सोमवार, 6 अगस्त 2018

*सावन सोमवार: ये है व्रत और पूजन विधि*

सावन के महीने में तीन प्रकार के व्रत सावन सोमवार व्रत, सोलह सोमवार व्रत तथा प्रदोष व्रत रखते हैं। श्रावण महीने में सोमवार को जो व्रत रखा जाता है, उसे सावन का सोमवार व्रत कहते हैं, वहीं सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार तक व्रत रखने को सोलह सोमवार व्रत कहते हैं और प्रदोष व्रत भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष के दिन किया जाता है।

*व्रत और पूजन विधि*

सुबह-सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ कपड़े पहनें।
पूजा स्थान की सफाई करें।

आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें।

भोलेनाथ के सामने आंख बंद कर शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें।

दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की अर्चना जरूर करें।

भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीया प्रज्ज्वलित करें और फल-फूल अर्पित करें।

ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए भगवान शंकर को सुपारी, पंच अमृत, नारियल व बेल की पत्तियां चढ़ाएं।

सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ करें और दूसरों को भी व्रत कथा सुनाएं।

पूजा का प्रसाद वितरण करें और शाम को पूजा कर व्रत खोलें।

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