया कि #नेशनल हेराल्ड ने आज़ादी की लड़ाई में बहुत सेवा की है इसलिए उसके ऊपर 90 करोड़ के कर्ज़ को माफ़ कर दिया जाए और इस तरह 90 करोड़ का छोटा सा कर्ज माफ़ कर दिया गया।

★  और इस तरह से #यंग इंडिया जिसमें 36 प्रतिशत शेयर सोनिया और राहुल के हैं और शेष शेयर ऑस्कर और वोरा साहब के हैं, को, 5000 करोड़ की संपत्ति मिल गई...

★  जिसमें, एक 11 मंज़िल बिल्डिंग जो बहादुर शाह जफ़र मार्ग दिल्ली में और उस बिल्डिंग के कई हिस्सों को अब पासपोर्ट ऑफिस सहित कई ऑफिसेस को किराये पर दे दिया गया है।

      इसको कहते हैं #राख के ढेर से महल# खड़ा कर लेना।

★  अब आप ही बताईये, क्या इस तरह से जालसाजी करके देश को लूटने वालों को कुर्सी वापस देनी चाहिए।

★  राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी इसी #नेशनल हेराल्ड केस में #5000 करोड़ के घोटाले में जमानत पर हैं...

बुधवार, 5 दिसंबर 2018

Find your birthday and then find your tree. This is really cool and somewhat accurate. Felt it was quite spot on.

Jan 01 to Jan 11 - Fir Tree
Jan 12 to Jan 24 - Elm Tree
Jan 25 to Feb 03 - Cypress Tree
Feb 04 to Feb 08 - Poplar Tree
Feb 09 to Feb 18 - Cedar Tree
Feb 19 to Feb 28 - Pine Tree
Mar 01 to Mar 10 - Weeping Willow Tree
Mar 11 to Mar 20 - Lime Tree
Mar 21 (only) - Oak Tree
Mar 22 to Mar 31 - Hazelnut Tree
Apr 01 to Apr 10 - Rowan Tree
Apr 11 to Apr 20 - Maple Tree
Apr 21 to Apr 30 - Walnut Tree
May 01 to May 14 - Poplar Tree
May 15 to May 24 - Chestnut Tree
May 25 to Jun 03 - Ash Tree
Jun 04 to Jun 13 - Hornbeam Tree
Jun 14 to Jun 23 - Fig Tree
Jun 24 (only) - Birch Tree
Jun 25 to Jul 04 - Apple Tree
Jul 05 to Jul 14 - Fir Tree
Jul 15 to Jul 25 - Elm Tree
Jul 26 to Aug 04 - Cypress Tree
Aug 05 to Aug 13 - Poplar Tree
Aug 14 to Aug 23 - Cedar Tree
Aug 24 to Sep 02 - Pine Tree
Sep 03 to Sep 12 - Weeping Willow Tree
Sep 13 to Sep 22 - Lime Tree
Sep 23 (only) - Olive Tree
Sep 24 to Oct 03 - Hazelnut Tree
Oct 04 to Oct 13 - Rowan Tree
Oct 14 to Oct 23 - Maple Tree
Oct 24 to Nov 11 - Walnut Tree
Nov 12 to Nov 21 - Chestnut Tree
Nov 22 to Dec 01 - Ash Tree
Dec 02 to Dec 11 - Hornbeam Tree
Dec 12 to Dec 21 - Fig Tree
Dec 22 (only) - Beech Tree
Dec 23 to Jan 01 - Apple Tree

Trees (in alphabetical order)

*Apple Tree (Love)* -- quiet and shy at times, lots of charm, appeal, and attraction, pleasant attitude, flirtatious smile, adventurous, sensitive, loyal in love, wants to love and be loved, faithful and tender partner, very generous, many talents, loves children, needs affectionate partner.

*Ash Tree (Ambition)* -- extremely attractive, vivacious, impulsive, demanding, does not care for criticism, ambitious, intelligent, talented, likes to play with fate, can be very egotistic, reliable, restless lover, sometimes money rules over the heart, demands attention, needs love and much emotional support.

*Beech Tree (Creative)* -- has good taste, concerned about its looks, materialistic, good organization of life and career, economical, good leader, takes no unnecessary risks, reasonable, splendid lifetime companion, keen on keeping fit (diets, sports, etc.).

*Birch Tree (Inspiration)* -- vivacious, attractive, elegant,friendly, unpretentious, modest, does not like anything in excess, abhors the vulgar, loves life in nature and in calm, not very passionate, full of imagination, little ambition, creates a calm and content atmosphere.

*Cedar Tree (Confidence)* -- of rare strength, knows how to adapt, likes unexpected presents, of good health, not in the least shy, tends to look down on others, self-confident, a great speaker, determined, often impatient, likes to impress others, has many talents, industrious, healthy optimism, waits for the one true love, able to make quick decisions.

*Chestnut Tree (Honesty)* -- of unusual stature, impressive,
well-developed sense of justice, fun to be around, a planner, born diplomat, can be irritated easily, sensitive of others feelings, hard worker, sometimes acts superior, feels not understood at times, fiercely family oriented, very loyal in love, physically fit.

*Cypress Tree (Faithfulness)* -- strong, muscular, adaptable, takes what life has to give but doesn't necessarily like it, strives to be content, optimistic, wants to be financially independent, wants love and affection, hates loneliness, passionate lover which cannot be satisfied, faithful, quick-tempered at times, can be unruly and careless, loves to
gain knowledge, needs to be needed.

*Elm Tree (Noble-mindedness)* -- pleasant shape, tasteful clothes, modest demands, tends not to forgive mistakes, cheerful, likes to lead but not to obey, honest and faithful partner, likes making decisions for others, noble-minded, generous, good sense of humor, practical.

*Fig Tree (Sensibility)* -- very strong minded, a bit self-willed, honest, loyal, independent, hates contradiction or arguments, hard worker when wants to be, loves life and friends, enjoys children and animals, sexually oriented, great sense of humor, has artistic talent and great intelligence.

*Fir tree (Mysterious)* -- extraordinary taste, handles stress well, loves anything beautiful, stubborn, tends to care for those close to them, hard to trust others, yet a social butterfly, likes idleness and laziness after long demanding hours at work, rather modest, talented, unselfish, many friends, very reliable.

*Hazelnut Tree (Extraordinary)*-- charming, sense of humor, very demanding but can also be very understanding, knows how to make a lasting impression, active fighter for social causes and politics, popular, quite moody, sexually oriented, honest, a perfectionist, has a precise sense of judgment and expects complete fairness.

*Hornbeam Tree (Good Taste)* -- of cool beauty, cares for its looks and condition,  very good taste, is not egoistic, makes life as comfortable as possible, leads a reasonable and disciplined life, extraordinary partner and parent , looks for kindness and acknowledgment in an emotional partner,  can go to extreme lengths for persons whom they care ,unusual dreams ,   honest , pure minded  and very  conscientious.

*Lime Tree (Doubt)* - intelligent, hard working, accepts what life dishes out, but not before trying to change bad circumstances into good ones, hates fighting and stress, enjoys getaway vacations, may appear tough, but is actually soft and relenting, always willing to make sacrifices for family and friends, has many talents but not always enough time to
use them, great leadership qualities, is jealous at times but extremely loyal.

*Maple Tree (Independence of Mind)* -- no ordinary person, full of imagination and originality, shy and reserved, ambitious, proud, self-confident, hungers for new experiences, sometimes nervous, has many complexities, good memory, learns easily, complicated love life, wants to impress.

*Oak Tree (Brave)* -- robust nature, courageous, strong, unrelenting, independent, sensible, does not like change, keeps its feet on the ground, person of action.

*Olive Tree (Wisdom)* -- loves sun, warmth and kind feelings, reasonable, balanced, avoids aggression and violence, tolerant, cheerful, calm, well-developed sense of justice, sensitive, empathetic, free of jealousy, loves to read and the company of sophisticated people.

*Pine Tree (Peacemaker)*-- loves agreeable company, craves peace and harmony, loves to help others, active imagination, likes to write poetry, not fashionbvc conscious, great compassion, friendly to all, falls strongly in love but will leave if betrayed or lied to, emotionally soft, low self esteem, needs affection and reassurance.

*Poplar Tree (Uncertainty)* -- looks very decorative, talented, not very self-confident, extremely courageous if necessary, needs goodwill and pleasant surroundings, very choosy, often lonely, great animosity, great artistic nature, good organizer, tends to lean toward philosophy, reliable in any situation, takes partnership seriously.

*Rowan Tree (Sensitivity)* -- full of charm, cheerful, gifted without egoism, likes to draw attention, loves life, motion, unrest, and even complications, is both dependent and independent, good taste, artistic, passionate, emotional, good company, does not forgive.

*Walnut Tree (Passion)*-- unrelenting, strange and full of contrasts, often egotistic, aggressive, noble, broad horizon, unexpected reactions, spontaneous, unlimited ambition, no flexibility, difficult and uncommon partner, not always liked but often admired, ingenious strategist, very jealous and passionate, no compromise.

*Weeping Willow (Melancholy)* - likes to be stress free, loves family life, full of hopes and dreams, attractive, very empathetic, loves anything beautiful, musically inclined, loves to travel to exotic places, restless, capricious, honest, can be influenced but is not easy to live with when pressured, sometimes demanding.

रविवार, 2 दिसंबर 2018

आज का ज्ञान

           ~  स्त्री के बगैर  ~
     पुरुष की जिंदगी 👉 बेकार है.
उसे हमेशा एक स्त्री का साथ चाहिए.
   फिर वो चाहे मन्दिर हो या संसार.

मंदिर में कृष्ण के साथ --> *राधा*
               राम के साथ --> *सीता*
            शंकर के साथ --> *पार्वती*

       सुबह से रात तक मनुष्य को
            अपने हर काम में
              *एक स्त्री की*
          आवश्यकता होती ही है.

       पढ़ते समय --> *विद्या*
                फिर --> *लक्ष्मी*
       और अंत में -->  *शाँति*
दिन की शुरुआत --> *ऊषा* के साथ,
दिन की समाप्ति --> *संध्या* से होती है.
   किन्तु काम तो --> *अन्नपूर्णा* के
                           लिये ही करना है.

    रात यानी --> *निशा* के समय भी
                         *निंदिया रानी*
     सोने के बाद --> *सपना*

मंत्रोच्चार के लिये --> *गायत्री*
          ग्रंथ पढ़ें तो --> *गीता*

  👇 मंदिर में भगवान के सामने 👇
          *वंदना, पूजा, अर्चना*
            *आरती, आराधना*
                और ये सब भी ...
   केवल --> *श्रद्धा* के साथ.

       अंधेरा हो तो  --> *ज्योति*

       अकेलापन लग रहा हो तो -->
         *प्रेमवती* एवं  *स्नेहा*

          लड़ाई लड़ने जायें तो -->
         *जया* और *विजया*

      बुढ़ापे में --> *करुणा* वो भी
                  --> *ममता* के साथ.

    गुस्सा आ जाए, तब --> *क्षमा*

   इसीलिए तो धन्य है --> स्त्री जाति
    जिसके  बगैर ~ पुरुष अधूरा है.

      मुझे *आशा* है, कि आप
  मेरी *भावना* को समझ चुके होंगे.

Today is *COUPLE'S DAY*

Always Respect, Care n Love this *Relationship*.
This is a *Beautiful Gift* Given By *God*

          *पति-पत्नी*

एक बनाया गया *रिश्ता*...

पहले कभी एक दूसरे को *देखा* भी नहीं था...
अब सारी *जिंदगी* एक दूसरे के साथ |                       पहले *अपरिचित*, फिर धीरे धीरे होता *परिचय* |
धीरे-धीरे होने वाला *स्पर्श*,
फिर *नोकझोंक*....*झगड़े*...बोलचाल *बंद* |
कभी *जिद*, कभी *अहम का भाव*..........

फिर धीरे धीरे बनती जाती *प्रेम पुष्पों* की *माला*
फिर *एकजीवता*, *तृप्तता* |

वैवाहिक जीवन को *परिपक्व* होने में *समय* लगता है |
धीरे धीरे जीवन में *स्वाद और मिठास* आती है...
ठीक वैसे ही जैसे *अचार* जैसे जैसे *पुराना* होता जाता है, उसका *स्वाद* बढ़ता जाता है.......

*पति पत्नी* एक दूसरे को अच्छी प्रकार *जानने समझने* लगते हैं,
*वृक्ष* बढ़ता जाता है,*
*बेलें फूटती* जातीं हैं,
*फूल*आते हैं, *फल* आते हैं,
रिश्ता और *मजबूत* होता जाता है, धीरे-धीरे बिना एक दूसरे के *अच्छा* ही नहीं लगता |

*उम्र* बढ़ती  जाती है, दोनों एक दूसरे पर अधिक *आश्रित* होते जाते हैं, एक दूसरे के बगैर *खालीपन* महसूस होने लगता है |

फिर धीरे-धीरे मन में एक *भय का निर्माण* होने लगता है,

              "ये चली गईं तो मैं कैसे जिऊँगा"........??
               "ये चले गए तो मैं कैसे जीऊँगी"..........??

अपने मन में *घुमड़ते इन सवालों* के बीच जैसे, खुद का *स्वतंत्र अस्तित्व* दोनों भूल जाते हैं |

कैसा अनोखा *रिश्ता*...
कौन कहाँ का और एक बनाया गया रिश्ता |

               *"पति-पत्नी"*

       "Happy Couples Day"  सभी शादीशुदा जोड़ो को समर्पित

*विवाह एक भरोसा है,*
                            *समर्पण है |*
*तारीफ उस स्त्री की*
             *जिसने खुद का घर* *छोड़ दिया*
      और*
*धन्य है वो पुरुष,*
            जिसने अंजान स्त्री को
              घर सौंप दिया ..........* *Dedicated to all Couples*

बुधवार, 28 नवंबर 2018

Network Marketing धैर्य का Business है।

         नेटवर्क इंडस्ट्री (Direct Selling) के बारे में जितना जान लें उतना कम हैं
क्योंकि  यह इंडस्ट्री ढेरों और बड़ी  सफलताओं का एक सच्चा रास्ता है...
इसकी ताकत एक आम  इंसान की सोच से परे है...
इसका रिज़ल्ट उम्मीदों से कंही ज्यादा आता
है...
लेकिन कुछ दोस्त अक्सर जल्दी के चक्कर में हताश Depression का शिकार हो जाते है  जबकि ये केवल व्यापार ही नहीं बल्कि अनगिनत आदर्शों का मिलन है।
जैसे :-
1. खुद का बिज़नेस
2. शोहरत का माध्यम
3. मान सम्मान
4. जरूरतमंदों का सहारा
5. नौकरशाही से छुटकारा
6. दूसरों की सहायता
7. बड़ी इनकम का ज़रिया
8. दूसरों को अवसर देने की लगातार प्रक्रिया
9. भविष्य की योजना
10. सही सपनों का चुनाव।

सबसे पहली बात यह है कि यह बिज़नेस एक लंबे समय की प्लानिंग है...
मैं आप सभी दोस्तों को यह सलाह देना चाहता हूँ कि
आप इसे भूलकर भी शॉर्ट टाइम  के लिये न चुनें...??
क्योंकि
अक्सर लोग जल्दी रिज़ल्ट के चक्कर में इस इंडस्ट्री में कदम रखते है और उन्हे कोई फायदा नहीं होता...
क्योंकि  अगर बुनियादी सोच ही गलत होगी ....तो
उस पर खड़ी होने वाली इमारत भी कमज़ोर ही होगी...
जब एक नेटवर्कर यही सोचकर इस Network Marketing मे उतरता है की बस जल्दी से लखपति और करोड़पति बनना है ....तो
यही सोच एक खतरनाक
सोच बन जाती है और उस पर कुछ नहीं टिक सकता..
उदाहरण के लिए  - अगर एक नेटवर्कर किसी कंपनी में ज्वाईन (Join) होने के बाद केवल चार - छ: महीनों में रिज़ल्ट
न मिलने पर दूसरी कंपनी ज्वाईन कर लेता है ….
तो क्या गारंटी है की वो दूसरी कंपनी में टिक
पायेगा....?
और वो तीसरी कंपनी के बारे में सोचेगा...
फिर वह चौथी कंपनी के बारे में जानकारी
लेगा... और उसे भी ज्वाईन कर लेगा...
इस तरह से वह केवल एक से दो साल के अंदर-अंदर कई सारी कम्पनियों में जुड़कर आखिर हताश हो
जायेगा....
और अपनी फेस वॅल्यू (Face Value) खो देगा...
दुनिया में हर चीज़ के साथ एक नियम है ओर इस बिजनेस मे सफलता का भी एक नियम है कि
जब तक नेटवर्कर  Education System नेटवर्किंग के नियमों को जान नहीं पाता..
तब तक उसके साथ कई दुविधाएँ हो सकती हैं...
यह तो हम सभी जानते है कि सिर्फ एक बार बारिश
होने से नदी में पानी नहीं भरता न ही बाढ़ आती है ?
धावक एक छलांग लगा देने से कई किलोमीटर की दूरी नहीं पार कर सकता है....
तो फिर नेटवर्किंग में यह कैसे संभव हो सकता है ....?
Network Marketing कोई जादू नहीं है ...जंहा आपने कहा ...
आबरा का डाबरा ..गिली गिली ..छू.....और
आप लखपति और करोड़पति बन जायेंगे...
अक्सर लोग यही कहते है की ज्वाइन करो ये company आपको करोड़पति बना देगी । नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नस में करोड़पति तो क्या अरबपति बी बना जा सकता है और लोग बने भी है पर एक अच्छी कंपनी में बेहतरीन काम कर के नाकि घर बैठे बैठे  रातो रात इन लुभावनी बातो में न आवे।  

धनयवाद ।... ग्राहक जाग्रति अभियान

*Positive attitude*
एक घर के पास काफी दिन से एक बड़ी इमारत का काम चल रहा था।
वहां रोज मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चे एक दूसरे की शर्ट पकडकर रेल-रेल का खेल खेलते थे।

*रोज कोई बच्चा इंजिन बनता और बाकी बच्चे डिब्बे बनते थे...*

*इंजिन और डिब्बे वाले बच्चे रोज बदल  जाते,*
पर...

केवल चङ्ङी पहना एक छोटा बच्चा हाथ में रखा कपड़ा घुमाते हुए रोज गार्ड बनता था।

*एक दिन मैंने देखा कि* ...

उन बच्चों को खेलते हुए रोज़ देखने वाले एक व्यक्ति ने कौतुहल से गार्ड बनने वाले बच्चे को पास बुलाकर पूछा....

*"बच्चे, तुम रोज़ गार्ड बनते हो। तुम्हें कभी इंजिन, कभी डिब्बा बनने की इच्छा नहीं होती?"*

इस पर वो बच्चा बोला...
*"बाबूजी, मेरे पास पहनने के लिए कोई शर्ट नहीं है। तो मेरे पीछे वाले बच्चे मुझे कैसे पकड़ेंगे... और मेरे पीछे कौन खड़ा रहेगा....?*
*इसीलिए मैं रोज गार्ड बनकर ही खेल में हिस्सा लेता हूँ।*

*"ये बोलते समय मुझे उसकी आँखों में पानी दिखाई दिया।*

*आज वो बच्चा मुझे जीवन का एक बड़ा पाठ पढ़ा गया...*

*अपना जीवन कभी भी परिपूर्ण नहीं होता। उसमें कोई न कोई कमी जरुर रहेगी....*

वो बच्चा माँ-बाप से ग़ुस्सा होकर रोते हुए बैठ सकता था। परन्तु ऐसा न करते हुए उसने परिस्थितियों का समाधान ढूंढा।

*हम कितना रोते हैं?*
कभी अपने *साँवले रंग* के लिए, कभी *छोटे क़द* के लिए,
कभी पड़ौसी की *बडी कार,*
कभी पड़ोसन के *गले का हार,* कभी अपने *कम मार्क्स,*
कभी *अंग्रेज़ी,*
कभी *पर्सनालिटी,*
कभी *नौकरी की मार* तो
कभी *धंदे में मार*...
हमें इससे बाहर आना पड़ता है....
*ये जीवन है... इसे ऐसे ही जीना पड़ता है।*
*चील की ऊँची उड़ान देखकर चिड़िया कभी डिप्रेशन में नहीं आती,*
*वो अपने आस्तित्व में मस्त रहती है,*
*मगर इंसान, इंसान की ऊँची उड़ान देखकर बहुत जल्दी चिंता में आ जाते हैं।*
*तुलना से बचें और खुश रहें ।*
*ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़..!!!*
*मेरी अपनी हैं मंजिलें, मेरी अपनी दौड़..!!!*
           
            स्नेह वंदन  
 
*"परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनती,*
*समस्या इस लिए बनती है, क्योंकि हमें उन परिस्थितियों  से लड़ना नहीं आता।"*
                ¸.•*""*•.¸
                    🌹
     *सदा मुस्कुराते रहिए*
         *Be positive*😊😊

रविवार, 25 नवंबर 2018

कभी तानों में कटेगी,
कभी तारीफों में;
ये जिंदगी है यारों,
पल पल घटेगी !
पाने को कुछ नहीं,
ले जाने को कुछ नहीं;
फिर भी क्यों चिंता करते हो !
इससे सिर्फ खूबसूरती घटेगी,
ये जिंदगी है यारों पल पल घटेगी !!

बार बार रफू करता रहता हूँ,
...जिन्दगी की जेब !!
कम्बखत फिर भी, निकल जाते हैं...,
खुशियों के कुछ लम्हें !!

ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही...
ख़्वाहिशों का है !!
ना तो किसी को गम चाहिए,
ना ही किसी को कम चाहिए !!

खटखटाते रहिए दरवाजा...,
एक दूसरे के मन का;
मुलाकातें ना सही,
आहटें आती रहनी चाहिए !!

उड़ जाएंगे एक दिन ...,
तस्वीर से रंगों की तरह!
हम वक्त की टहनी पर...,
बेठे हैं परिंदों की तरह !!

बोली बता देती है,इंसान कैसा है!
बहस बता देती है, ज्ञान कैसा है!
घमण्ड बता देता है, कितना पैसा है !
संस्कार बता देते है, परिवार कैसा है !!

ना राज़* है... "ज़िन्दगी",
ना नाराज़ है... "ज़िन्दगी";
बस जो है, वो आज है, ज़िन्दगी!

मिलने को तो हर शख्स,
हमसे बड़ा एहतराम से मिला,
पर जो भी मिला...,
किसी ना किसी काम से मिला !!

जीवन की किताबों पर,
बेशक नया कवर चढ़ाइये;
पर...बिखरे पन्नों को,
पहले प्यार से चिपकाइये !!!

शनिवार, 17 नवंबर 2018

V

*Krill oil*  with meal 2 capsules for two month n then 1 capsule per day for maintenance.

*Flaxseed* 1 capsule twice daily after meal.

*L-Arginine* 1sachet with one glass of water empty stomach.

*CoQ10* 1capsule twice daily after meal.

*Calcium* 2-4 capsules per day after meal.

*Glucosamine* 1capsule thrice daily after meal.

*Spirulina* 1-2 capsule after/before meal.

*Noni* 1-2 capsules before meal.

*Alovera* 1-2 capsule daily after meal.

*Amla* 1-2 capsule daily after meal.

*Colostrum* 1-2 capsules daily after meal.

*Ganoderma* 1-2 Capsule per day before after meal.

*Fibre* 1 tablespoon with glass of water before meal.

*Hoodia plus* 1capsule before meal.

*Protein* one tablespoon.

*Neem* 1-2 capsule before after meal.

*Stevia* replace it with sugar.

*Glucohealth* 2capsules thrice daily before meal.

*Procard* 1-2 capsules twice daily after meal.

*Toxclean* 1capsule thrice daily after meal.

*Vital complex* 1 Capsule twice daily before meals.

*Liverhealth* 1capsule thrice daily after meal.

*Kidneyhealth* 1capsule thrice daily after meal.

*Respocare* 1capsule thrice daily after meal.

शुक्रवार, 9 नवंबर 2018

*कृपया जीवन की*
*अति महत्वपूर्ण बातें*जरूर पड़े*

🌸1. घर में सेवा पूजा करने वाले जन भगवान के एक से अधिक स्वरूप की सेवा पूजा कर सकते हैं ।

🌸2. घर में दो शिवलिंग की पूजा ना करें तथा पूजा स्थान पर तीन गणेश जी नहीं रखें।

🌸3. शालिग्राम जी की बटिया जितनी छोटी हो उतनी ज्यादा फलदायक है।

🌸4. कुशा पवित्री के अभाव में स्वर्ण की अंगूठी धारण करके भी देव कार्य सम्पन्न किया जा सकता है।

🌸5. मंगल कार्यो में कुमकुम काo तिलक प्रशस्त माना जाता हैं।

🌸6.  पूजा में टूटे हुए अक्षत के टूकड़े नहीं चढ़ाना चाहिए।

🌸7. पानी, दूध, दही, घी आदि में अंगुली नही डालना चाहिए। इन्हें लोटा, चम्मच आदि से लेना चाहिए क्योंकि नख स्पर्श से वस्तु अपवित्र हो जाती है अतः यह वस्तुएँ देव पूजा के योग्य नहीं रहती हैं।

🌸8. तांबे के बरतन में दूध, दही या पंचामृत आदि नहीं डालना चाहिए क्योंकि वह मदिरा समान हो जाते हैं।

🌸9. आचमन तीन बार करने का विधान हैं। इससे त्रिदेव ब्रह्मा-विष्णु-महेश प्रसन्न होते हैं।

🌸10.  दाहिने कान का स्पर्श करने पर भी आचमन के तुल्य माना जाता है।

🌸11. कुशा के अग्रभाग से दवताओं पर जल नहीं छिड़के।

🌸12. देवताओं को अंगूठे से नहीं मले।

🌸13. चकले पर से चंदन कभी नहीं लगावें। उसे छोटी कटोरी या बांयी हथेली पर रखकर लगावें।

🌸15. पुष्पों को बाल्टी, लोटा, जल में डालकर फिर निकालकर नहीं चढ़ाना चाहिए।

🌸16. श्री भगवान के चरणों की चार बार, नाभि की दो बार, मुख की एक बार या तीन बार आरती उतारकर समस्त अंगों की सात बार आरती उतारें।

🌸17. श्री भगवान की आरती समयानुसार जो घंटा, नगारा, झांझर, थाली, घड़ावल, शंख इत्यादि बजते हैं उनकी ध्वनि से आसपास के वायुमण्डल के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। नाद ब्रह्मा होता हैं। नाद के समय एक स्वर से जो प्रतिध्वनि होती हैं उसमे असीम शक्ति होती हैं।

🌸18. लोहे के पात्र से श्री भगवान को नैवेद्य अपर्ण नहीं करें।

🌸19. हवन में अग्नि प्रज्वलित होने पर ही आहुति दें।

🌸20. समिधा अंगुठे से अधिक मोटी नहीं होनी चाहिए तथा दस अंगुल लम्बी होनी चाहिए।

🌸21. छाल रहित या कीड़े लगी हुई समिधा यज्ञ-कार्य में वर्जित हैं।

🌸22.  पंखे आदि से कभी हवन की अग्नि प्रज्वलित नहीं करें।

🌸23. मेरूहीन माला या मेरू का लंघन करके माला नहीं जपनी चाहिए।

🌸24.  माला, रूद्राक्ष, तुलसी एवं चंदन की उत्तम मानी गई हैं।

🌸25. माला को अनामिका (तीसरी अंगुली) पर रखकर मध्यमा (दूसरी अंगुली) से चलाना चाहिए।

🌸26.जप करते समय सिर पर हाथ या वस्त्र नहीं रखें।

🌸27. तिलक कराते समय सिर पर हाथ या वस्त्र रखना चाहिए।

🌸28. माला का पूजन करके ही जप करना चाहिए।

🌸29. ब्राह्मण को या द्विजाती को स्नान करके तिलक अवश्य लगाना चाहिए।

🌸30. जप करते हुए जल में स्थित व्यक्ति, दौड़ते हुए, शमशान से लौटते हुए व्यक्ति को नमस्कार करना वर्जित हैं।

🌸31.  बिना नमस्कार किए आशीर्वाद देना वर्जित हैं।

🌸32.  एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए।

🌸33.  सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए।

🌸34. बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें।

🌸35. जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए। इसे उपांशु जप कहते हैं। इसका फल सौगुणा फलदायक होता हैं।

🌸36. जप करते समय दाहिने हाथ को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए।

🌸37. जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए।

🌸38. संक्रान्ति, द्वादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं।

🌸39. दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए।

🌸40. यज्ञ, श्राद्ध आदि में काले तिल का प्रयोग करना चाहिए, सफेद तिल का नहीं।

🌸41. शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए। पीपल की सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करना श्रेष्ठ है, किन्तु रविवार को परिक्रमा नहीं करनी चाहिए।

🌸42. कूमड़ा-मतीरा-नारियल आदि को स्त्रियां नहीं तोड़े या चाकू आदि से नहीं काटें। यह उत्तम नही माना गया हैं।

🌸43. भोजन प्रसाद को लाघंना नहीं चाहिए।

🌸44.  देव प्रतिमा देखकर अवश्य प्रणाम करें।

🌸45. किसी को भी कोई वस्तु या दान-दक्षिणा दाहिने हाथ से देना चाहिए।

🌸46. एकादशी, अमावस्या, कृृष्ण चतुर्दशी, पूर्णिमा व्रत तथा श्राद्ध के दिन क्षौर-कर्म (दाढ़ी) नहीं बनाना चाहिए ।

🌸47. बिना यज्ञोपवित या शिखा बंधन के जो भी कार्य, कर्म किया जाता है, वह निष्फल हो जाता हैं।

🌸48. यदि शिखा नहीं हो तो स्थान को स्पर्श कर लेना चाहिए।

🌸49. शिवजी की जलहारी उत्तराभिमुख रखें ।

🌸50. शंकर जी को बिल्वपत्र, विष्णु जी को तुलसी, गणेश जी को दूर्वा, लक्ष्मी जी को कमल प्रिय हैं।

🌸51. शंकर जी को शिवरात्रि के सिवाय कुंुकुम नहीं चढ़ती।

🌸52. शिवजी को कुंद, विष्णु जी को धतूरा, देवी जी  को आक तथा मदार और सूर्य भगवानको तगर के फूल नहीं चढ़ावे।

🌸53 .अक्षत देवताओं को तीन बार तथा पितरों को एक बार धोकर चढ़ावंे।

🌸54. नये बिल्व पत्र नहीं मिले तो चढ़ाये हुए बिल्व पत्र धोकर फिर चढ़ाए जा सकते हैं।

🌸55. विष्णु भगवान को चांवल, गणेश जी  को तुलसी, दुर्गा जी और सूर्य नारायण  को बिल्व पत्र नहीं चढ़ावें।

🌸56. पत्र-पुष्प-फल का मुख नीचे करके नहीं चढ़ावें, जैसे उत्पन्न होते हों वैसे ही चढ़ावें।

🌸57.  किंतु बिल्वपत्र उलटा करके डंडी तोड़कर शंकर पर चढ़ावें।

🌸58. पान की डंडी का अग्रभाग तोड़कर चढ़ावें।

🌸59. सड़ा हुआ पान या पुष्प नहीं चढ़ावे।

🌸60. गणेश को तुलसी भाद्र शुक्ल चतुर्थी को चढ़ती हैं।

🌸61. पांच रात्रि तक कमल का फूल बासी नहीं होता है।

🌸62. दस रात्रि तक तुलसी पत्र बासी नहीं होते हैं।

🌸63. सभी धार्मिक कार्यो में पत्नी को दाहिने भाग में बिठाकर धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न करनी चाहिए।

🌸64. पूजन करनेवाला ललाट पर तिलक लगाकर ही पूजा करें।

🌸65. पूर्वाभिमुख बैठकर अपने बांयी ओर घंटा, धूप तथा दाहिनी ओर शंख, जलपात्र एवं पूजन सामग्री रखें।

🌸66.  घी का दीपक अपने बांयी ओर तथा देवता को दाहिने ओर रखें एवं चांवल पर दीपक रखकर प्रज्वलित करें।
🌿🌸आप सभी के श्री चरणों में प्रार्थना है अगर हो सके तो और लोगों को भी  आप इन महत्वपूर्ण बातों से अवगत करा सकते है