शुक्रवार, 30 जून 2017

प्रकृति का तिसरा नियम आपको जीवन से जो कुछ भी मिलें उसे पचाना सीखो क्योंकि भोजन न पचने पर रोग बढते है। पैसा न पचने पर दिखावा बढता है बात न पचने पर चुगली बढती है । प्रशंसा न पचने पर अंहकार बढता है। निंदा न पचने पर दुश्मनी बढती है । राज न पचने पर खतरा बढता है । दुःख न पचने पर निराशा बढती है । और सुख न पचने पर पाप बढता है । बात कडुवी बहुत है पर सत्य है

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