शुक्रवार, 29 जुलाई 2016

भगवान शंकर भक्तों की प्रार्थना से बहुत जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं. इसी कारण उन्हें 'आशुतोष' भी कहा जाता है. वैसे तो धर्मग्रंथों में भोलेनाथ की कई स्तुतियां हैं, पर श्रीरामचरितमानस का 'रुद्राष्टकम' अपने-आप में बेजोड़ है.'रुद्राष्टकम' केवल गाने के लिहाज से ही नहीं, बल्कि भाव के नजरिए से भी एकदम मधुर है. यही वजह है शिव के आराधक इसे याद रखते हैं और पूजा के समय सस्वर पाठ करते हैं.'रुद्राष्टकम' और इसका भावार्थ आगे दिया गया है...नमामीशमीशान निर्वाणरूपं । विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ॥निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं ।चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥1॥(हे मोक्षरूप, विभु, व्यापक ब्रह्म, वेदस्वरूप ईशानदिशा के ईश्वर और सबके स्वामी शिवजी, मैं आपको नमस्कार करता हूं. निज स्वरूप में स्थित, भेद रहित, इच्छा रहित, चेतन, आकाश रूप शिवजी मैं आपको नमस्कार करता हूं.)निराकारमोङ्कारमूलं तुरीयं ।गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् ।करालं महाकालकालं कृपालं । गुणागारसंसारपारं नतोऽहम् ॥2॥(निराकार, ओंकार के मूल, तुरीय (तीनों गुणों से अतीत) वाणी, ज्ञान और इन्द्रियों से परे, कैलाशपति, विकराल, महाकाल के भी काल, कृपालु, गुणों के धाम, संसार से परे परमेशवर को मैं नमस्कार करता हूं.)तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभीरं । मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् ॥स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा ।लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा ॥3॥(जो हिमाचल के समान गौरवर्ण तथा गंभीर हैं,जिनके शरीर में करोड़ों कामदेवों की ज्योति एवं शोभा है, जिनके सिर पर सुंदर नदी गंगाजी विराजमान हैं, जिनके ललाट पर द्वितीया का चन्द्रमा और गले में सर्प सुशोभित है...)चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं । प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ॥मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं । प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि ॥4॥(जिनके कानों में कुण्डल शोभा पा रहे हैं. सुन्दर भृकुटी और विशाल नेत्र हैं, जो प्रसन्न मुख,नीलकण्ठ और दयालु हैं. सिंह चर्म का वस्त्र धारण किए और मुण्डमाल पहने हैं, उन सबके प्यारे और सबके नाथ श्री शंकरजी को मैं भजता हूं.)प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं । अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशं ॥त्रय: शूलनिर्मूलनं शूलपाणिं । भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम् ॥5॥(प्रचंड, श्रेष्ठ तेजस्वी, परमेश्वर, अखण्ड, अजन्मा, करोडों सूर्य के समान प्रकाश वाले, तीनों प्रकार के शूलों को निर्मूल करने वाले, हाथ में त्रिशूल धारण किए, भाव के द्वारा प्राप्त होने वाले भवानी के पति श्री शंकरजी को मैं भजता हूं.)कलातीतकल्याण कल्पान्तकारी । सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ॥चिदानन्दसंदोह मोहापहारी । प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ॥6॥(कलाओं से परे, कल्याण स्वरूप, प्रलय करने वाले, सज्जनों को सदा आनंद देने वाले, त्रिपुरासुर के शत्रु, सच्चिदानन्दघन, मोह को हरने वाले, मन को मथ डालनेवाले हे प्रभो, प्रसन्न होइए, प्रसन्न होइए.)न यावद् उमानाथपादारविन्दं । भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं । प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं ॥7॥(जब तक मनुष्य श्रीपार्वतीजी के पति के चरणकमलों को नहीं भजते, तब तक उन्हें न तो इहलोक में, न ही परलोक में सुख-शान्ति मिलती है और अनके कष्टों का भी नाश नहीं होता है. अत: हे समस्त जीवों के हृदय में निवास करने वाले प्रभो, प्रसन्न होइए.)न जानामि योगं जपं नैव पूजां । नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भुतुभ्यम् ॥जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानं । प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो ॥8॥(मैं न तो योग जानता हूं, न जप और न पूजा ही. हे शम्भो, मैं तो सदा-सर्वदा आप को ही नमस्कार करता हूं. हे प्रभो! बुढ़ापा तथा जन्म के दु:ख समूहों से जलते हुए मुझ दुखी की दु:खों से रक्षा कीजिए. हे शम्भो, मैं आपको नमस्कार करता हूं.)रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये ॥।ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति ॥9॥(जो मनुष्य इस स्तोत्र को भक्तिपूर्वक पढ़ते हैं, उन पर शम्भु विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं.)
प्रभू का पत्रमेरे प्रिय...सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बातकरोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बातही नहीं की...एक मौका ऐसा भी आया जब तुमबिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...तुम्हारी कुछ सुनूं...तुम्हे कुछ सुनाऊँ।कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समयही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे औरअपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये हैकि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखतेभी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुममें आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।. ..तुम्हारा ईश्वर...👣
एक ब्राम्हण था, कृष्ण के मंदिर में बड़ी सेवा किया करता था। .उसकी पत्नी इस बात से हमेशा चिढ़ती थी कि हर बात में वह पहले भगवान को लाता। .भोजन हो, वस्त्र हो या हर चीज पहले भगवान को समर्पित करता।.एक दिन घर में लड्डू बने। .ब्राम्हण ने लड्डू लिएऔर भोग लगाने चल दिया। .पत्नी इससे नाराज हो गई, .कहने लगी कोई पत्थर की मूर्ति जिंदा होकर तो खाएगी नहीं जो हर चीज लेकर मंदिर की तरफ दौड़ पड़ते हो। .अबकी बार बिना खिलाए न लौटना, देखती हूं कैसे भगवानखाने आते हैं। .बस ब्राम्हण ने भी पत्नी के ताने सुनकर ठान ली कि बिना भगवान को खिलाए आज मंदिर से लौटना नहीं है। .मंदिर में जाकर धूनि लगा ली। .भगवान के सामने लड्डू रखकरविनती करने लगा। .एक घड़ी बीती। आधा दिन बीता, न तो भगवान आए न ब्राम्हण हटा।.आसपास देखने वालों की भीड़ लग गई। .सभी कौतुकवश देखने लगे कि आखिर होना क्या है।.मक्खियां भिनभिनाने लगी ब्राम्हण उन्हें उड़ाता रहा। .मीठे की गंध से चीटियां भी लाईन लगाकर चली आईं। .ब्राम्हण ने उन्हें भी हटाया, फिर मंदिर के बाहर खड़े आवारा कुत्ते भी ललचाकर आने लगे। .ब्राम्हण ने उनको भी खदेड़ा। .लड्डू पड़े देख मंदिर के बाहर बैठे भिखारी भी आए गए। परंतु किसी को नहीं दिया.दिन ढल गया, शाम हो गई। .न भगवान आए, न ब्राम्हण उठा। .शाम से रात हो गई।.लोगों ने सोचा ब्राम्हण देवता पागल हो गए हैं, .भगवान तो आने से रहे। .धीरे-धीरे सब घर चले गए। .ब्राम्हण को भी गुस्सा आ गया।.लड्डू उठाकर बाहर फेंक दिए। .भिखारी, कुत्ते,चीटी, मक्खी तो दिनभर से ही इस घड़ी काइंतजार कर रहे थे, सब टूट पड़े। .उदास ब्राम्हण भगवान को कोसता हुआ घर लौटने लगा। .इतने सालों की सेवा बेकार चली गई।कोई फल नहीं मिला। .ब्राम्हण पत्नी के ताने सुनकर सो गया।.रात को सपने में भगवान आए। .बोले-तेरे लड्डू खाए थे मैंने। .बहुत बढिय़ा थे, लेकिन अगर सुबह ही खिला देता तो ज्यादा अच्छा होता।.कितने रूप धरने पड़े तेरे लड्डू खाने के लिए।.मक्खी, चीटी, कुत्ता, भिखारी। .पर तुने हाथ नहीं धरने दिया। .दिनभर इंतजार करना पड़ा।.आखिर में लड्डू खाए लेकिन जमीन से उठाकर खाने में थोड़ी मिट्टी लग गई थी। .अगली बार लाए तो अच्छे से खिलाना। .भगवान चले गए।.ब्राम्हण की नींद खुल गई। .उसे एहसास हो गया। .भगवान तो आए थे खाने लेकिन मैं ही उन्हें पहचान नहीं पाया। .बस, ऐसे ही हम भी भगवानके संकेतों को समझ नहीं पाते हैं।.मुझमें राम ,तुझमें राम सबमें राम समाया,सबसे करलो प्रेम जगत में ,कोई नहीं पराया
vivah

गुरुवार, 28 जुलाई 2016

*वैचारिक आँकलन -*एक पुत्र अपने पिता के विषय में उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर क्या विचार रखता है....*4 वर्ष    :*  मेरे पापा महान है ।*6 वर्ष    :*  मेरे पापा सबकुछ जानते है, वे सबसे होशियार है।।     *10 वर्ष  :*  मेरे पापा अच्छे है, परन्तु गुस्से वाले है।*12 वर्ष  :*  मैं जब छोटा था, तब मेरे पापा मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे ।*16 वर्ष  :*  मेरे पापा वर्तमान समय के साथ नही चलते, सच पूछो तो उनको कुछ भी ज्ञान ही  नही है !*18 वर्ष  :*  मेरे पापा दिनों दिन चिड़चिड़े और अव्यवहारिक होते जा रहे है।*20 वर्ष  :*  ओहो... अब तो पापा के साथ रहना ही असहनीय हो गया है....मालुम नही मम्मी इनके साथ कैसे रह पाती है।*25 वर्ष  :*  मेरे पापा हर बात में मेरा विरोध करते है, कौन जाने, कब वो दुनिया को समझ सकेंगे।*30 वर्ष  :*  मेरे छोटे बेटे को सम्भालना मुश्किल होता जा रहा है... बचपन में मै अपने पापा से कितना डरता था ?*40 वर्ष  :*  मेरे पापा ने मुझे कितने अनुशासन से पाला था, आजकल के लड़को में कोई अनुशासन और शिष्टाचार ही नही है।*50 वर्ष  :*  मुझे आश्चर्य होता है, मेरे पापा ने कितनी मुश्किलें झेल कर हम भाई-बहनो को बड़ा किया, आजकल तो एक सन्तान को बड़ा करने में ही दम निकल जाता है।*55 वर्ष  :*  मेरे पापा कितनी दूरदृष्टि वाले थे, उन्होंने हम सभी भाई-बहनो के लिये कितना व्यवस्थित आयोजन किया था, आज वृद्धावस्था में भी वे संयमपुर्वक जीवन जी सकते है।*60 वर्ष  :*  मेरे पापा महान थे, वे जिन्दा रहे तब तक हम सभी का पूरा ख्याल रखा। सच तो यह है की..... पापा ( पिता ) को अच्छी तरह समझने में पुरे 60 साल लग गये ।*कृपया आप अपने पापा को समझने में इतने वर्ष मत लगाना, समय से चेत जाना, और पिता की महानता को बराबर समझ लेना......।*

बुधवार, 27 जुलाई 2016

बनिये को डुबोने वाली तीन-1-दारु , 2-दोगले , 3-दगाबनिये के लिये जरुरी तीन-1-सँस्कार , 2- महेनत , 3-भाइचारा ॥बनियो को प्रिय तीन-1-न्याय , 2-नमन , 3-आदरबनियो को अप्रिय तीन-1-अपमान,2- विश्वाशघात , 3-अनादर ॥बनियो को महान बनाने वाले तीन-1-शरणागतरक्षक, 2-दयालूता, 3-परोपकारबनियो के लिये अब जरुरी तीन-1-एकता , 2-सँस्कार ,3-धर्म पालन    बनिये अहीर सामाज की टीम ने 2 महीने की मेहनत कर भारत के समस्त राज्यों से बनियो की जनसँख्या जानने की कोशिश की हे जिसके अनुसार सूची तयार हुई हे। उम्मीद हे बनिये अपनी शक्ति पहचाने और एकजुट होकर कार्य करे :1) जम्मू कश्मीर : 2 लाख + 4 लाख विस्थापित2) पंजाब : 9 लाख बनिये3) हरयाणा : 14 लाख बनिये4) राजस्थान : 78 लाख बनिये5) गुजरात : 60 लाख बनिये6) महाराष्ट्र : 45 लाख बनिये7) गोवा : 5 लाख बनिये8) कर्णाटक : 45 लाख बनिये9) केरल : 12 लाख बनिये10) तमिलनाडु : 36 लाख बनिये11) आँध्रप्रदेश : 24 लाख बनिये12) छत्तीसगढ़ : 24 लाख बनिये13) उड़ीसा : 37 लाख बनिये14) झारखण्ड : 12 लाख बनिये15) बिहार : 90 लाख बनिये16) पश्चिम बंगाल : 18 लाख बनिये17) मध्य प्रदेश : 42 लाख बनिये18) उत्तर प्रदेश : 2 करोड़ बनिये19) उत्तराखंड : 20 लाख बनिये20) हिमाचल : 45 लाख बनिये21) सिक्किम : 1 लाख बनिये22) आसाम : 10 लाख बनिये23) मिजोरम : 1.5 लाख बनिये24) अरुणाचल : 1 लाख बनिये25) नागालैंड : 2 लाख बनिये26) मणिपुर : 7 लाख बनिये27) मेघालय : 9 लाख बनिये28) त्रिपुरा : 2 लाख बनिये सबसे ज्यादा बनियो  वाला राज्य: उत्तर प्रदेश सबसे कम बनियो  वाला राज्य : सिक्किम सबसे ज्यादा प्रतिशत वाला राज्य : उत्तराखंड में जनसँख्या के 20 % बनियेअत्यधिक साक्षर बनिये राज्य : केरल और हिमाचल सबसे ज्यादा अच्छी आर्थिक स्तिथि में बनिये  : उत्तर प्रर्देश सबसे ज्यादा बनिये  विधायक वाला राज्य : उत्तर प्रदेश--------------------कुछ बात तो है कि हस्ती मिटती नही हमारी । मिट गये हमे मिटाने वाले  इस संदेश को इतना फैलाओ कि हर बनिये के मोबाईल मे पहुँचे ....कुछ लडकिया कहती है की बनिये लड़के पसंद नहीं मैंने भी बोल दिया...!!!.शेरो के साथ शेरनिया अच्छी लगती है बंदरिया और बकरिया नही...!!!.हम बादशाहो के बादशाह है इसलिए गुलामो जैसी हरकते नहीं...!!!.नोटो पर फोटो हमारी भी हो सकती थी पर लोगो की जेब मे रहना हमारी फितरत नहीं..!!  बिकने वाले ओर भी हैं→जा कर खरीद ले...!!!.बनिये कीमत से नहीं,_किस्मत से मिला करते हैं...!!!  .किसी ने मुझसे पूछा कि बनियो  की जनसंख्या "भारत" में इतनी कम क्यों है ??... मैंने  उतर देते हुए कहा - यह प्रकृति का नियम हैयदि शेरों को बढा दिया जाए, तो दुसरी प्रजातियाँ खतरे मे पड़ जाएगी ...!!!
👌कमाल है ना!...👌आँखे तालाब नहीं, फिर भी, भरआती है!   दुश्मनी बीज नही, फिर भी, बोयी जाती है!   होठ कपड़ा नही, फिरभी, सिल जाते है!    किस्मत सखी नहीं, फिर भी, रुठ जाती है!   बुद्वि लोहा नही, फिर भी, जंग लग  जातीहै!    आत्मसम्मान शरीर नहीं, फिर भी, घायल हो जाता है! और,   इन्सान मौसम नही, फिर भी, बदल जाता है!.....
शिवलिंग की ऐसे पूजा करेंगे तो पाप के भागी बनेंगेधार्मिक परिदृश्य में सावन मास भगवान शिव को ही समर्पित रहता है। मान्यता है कि शिव आराधना से इस मास में विशेष फल प्राप्त होता है।  इस महीने में हमारे देश के 12 ज्योर्तिलिंगों की विशेष पूजा, अर्चना व अनुष्ठान की बड़ी प्राचीन व पौराणिक परंपरा रही है। रुद्राभिषेक के साथ-साथ महामृत्युंजय का पाठ  तथा काल सर्प दोष निवारण की विशेष पूजा का महत्वपूर्ण समय रहता है। यह वह मास है जब कहा जाता है - जो मांगोगे, वही मिलेगा।  भोले नाथ सब का भला करते हैं ।क्या आप जानते हैं भोलेनाथ की पूजा में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना अवश्यक है अन्यथा आप पुण्य की बजाय पाप के भागी बन जाएंगे-* भगवान शिव को तुलसी अर्पित न करें क्योंकि पुराणों में तुलसी को साक्षात लक्ष्मी माना गया है। देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं इसलिए भगवान विष्णु और उनके अवतारों के अतिरिक्त ये अन्य किसी देवी-देवता को नहीं चढ़ाई जाती।* घर में कभी भी दो शिवलिंग, दो गणेश स्वरूप, तीन दुर्गा मां की प्रतिमा एक साथ न रखें।  इससे घर में अभाग्य आता है।* शिव पूजन में बिल्वपत्र का प्रथम एवं विशेष स्थान है। शिवलिंग पर बेल पत्र अर्पित करते समय ध्यान रखें की वो कटे-फटे और कीड़ों के खाए न हों। शिवलिंग पर चढ़े बिल्व पत्र को पुन: भगवान शिव पर अर्पित किया जा सकता है लेकिन जल से धोकर अर्पण करना चाहिए।

मंगलवार, 26 जुलाई 2016

"युवा नेता" बनने की विधि. ..कुल लागत/इन्वेस्टमेंट : 15 से 20 लाख.आवश्यक सामग्री :- एक Scorpio दस-बारह लाख की।।सफ़ेद कलफ लगे कुर्ते-पजामे, सफ़ेद लिनेन के शर्ट पेंट ।।सोने की 2 चेन ।।सोने की अंगूठी-ब्रेसलेट ।।2 आई फोन ।।ब्रांडेड जूते-सेंडिल ।।ब्रांडेड कलाई घडी ।।1 चश्मा Ray ban का ।।क्लासिक का सिगरेट पैकेट ऑफर करने के लिए ।।रजनीगंधा का डिब्बा ।।4-6 जी हुजूरी करते चेले...कैसे बने :- अपने Scorpio के नंबर प्लेट में नंबर की जगहअपनी पार्टी के झंडे का चिन्ह बनवाये और अपने 4-6चेलो को अपनी Scorpio में सदैवबैठा कर रखे।।Scorpio में बैठ के मोबाइल कान में ही लगा के रखे..भले ही आप काले हो और ये वस्त्र आप पर जमे नहीं परअपनी देह को सफ़ेद कुर्ते-पजामे और सोनेके आभूषण से सुसज्जित करे..और किसी भी एक बड़ेनेता के इर्द गिर्द परिक्रमा प्रारम्भ करे..अपने नेता को प्रसन्न करने के लिए "मंच-माइक-माला" की यथासंभव ज्यादा से ज्यादा व्यवस्थायेकरे..नेता जी के आगे पीछे घूमते हुए उनकी "सेवा-पूजा"करते रहे, अपने नेता जी के साथ और उनके भी नेताजी के साथ फोटो खिंचवा कर घर एवं अपनेव्यापारिकप्रतिष्ठान में लगावे..हर छोटे बड़े कार्यक्रम, त्यौहार, जन्मदिन पर पूरे शहरमें फ्लेक्स लगवाये...मीडिया के लोगो से सेटिंग कर अपनी फ़ोटोअखबारो में छपाते रहे..समय समय पर अपने क्षेत्र मेंचतुर्थ श्रेणी के सरकारी अधिकारियों पर रौबझाड़ते रहे...* भले ही घर का आटा भी पिसवाने नहीं गए हो परलोगो से मिलकर उनके काम करे.* भले माता पिता की रत्ती भर सेवा और प्यार सेबात न की हो पर लोगो से हमेशा हाथ जोड़कर औरकोमलता से ही बात करे.* अपने छर्रे तमंचो के छोटे फ़ोटो भी साथ में फ्लेक्सपर लगवाते रहे और नास्ता पानी की व्यवस्था करातेरहेतभी वो आपके आसपास मंडराएंगे.* भले ही कितने पापी हो और बचपन से मंदिर नहींगए हो पर समय समय पर धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ औरभंडारों में अपनी उपस्थिति और भजन का आयोजनकराते रहे । ध्यान रखे इसमें भी होर्डिंग बाजी जरुरीहै.* भजन आयोजन में भले ही आवाज फटे बाँस जेसी होपर कभी कभी भजन भी गायें.* मोबाइल के साथ, कभी दाढ़ी में, काले चश्मे में,तिलक लगाकर हाथ जोड़े हुए फ़ोटो फ्लेक्स पर लगातेरहे ताकि जनता हर रूप में पहचानने लगे.*प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले और ध्यान रखे कीपेपर की फोटो और टीवी न्यूज़ में आप ज्यादादिखे.... इसके लिए थोडा ख़र्च भी करें ..ताकि आपमीडिया में दीखते रहें.*रैली में लोगो की गाडी में 100 रुपये का पेट्रोलभरा कर नाश्ता पानी करा के रैली में ज्यादा सेज्यादा लोगो को इक्ठ्ठा करने की जुगाड़ करे.* वादे ,झूट और आश्वासन देंना सीखे.लो जी अब तैयार हैं शहरका एक और युवा नेता...*** ये 15 से 20 लाख लागत नहीं इन्वेस्टमेंट है कोईपद मिलने पर इसका 1000 गुना रिटर्न पक्का है....एक बार सफलता मिलने पर नेतागिरी आपकीखानदानी जायदाद बन जाएगीजैसे …………………रिक्त स्थान की पूर्ति अपने स्तर पर क
एक रियल घटना पान की दुकान पर खडे एक 35 वर्षीय युवक से बातचीत के कुछ अंश........मैनें पूछा कुछ कमाते धमाते क्यों नहीं...?वह बोला :-- क्यो.?😳मैं बोला :-- शादी कर लो ...?वह बोला :-- हो गई ..😊मैं बोला :-- कैसे...??वह बोला :-- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से...😊मैं बोला :-- फिर बाल बच्चों के लिये कमाओ...?वह बोला :-- जननी सुरक्षा से डिलेवरी फ्री और साथ मे 1400 रू का चेक...😊मैने बोला :-- बच्चो की पढ़ाई लिखाई के लिये कमाओ..?वह बोला :-- उनके लिये पढ़ाई,यूनिफार्म,किताबें और भोजन सब सरकार की तरफ़ से फ्री...!साथ में  लड़का MBBS कर रहा है,BPL होने की वजह से उसे स्कोलरशिप भी मिलती हैं उस से हम ऐश करते हैं।मैने बोला :-- यार घर कैसे चलाते हो ?वह बोला :-- छोटी लड़की को अभी सरकार से साइकिल मिली हैं।लड़के को लैस टाप मिला है।मॉ-बाप को वृद्धावस्था पेन्शन मिलती है और 1 रूपये किलो गेहू और चावल भी तो मिलता हैं ।मैं झुझलाँ कर बोला यार माॅ-बाप को तीर्थयात्रा के लिये तो कमा ...??वह बोला-दो धाम करवा दिये हैं मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा से...!😊मुझे गुस्सा आया और मैंने बोला :--माॅ बाप के मरने के बाद जलाने के लिये तो  कमा..?वह बोला :-- 1 रू में विद्युत शवदाह गृह हैं..!😊मैंने कहा :-- अपने बच्चों की शादी के लिये तो कमा..?वह मुस्कुराया और बोला :--फिर वहीं आ गये... वैसे ही होगी जैसे मेरी हुई थी...!!😀यार एक बात बता ये इतने अच्छे कपड़े तू कैसे पहनता हैं ?वह बोला :-- राज की बात हैं..फिर भी मैं बता देता हूँ...😊"सरकारी जमीन पर कब्जा करो आवास योजना मे लोन लो और फिर मकान बेच कर फिर जमीन कब्जा कर पट्टा ले लो...!!"😜तुम जैसे लाखों लोग काम करके हमारे लिए टैक्स भर ही रहे हैं।फिर हम काम क्यों करें।😷😉😷😝😷😳😷😜😷यह मैसेज सभी Group में भेजिए सरकार को पता चले कि हमारी मेहनत की कमाई कैसे लुटा कर लोगों को सरकार मक्कार बना रही हैं।






ऊँ🌻शिवःऊँ🌻सदाशिवःऊँ🌻शंभुःऊँ🌻भोलेनाथःऊँ🌻शिवापियःऊँ🌻भूतपतिःऊँ🌻पशुपतिःऊँ🌻हरःऊँ🌻हरीःऊँ🌻पिनाकीःऊँ🌻कामारीःऊँ🌻भिमःऊँ🌻कालकालःऊँ🌻भगवानःऊँ🌻नीलकंठःऊँ🌻शितीकंठःऊँ🌻कैलासवासीःऊँ🌻गंगाघरःऊँ🌻जटाघरःऊँ🌻विरुपाकःऊँ🌻वीरभद़ःऊँ🌻शूलपाणीःऊँ🌻विषणुवलभःऊँ🌻विशवेशवरःऊँ🌻भवःऊँ🌻अजःऊँ🌻पालॅवतीपतीःऊँ🌻अनंतःऊँ🌻मूडःऊँ🌻सोमःऊँ🌻हविःऊँ🌻परमातमाःऊँ🌻वृषांगःऊँ🌻सवॅजःऊँ🌻सामप़ियःऊँ🌻वृषभारूढःऊँ🌻कठोरःऊँ🌻यजमयःऊँ🌻ललाटाकःऊँ🌻ऊग़ःऊँ🌻कृपानिघीःऊँ🌻तारकःऊँ🌻कवचिःऊँ🌻खंडपरशुःऊँ🌻खटवांगीःऊँ🌻जगदगुरूःऊँ🌻जगतवयापीःऊँ🌻गिरीशःऊँ🌻गणनाथःऊँ🌻महादेवःऊँ🌻प़जापतिःऊँ🌻गिरीप़ियःऊँ🌻भूजंगभूषणःऊँ🌻प़मथाघिपःऊँ🌻कुतिवासाःऊँ🌻पुरारातिःऊँ🌻रूद़ःऊँ🌻महासेनजनकःऊँ🌻चारुविक़मःऊँ🌻पाशविमोचनःऊँ🌻गिरीशःऊँ🌻परमेशवरःऊँ🌻देवःऊँ🌻वयोमकेशःऊँ🌻अवयवःऊँ🌻अनीशवरःऊँ🌻शशिशेखरःऊँ🌻अंबिकानाथःऊँ🌻अंघकारशूरसूदनःऊँ🌻अपवगँप़दःऊँ🌻मृगपाणीःऊँ🌻परशुहसतःऊँ🌻गिरीघनवाःऊँ🌻अनघःऊँ🌻सथानुःऊँ🌻शिपीविषटःऊँ🌻शंकरःऊँ🌻सोमसूयाँगिनलोचनःऊँ🌻दिगंमबरःऊँ🌻सहस़पादःऊँ🌻सहस़ाकःऊँ🌻भगनेत़भिदःऊँ🌻अॅमूतिँःऊँ🌻अवय़ग़ःऊँ🌻हिरणयरेताःऊँ🌻भकतवतसलःऊँ🌻अहिबुँघनयःऊँ🌻सवरमयीःऊँ🌻कपदिँःऊ🌻सूकमतनुःऊँ🌻दुघुॅषॅःऊँ🌻सातविकःऊँ🌻शासवतःऊँ🌻आशुतोषःऊँ🌻नटराजःऊँ🌻अनेकआतमाःऊँ🌻नागेशवरःऊँ🌻पंचवकत़ःऊँ🌻त़ियिमूतिँः🌹भगवान 🌻शिव🌻के🌺१००🌺नाम🌹 कमसे कम पांच लोगो को भेजदो भगवान शिव आपकी हर मनोकामना पूरी करेगे विलंब मत लगाना  🌺ऊँ नमःशिवाय🌺
Kargil Vijay Diwas 26th julyKargil Vijay Diwas, named after the success of Operation Vijay. On this day, 26 July 1999, India successfully took command of the high outposts which had been lost to Pakistani intruders. The Kargil war was fought for more than 60 days, ended on 26 July. and resulted in the loss of life on both sides, India and Pakistan. Pakistan retreated after international diplomatic pressure[1]Kargil Vijay Diwas is celebrated on 26 July every year in honour of the Kargil War's Heroes. This day is celebrated in the Kargil - Dras sector and the national capital New Delhi, where the Prime Minister of India, pays homage to the soldiers at Amar Jawan Jyothi at India Gate every year. Functions are also organized all over the country to commemorate the contribution of the Armed forces[2][3]After the Indo-Pakistani War of 1971, there had been a long period with relatively few direct armed conflicts involving the military forces of the two neighbors – notwithstanding the efforts of both nations to control the Siachen Glacier by establishinBg military outposts on the surrounding mountains ridges and the resulting military skirmishes in the 1980s. During the 1990s, however, escalating tensions and conflict due to separatist activities in Kashmir, some of which were supported by Pakistan[citation needed], as well as the conducting of nuclear tests by both countries in 1998, led to an increasingly belligerent atmosphere. In an attempt to defuse the situation, both countries signed the Lahore Declaration in February 1999, promising to provide a peaceful and bilateral solution to the Kashmir conflict.During the winter of 1998 -1999, some elements of the Pakistani Armed Forces were covertly training and sending Pakistani troops and paramilitary forces, some allegedly in the guise ofmujahideen, into territory on the Indian side of the LOC. The infiltration was code named "Operation Badr",its aim was to sever the link between Kashmir and Ladakh, and cause Indian forces to withdraw from the Siachen Glacier, thus forcing India to negotiate a settlement of the broader Kashmir dispute. Pakistan also believed that any tension in the region would internationalise the Kashmir issue, helping it to secure a speedy resolution. Yet another goal may have been to boost the morale of the decade-long rebellion in Indian Administered Kashmir by taking a proactive role. Initially, with little knowledge of the nature or extent of the infiltration, the Indian troops in the area assumed that the infiltrators were jihadis and claimed that they would evict them within a few days. Subsequent discovery of infiltration elsewhere along the LOC, and the difference in tactics employed by the infiltrators, caused the Indian army to realize that the plan of attack was on a much bigger scale. The total area seized by the ingress is generally accepted to between 130 km² – 200 km².The Government of India responded with Operation Vijay, a mobilisation of 200,000 Indian troops.Finally war came to an official end on July 26,1999,thus making it the Vijay Diwas.Kargil War Martyrs[edit]In all 527 soldiers from Indian Armed Forces sacrificed their lives during the warLieutanant Col R.VishwanathanMajor Ajay Singh JasrotiaMajor Rohit GaurMajor Ajay PrasadMajor C.B. DwiveMajor Kamlesh PrasadMajor Padmapani AcharyaMajor ParmanandMajor Rajesh S. AdhikariMajor Vivek GuptaMajor Mariappan SaravananMajor Manoj TalwarCaptain Amit BhardwajCaptain Aditya MishraCaptain HaneefuddinCaptain Jerry PremrajCaptain Jintu GogoiCaptain Keishing Clifford NongrumCaptain P.V.VikramCaptain Vikram BatraCaptain Kargil Vijay Diwas 26th july
Kargil Vijay Diwas, named after the success of Operation Vijay. On this day, 26 July 1999, India successfully took command of the high outposts which had been lost to Pakistani intruders. The Kargil war was fought for more than 60 days, ended on 26 July. and resulted in the loss of life on both sides, India and Pakistan. Pakistan retreated after international diplomatic pressure[1]
Kargil Vijay Diwas is celebrated on 26 July every year in honour of the Kargil War's Heroes. This day is celebrated in the Kargil - Dras sector and the national capital New Delhi, where the Prime Minister of India, pays homage to the soldiers at Amar Jawan Jyothi at India Gate every year. Functions are also organized all over the country to commemorate the contribution of the Armed forces[2][3]
After the Indo-Pakistani War of 1971, there had been a long period with relatively few direct armed conflicts involving the military forces of the two neighbors – notwithstanding the efforts of both nations to control the Siachen Glacier by establishing military outposts on the surrounding mountains ridges and the resulting military skirmishes in the 1980s. During the 1990s, however, escalating tensions and conflict due to separatist activities in Kashmir, some of which were supported by Pakistan[citation needed], as well as the conducting of nuclear tests by both countries in 1998, led to an increasingly belligerent atmosphere. In an attempt to defuse the situation, both countries signed the Lahore Declaration in February 1999, promising to provide a peaceful and bilateral solution to the Kashmir conflict.During the winter of 1998 -1999, some elements of the Pakistani Armed Forces were covertly training and sending Pakistani troops and paramilitary forces, some allegedly in the guise ofmujahideen, into territory on the Indian side of the LOC. The infiltration was code named "Operation Badr",its aim was to sever the link between Kashmir and Ladakh, and cause Indian forces to withdraw from the Siachen Glacier, thus forcing India to negotiate a settlement of the broader Kashmir dispute. Pakistan also believed that any tension in the region would internationalise the Kashmir issue, helping it to secure a speedy resolution. Yet another goal may have been to boost the morale of the decade-long rebellion in Indian Administered Kashmir by taking a proactive role.
Initially, with little knowledge of the nature or extent of the infiltration, the Indian troops in the area assumed that the infiltrators were jihadis and claimed that they would evict them within a few days. Subsequent discovery of infiltration elsewhere along the LOC, and the difference in tactics employed by the infiltrators, caused the Indian army to realize that the plan of attack was on a much bigger scale. The total area seized by the ingress is generally accepted to between 130 km² – 200 km².
The Government of India responded with Operation Vijay, a mobilisation of 200,000 Indian troops.Finally war came to an official end on July 26,1999,thus making it the Vijay Diwas.
Kargil War Martyrs[edit]
In all 527 soldiers from Indian Armed Forces sacrificed their lives during the war
Lieutanant Col R.Vishwanathan
Major Ajay Singh Jasrotia
Major Rohit Gaur
Major Ajay Prasad
Major C.B. Dwive
Major Kamlesh Prasad
Major Padmapani Acharya
Major Parmanand
Major Rajesh S. Adhikari
Major Vivek Gupta
Major Mariappan Saravanan
Major Manoj Talwar
Captain Amit Bhardwaj
Captain Aditya Mishra
Captain Haneefuddin
Captain Jerry Premraj
Captain Jintu Gogoi
Captain Keishing Clifford Nongrum
Captain P.V.Vikram
Captain Vikram Batra
Captain Anuj Nayyar
Captain Amol Kalia
Captain Kanad Bhattacharya
Captain K.C.D. Shivakar
Captain Deepak Guleria
Captain Sumeet Roy
Captain Amit Verma
Captain Manoj Kumar Pandey
Captain Vijayant Thapar
Lieutanant Amit Kaul
Lieutanant Neikezhakou Kengurusie
Lieutanant Sourav Kalia
Lieutenant Amit Bhargava
Deputy Commander Sukhbir Singh Yadav
Driver-Soldier Gopinath Moharana
Flight Engineer Raj Kishore Saho
Flight Lieutanant S Muhilan
Grenadier Amardeep
Grenadier Bajinder Singh
Grenadier Mohan Katha
Grenadier Munish Kumar
Grenadier Raj Kumar
Grenadier Yogendra Singh Yadav
Grenadier Udhaymaan Singh (SM)
Havaldar Abdul Karim
Havaldar Beejay Singh
Havaldar Daler Singh Bahu
Havaldar Jai Prakash Singh
Havaldar Khazan Singh
Havaldar Padam Singh Dhama
Havaldar Ram Kumar
Havaldar Sarwan Singh Sengar
Havaldar Surendra Singh
Havaldar Sultan Singh Narwari
Havaldar Tan Bahadur Chhetri
Havaldar Tsweang Rigzin
Havaldar Yashvir Singh
Jawan Arvind Kumar Pandey
Lance Naik Mukesh Kumar - Dhariwal,Punjab
Lance Havaldar Ramkumar
Lance Havaldar Samandar Singh Hooda
Lance Naik Ahmed Ali
Lance Naik Balwan Singh
Lance Naik Bijender Singh
Lance Naik Daya Chand Jakhar
Lance Naik Eknath Khairnar
Lance Naik Gurmail Singh
Lance Naik Hera Singh
Lance Naik Keshan Singh
Lance Naik Madan Singh
Lance Naik Manas Ranjan Sahu
Lance Naik Om Prakash
Lance Naik Rakesh Chand
Lance Naik Ram Kumar Pradhan
Lance Naik Surianam Singh
Lance Naik Shankar Shinde
Lance Naik T.S.Jaswant Singh
Lance Naik Rajendra Yadav
Naik Anand singh
Naik Bharat Singh
Naik Birender Singh Lamba
Naik Buta Singh
Naik Chaman Singh
Naik Dharam Singh
Naik Ganesh Prasad Yadav
Naik Guardian Mekh Bahadur Gurung
Naik Jagat Singh
Naik Kasmir Singh
Naik Krishan Pal
Naik Mangat Singh
Naik Narayana Rao Desai
Naik Nirmal Singh
Naik R. Kamaraj
Naik Raj Kumar Punia
Naik Rakesh Chand
Naik Ram Swarup
Naik Sachidananda Malik Lance Naik S.N.Mallick,Kendrapara,ODISHA
Naik Samunder Singh
Naik Shatrughan Singh
Naik Shiv Vasayya
Naik Surendra Singh
Naik Surendra Pal
Naik Surjeet Singh
Naik Subedar Lal Chand
Naik Vikram Singh
Naik Yoginder Singh
Rifleman Ansuya Prasad Dhayani
Rifleman Bachan Singh
Rifleman Dabal Singh
Rifleman Dilwar Singh
Rifleman Jaideep Singh
Rifleman Kuldeep Singh
Rifleman Linkon Pradhan
Rifleman Mohammed Aslam
Rifleman Mohammed Farid
Rifleman Rattan Chand
Rifleman Shaukat Hussain Kalgam
Rifleman Sunil Jungt Mahat
Rifleman Varinder Lal
Rifleman Vikram Singh
Rifleman Guardian Johar Singh
Rifleman Guardian Sarvan Kumar
Sergeant PVNR Prasad
Sergeant Raj Kishore Sahu
Sepoy Ajmer Singh
Sepoy Amardeep Singh
Sepoy Anil Kumar
Sepoy Arjun Ram
Sepoy Arvind Kumar Pandey
Sepoy Bajinder Singh
Sepoy Bhanwar Lal Bagaria
Sepoy Bhikaram
Sepoy Chara Nicholas
Sepoy Dharambir Singh
Sepoy Dineshkumar Vaghela
Sepoy Gangching Konyak
Sepoy Gazpal Singh
Sepoy Gopinath Mohrana
Sepoy Harendragiri Goswami
Sepoy Jugal Kishore
Sepoy Har Prasad
Sepoy Kalu Ram Jakhar
Sepoy Karan Singh
Sepoy Keolanand Dwivedi
Sepoy Kewal Anand
Sepoy kishna ram jakhar Sepoy Khem Raj
Sepoy Krishan Kumar
Sepoy Moola Ram
Sepoy Naresh Singh
Sepoy Pramod Kumar
Sepoy Rajinder
Sepoy Rajvir Singh
Sepoy Raswinder Singh
Sepoy Satvir Singh
Sepoy Satnam Singh
Sepoy Senthil
Sepoy Shaikh Mastan Wali
Sepoy Sheesh Ram
Sepoy Shiv Shankar Prasad Gupta
Sepoy Sukhwinder Singh
Sepoy Suresh Chhetri
Sepoy Suresh Kumar
Sepoy Varinder Kumar
Sepoy Vijaypal Singh
Signalman Rajan Sahu
Signalman Vinod Kumar
Subedar Bhanwar Lal
Subedar Harpaul Singh
Subedar Lal Singh
Subedar K. Medappa
Subedar Randhir Singh
Subedar Sumer Singh Rathore
Squadron Leader Ajay Ahuja
Squadron Leader Rajiv Pundir
Squadron Leader Lal Singh
Squadron Leader Ojha
Zrfn Man Singh
Zrfn Kaushal Yadav
Zrfn Basavaraj Chougala
collection by Achutha Ramprasad Kamath Mysore NayyarCaptain Amol KaliaCaptain Kanad BhattacharyaCaptain K.C.D. ShivakarCaptain Deepak GuleriaCaptain Sumeet RoyCaptain Amit VermaCaptain Manoj Kumar PandeyCaptain Vijayant ThaparLieutanant Amit KaulLieutanant Neikezhakou KengurusieLieutanant Sourav KaliaLieutenant Amit BhargavaDeputy Commander Sukhbir Singh YadavDriver-Soldier Gopinath MoharanaFlight Engineer Raj Kishore SahoFlight Lieutanant S MuhilanGrenadier AmardeepGrenadier Bajinder SinghGrenadier Mohan KathaGrenadier Munish KumarGrenadier Raj KumarGrenadier Yogendra Singh YadavGrenadier Udhaymaan Singh (SM)Havaldar Abdul KarimHavaldar Beejay SinghHavaldar Daler Singh BahuHavaldar Jai Prakash SinghHavaldar Khazan SinghHavaldar Padam Singh DhamaHavaldar Ram KumarHavaldar Sarwan Singh SengarHavaldar Surendra SinghHavaldar Sultan Singh NarwariHavaldar Tan Bahadur ChhetriHavaldar Tsweang RigzinHavaldar Yashvir SinghJawan Arvind Kumar PandeyLance Naik Mukesh Kumar - Dhariwal,PunjabLance Havaldar RamkumarLance Havaldar Samandar Singh HoodaLance Naik Ahmed AliLance Naik Balwan SinghLance Naik Bijender SinghLance Naik Daya Chand JakharLance Naik Eknath KhairnarLance Naik Gurmail SinghLance Naik Hera SinghLance Naik Keshan SinghLance Naik Madan SinghLance Naik Manas Ranjan SahuLance Naik Om PrakashLance Naik Rakesh ChandLance Naik Ram Kumar PradhanLance Naik Surianam SinghLance Naik Shankar ShindeLance Naik T.S.Jaswant SinghLance Naik Rajendra YadavNaik Anand singhNaik Bharat SinghNaik Birender Singh LambaNaik Buta SinghNaik Chaman SinghNaik Dharam SinghNaik Ganesh Prasad YadavNaik Guardian Mekh Bahadur GurungNaik Jagat SinghNaik Kasmir SinghNaik Krishan PalNaik Mangat SinghNaik Narayana Rao DesaiNaik Nirmal SinghNaik R. KamarajNaik Raj Kumar PuniaNaik Rakesh ChandNaik Ram SwarupNaik Sachidananda Malik Lance Naik S.N.Mallick,Kendrapara,ODISHANaik Samunder SinghNaik Shatrughan SinghNaik Shiv VasayyaNaik Surendra SinghNaik Surendra PalNaik Surjeet SinghNaik Subedar Lal ChandNaik Vikram SinghNaik Yoginder SinghRifleman Ansuya Prasad DhayaniRifleman Bachan SinghRifleman Dabal SinghRifleman Dilwar SinghRifleman Jaideep SinghRifleman Kuldeep SinghRifleman Linkon PradhanRifleman Mohammed AslamRifleman Mohammed FaridRifleman Rattan ChandRifleman Shaukat Hussain KalgamRifleman Sunil Jungt MahatRifleman Varinder LalRifleman Vikram SinghRifleman Guardian Johar SinghRifleman Guardian Sarvan KumarSergeant PVNR PrasadSergeant Raj Kishore SahuSepoy Ajmer SinghSepoy Amardeep SinghSepoy Anil KumarSepoy Arjun RamSepoy Arvind Kumar PandeySepoy Bajinder SinghSepoy Bhanwar Lal BagariaSepoy BhikaramSepoy Chara NicholasSepoy Dharambir SinghSepoy Dineshkumar VaghelaSepoy Gangching KonyakSepoy Gazpal SinghSepoy Gopinath MohranaSepoy Harendragiri GoswamiSepoy Jugal KishoreSepoy Har PrasadSepoy Kalu Ram JakharSepoy Karan SinghSepoy Keolanand DwivediSepoy Kewal AnandSepoy kishna ram jakhar Sepoy Khem RajSepoy Krishan KumarSepoy Moola RamSepoy Naresh SinghSepoy Pramod KumarSepoy RajinderSepoy Rajvir SinghSepoy Raswinder SinghSepoy Satvir SinghSepoy Satnam SinghSepoy SenthilSepoy Shaikh Mastan WaliSepoy Sheesh RamSepoy Shiv Shankar Prasad GuptaSepoy Sukhwinder SinghSepoy Suresh ChhetriSepoy Suresh KumarSepoy Varinder KumarSepoy Vijaypal SinghSignalman Rajan SahuSignalman Vinod KumarSubedar Bhanwar LalSubedar Harpaul SinghSubedar Lal SinghSubedar K. MedappaSubedar Randhir SinghSubedar Sumer Singh RathoreSquadron Leader Ajay AhujaSquadron Leader Rajiv PundirSquadron Leader Lal SinghSquadron Leader OjhaZrfn Man SinghZrfn Kaushal YadavZrfn Basavaraj llChougalacollection by Achutha Ramprasad Kamath Mysore

 






*सूक्ति**👆किसी का दिल दुखाने वाली बात न कहें , वक्त बीत जाता है, बातें याद रहती हैं ।**👆लंबी जबान और लंबा धागा हमेशा उलझ जाता हैं ।**👆बुरे विचार उस हृदय में प्रवेश नहीं कर सकते जिसके द्वार पर ईश्वरीय- विचार के पहरेदार खड़े हों ।**👆दुनियां आपके '  उदाहरण ' से बदलेगी आपकी ' राय ' से नहीं।**👆इंसान की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसका मनोबल है ।**👆सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है ।**👆ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो लोग उस पर विश्वास न करें ।**👆कमजोर तब रूकते हैं जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब वे जीत जाते हैं ।**👆अहंकार से जिस व्यक्ति का मन मैला है, करोड़ो की भीड़ में भी वो सदा अकेले रहते है ।**👆हमारी समस्या का समाधान किसी के पास नहीं है, सिवाय हमारे ।**👆काम में ईश्वर का साथ मांगो लेकिन ईश्वर ये काम कर दे, ऐसा मत मांगो ।**👆जिस हाथ से अच्छा कार्य हो , वह हाथ तीर्थ है ।**👆अच्छा दिल संबंधों को जीत सकता है पर अच्छा स्वभाव उसे आजीवन निभा सकता है ।**👆अगर मैं सुखी होना चाहता हूं तो कोई मुझे दुखी नहीं कर सकता ।**👆गलतियां क्षमा की जा सकती हैं अगर आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो ।**👆ईमानदारी बरगद के पेड़ के समान है जो देर से बढ़ती है किन्तु चिरस्थायी रहती है ।**👆यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता हैं तो यकीनन आप उसकी हाथ की कठपुतली हैं ।**👆जिसके पास उम्मीद हैं वह लाख बार हार के भी नहीं हारता ।**👆कुछ देने के लिए दिल बड़ा होना चाहिए, हैसियत नहीं ।**👆घर बड़ा हो या छोटा , अगर मिठास न हो तो इंसान तो क्या , चीटिंयां भी नहीं आती ।**👆इस जन्म का पैसा अगले जन्म में काम नहीं आता लेकिन पुण्य जन्मों -जन्म तक काम आता है ।**👆जो ' प्राप्त ' हैं वो ही ' पर्याप्त ' हैं इन दो शब्दों में सुख बे हिसाब हैं ।**👆वह अच्छाई* *जो बुरा करने वाले को* *मदद करें , अच्छाई नहीं होती हैं।**😀 हमेशा खुश रहे 😀* 🌿🌹🌺🌿 🌹🌺🌿🌹🌺🌟फूलो में भी कीड़े पायेजाते हैं..,पत्थरो में भी हीरे पायेजाते हैं..,बुराई को छोड़कर अच्छाई देखो यारों..,नर में भी नारायण पाये जाते हैं..!!"मैं आपका मित्र हूँ ये मेरा भाग्य है ।पर आप सब मेरे मित्र हो ये मेरा सौभाग्य है...🌟      🌿

रविवार, 24 जुलाई 2016

*इस मैसेज को ग*जिस दिन हमारी मौत होती है, उस दिन हमारा पैसा बैंक में ही रह जाता है।**जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खच॔ करने को पया॔प्त धन नहीं है।**जब हम चले जाते है तब भी बहुत सा धन बिना खच॔ हुये बच जाता है।**एक चीनी बादशाह की मौत हुई।                                 वो अपनी विधवा के लिये बैंक में               1.9 मिलियन डालर छोड़ कर गया। विधवा ने जवान नौकर से शादी कर ली। उस नौकर ने कहा -**"मैं हमेशा सोचता था कि मैं अपने मालिक के लिये काम करता हूँ अब समझ आया कि वो हमेशा मेरे लिये काम करता था।"**सीख?**ज्यादा जरूरी है कि अधिक धनाज॔न कि बजाय अधिक जिया जाये।**अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिये।**"मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनोपयोगी रहते है।"**"मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता।"**"आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है।"*                                       *"पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं।"**🌹पूरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिये छूट जाता है।🌹**🌹70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता है।🌹**🌹तो 30% का पूण॔ उपयोग कैसे हो ।🌹**स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप करायें।**प्यास न होने पर भी अधिक पानी पियें।**जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।**शक्तिशाली होने पर भी सरल रहें।**धनी न होने पर भी परिपूण॔ रहें।**बेहतर जीवन जीयें !!!*🌹🌹💮💮💮💮🌹🌹*🌹काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,🌹* *काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को,**काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को,**काबू में रखें - महफ़िल में जाएं तो जुबान को,**काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को,* 🌹🌹🌹💮💮💮🌹🌹🌹*भूल जाएं - अपनी नेकियों को,**🍀भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को,🍀* *🌹भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को,🌹* 🌹🌹🌹💮💮💮🌹🌹🌹*🍀छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना,🍀**🍀छोड दें - दूसरों की सफलता से जलना,🍀**🌹छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना,🌹**🍀छोड दें - दूसरों की चुगली करना🍀*,*🌹छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना,🌹*🌹🌹🍀💮💮💮🍀🌹🌹 *🌹यदि आपके फ्रिज में खाना है, बदन पर कपड़े हैं, घर के ऊपर छत है और सोने के लिये जगह है,तो आप दुनिया के 75% लोगों से ज्यादा धनी हैं🌹* *🍀यदि आपके पर्स में पैसे हैं औरआप कुछ बदलाव के लिये कही भी जा सकते हैं जहाँ आप जाना चाहते हैं तो आप दुनिया के 18% धनी लोगों में शामिल हैं🍀**🌹यदि आप आज पूर्णतः स्वस्थ होकर जीवित हैं तोआप उन लाखों लोगों की तुलना में खुशनसीब हैं जो इस हफ्ते जी भी न पायें🌹**🍀जीवन के मायने दुःखों की शिकायत करने में नहीं हैं बल्कि हमारे निर्माता को धन्यवाद करने के अन्य हजारों कारणों में है!!!🍀* *🌹यदि आप मैसेज को वाकई पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं तो आप उन करोड़ों लोगों में खुशनसीब हैं जो देख नहीं सकते और पढ़ नहीं सकते 🌹**🍀अगर आपको यह सन्देश बार- बार मिले तो परेशान होने की बजाय आपको खुश होना चाहिए !🍀*🎡 *धन्यवाद...*🎡*🌹मैंने भेज दिया* *अब आपकी बाऱी है ।**नींद और मौत में क्या फर्क है...?**किसी ने क्या खूबसूरत जवाब दिया है....🌹* *🍀"नींद आधी मौत है"🍀* *🌹और🌹**🍀"मौत मुकम्मल नींद है"🍀*
 *संसार में दो प्रकार के वृक्ष हैं....**प्रथम* 👉 अपना फल अपने आप दे देते हैं - *उदाहरणज :- आम, अमरुद, केला इत्यादि ...**द्वितीय* 👉 अपना फल छिपाकर रखते हैं - *उदाहरण :- आलू, अदरक, प्याज इत्यादि ..*जो अपना फल अपने आप दे देते हैं उन वृक्षों को सभी खाद-पानी देकर सुरक्षित रखते हैं किन्तु जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं।ठीक इसी प्रकार जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में, समाज के उत्थान में लगा देते हैं, उनका सभी ध्यान रखते हैं अर्थात् मान-सम्मान देते है वही दूसरी ओर जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश छिपाकर रखते हैं, किसी की सहायता से मुख मोड़े रखते है वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं, अर्थात् समय रहते ही भुला दिये जाते है....✍ *धन दौलत से ज्यादा - अच्छा व्यवहार काम आता हैं*

शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

एक निवेदनआप सबसे निवेदन है, यह मैसेज सिर्फ 3 लोगों को जरूर भेजें... और उन तीन लोगो को कहे की यह मैसेज आगे तीन लोगों को भेजें, हम सब बलिदान ना सही पर देश कै लिए छोटा सा काम तो कर सकते हैं ना:1. *कचरा सड़क पर ना फैंकें*2. *सड़कों, दीवारों पे ना थूकें*।3. *नोटों, दीवारों पर ना लिखें*।4. *गाली देना छोड़ दें*5. *पानी लाइट बचाएँ*6. *एक पोधा लगाएँ*7. *ट्रेफिक रूल्स ना तोडें*8. *रोज़ माता पिता का आशीर्वाद ले*9. *लड़कियों की इज्जत करें*।10. *एम्बुलेंस को रास्ता दें*देश को नहीं, पहले खुद को बदलें। अगर समय हो तो आगे भेजे। 😊
समझ मे नही आ रहा ये मौसम कौन सा चल रहा है...🤔🤔🤔मच्छर काट रहे है..🐜🐜कम्बल भी औढ़ रहे हैं..😒😒😒कूलर भी चला रहे हैं...😌😌😌छाता भी ले कर चल रहे है☔☔☔बदल भी हो रहे हैं ⛈🌥🌨☁सनस्क्रीन क्रीम भी लगाना पड़ रहा है 🌞🌞🌞नहा गरम पानी से रहे है..🙂🙂🙂और पी ठंडा पानी रहे हैं....😁😁😁लगता है कोनो फिरकी ले रहा हैं....😜😜😜
एक डॉक्टर शायरी के मूड में था, अब देखिये उसने दवाईयां कैसे  समझाया अपने मरीज को। दिल बहला के मोहब्बत को न धमाल करें, सीरप को अच्छी तरह हिला के इस्तेमाल करें। दिल मेरा टुट गया उठी जब उसकी डोली, सुबह, दोपहर, शाम बस एक - एक गोली। लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखे, तमाम दवाईयां बच्चों की पहुंच से दूर रखें। दिल मेरा इश्क करने पर रजामंद रहेगा, इतवार के दिन अस्पताल बंद रहेगा।😂😂😂

गुरुवार, 21 जुलाई 2016

😎टेक्स चुकाओ और मोज करो😎~~~~~~~~~~~~~~~~01 प्रश्न :- आप क्या करते हैं ?उत्तर :- व्यापारटेक्स :- आप प्रोफेसनल टेक्स चुकाइए |02 प्रश्न :- आप व्यापार में करते क्या है ?उत्तर :- वस्तुओं को बेचता हूँ |टेक्स :- आप सेल्स टेक्स चुकाइए |03 प्रश्न :- आप बेचने के लिए माल कहाँ से लाते हो ?उत्तर :- किसी अन्य राज्य/देश से |टेक्स :- आप सेन्ट्रल सेल्स टेक्स, कस्टम ड्यूटी और ओक्ट्रोई चुकाइए |04 प्रश्न :- आप व्यापार से आप क्या प्राप्त करते है ?उत्तर :- लाभ |टेक्स :- आप इनकम टेक्स चुकाइए |05 प्रश्न :- आप लाभ को कैसे बांटे हो ?उत्तर :- डिविडेंड/लाभांश के रूप में |टेक्स :- आप डिविडेंड वितरण टेक्स चुकाइए |06 प्रश्न :- आप माल / वस्तों का निर्माण कहाँ करते है ?उत्तर :- फेक्टरी में |टेक्स :- आप एक्साइज ड्यूटी चुकाइए |07 प्रश्न :- क्या आपके यहाँ कर्मचारी भी काम करते है ?उत्तर :- हाँ, करते है |टेक्स :- आप स्टाफ प्रोफेसनल टेक्स चुकाइए |08 प्रश्न :- क्या आपका व्यापार करोड़ों में होता है ?उत्तर :- हाँ होता है |टेक्स :- आप टर्न ओवर टेक्स चुकाइए |उत्तर :- नहीं हमारा व्यापार करोडो में नहीं होता है |टेक्स :- तो आप मिनिमम अल्टरनेट टेक्स चुकाइए |09 प्रश्न :- क्या आप बैंक से 25000 रुपये नकद निकलते है ?उत्तर :- हाँ, कर्मचारियों को तनख्वाह देनी पड़ती है |टेक्स :- आप केश हेंडलिंग टेक्स चुकाइए |10 प्रश्न :- आप अपने प्रतिनिधि को खाना कहाँ खिलाते हो ?उत्तर :- होटल में! और कहाँ |टेक्स :- आप फ़ूड और मनोरंजन कर चुकाइए |11 प्रश्न :- क्या आप व्यापार के सिलसिले में शहर से बाहर भी जाते हो ?उत्तर :- हाँ टेक्स :- आप फ्रिंज बेनिफिट टेक्स चुकाइए |12 प्रश्न :- क्या आप किसी प्रकार की सर्विस भी देते है ?उत्तर :- हाँ |टेक्स :- आप सर्विस टेक्स चुकाइए |13 प्रश्न :- आपने इतनी बड़ी रकम (पूँजी) कहाँ से प्राप्त की ?उत्तर :- जन्म दिन पर उपहार में मिली है |टेक्स :- आप गिफ्ट टेक्स चुकाइए |14 प्रश्न :- क्या आपके पास किसी प्रकार की संपत्ति है ?उत्तर :- हाँ |टेक्स :- आप वेल्थ टेक्स चुकाइए |15 प्रश्न :- आप तनाव दूर करने और मनोरंजन करने क्या करते हो ?उत्तर :- सिनेमा देखने जाता हु या रिसोट जाता हु |टेक्स :- आप मनोरंजन टेक्स चुकाइए |16 प्रश्न :- क्या आपने मकान खरीदा है ?उत्तर :- हाँ|टेक्स :- आप स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्री टेक्स चुकाइए |17 प्रश्न :- आप सफ़र / यात्रा कैसे करते हो ?उत्तर :- बस से |टेक्स :- आप सरचार्ज टेक्स चुकाइए |18 प्रश्न :- आप और भी कोई अतिरिक्त कर भी चुकाते हो ?उत्तर :- हाँ |टेक्स :- आप शिक्षा कर, अतिरिक्त शिक्षा कर और केंद्रीय सरकार के जितने भीटेक्स है उन पर सरचार्ज टेक्स चुकाइए |19 प्रश्न :- किसी कर को आप समय पर नहीं चूका पाए ?उत्तर :- हाँ |टेक्स :- आप ब्याज और पेनाल्टी भरे |20 भारतीय :- क्या अब मै मर सकता हु ?उत्तर :- नहीं, तुम अभी नहीं मर सकते | थोडा इन्तेजार करो | हम क्रियाकर्मटेक्स शुरू कर रहे है, बाद में मरना और हा मरने के बाद डेथ सर्टिफिकेट के लिए on line चार्ज लगेगा, |केंद्रीय सरकार और राज्य सरकारे पूंजीपतिसे लेकर भिखारी तक से कुल 64 प्रकार के टेक्स साल दर साल वसूल करती है |इनके आलावा सुबह कोलगेट से लेकर रात को गुड नाईट क्वायल तक दिन भर  जो भी यूज करते है उसमे भी टैक्स लगता है, नोट,--इन सारे टेक्स के बाद रिश्वत देना अनिवार्य है,,
*मनुष्य को पांच ऋण चुकाने होते हैं:-*_ 👉 1. माता का ऋण__ 👉 2. पिता का ऋण__ 👉 3. गुरु का ऋण__ 👉 4. घरती का ऋण__ 👉 5. धर्म का ऋण_*इन ऋणो को चुकाने के निम्न उपाय कहे गए हैं 👇 *_ 👉 1. माता का ऋण चुकाने के लिये कन्या दान करना चाहिए।__ 👉 2. पिता का ऋण चुकाने के लिए संतान उत्पति करनी चाहिए।__ 👉 3. गुरु ऋण चुकाने के लिए लोगों को शिक्षित करना चाहिए।__ 👉 4. घरती का ऋण चुकाने के लिए कृषि करें या पेड लगाएं।__ 👉 5. धर्म का ऋण चुकाने के लिये धर्म की रक्षा व धर्म का प्रचार के लिए समय दें।"मन" का झुकना बहुत ज़रूरी है...केवल सर झुकाने से भगवान नहीं मिलते.. 🌹 🙏🏿🌹 🙏🏿 🌹 🙏

बुधवार, 20 जुलाई 2016

पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..**जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-**मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरुप को धारण किया है....**अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।**दूध बिकने के बाद**जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..**अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा**और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..**दूध से पहले पानी उड़ता जाता है**जब दूध मित्र को अलग होते देखता है**तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,**जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।**पर**इस अगाध प्रेम में..**थोड़ी सी खटास-**(निम्बू की दो चार बूँद)**डाल दी जाए तो**दूध और पानी अलग हो जाते हैं..**थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।**रिश्ते में..**खटास मत आने दो॥**"क्या फर्क पड़ता है,**हमारे पास कितने लाख,**कितने करोड़,**कितने घर,**कितनी गाड़ियां हैं,**खाना तो बस दो ही रोटी है।**जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।**फर्क इस बात से पड़ता है,**कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,**कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जिए।*
: जो घर हौसले से बनाये जाते हैं उसे *"हाऊस"* कहते हैं...जिन घरों में होम-हवन होते हैं उन्हें *"होम"*कहते हैं...जिन घरों में हवा ज्यादा चलती है उन्हें *"हवेली"*कहते हैं...जिन घरों में दीवारों के भी कान होते हैं उन्हें *"मकान"* कहते हैं...और😳जिन घरों के लोन के इंस्टॉलमेंट भरते-भरते आदमी लेट जाता है उन्हें *"फ्लैट"* कहते हैं...और जिन घरों में यह भी न पता हो कि *"बगल"* के घर में कौन रहता है उन्हें *"बंगला"* कहते हैं ।😀😀😀😀😀😀😀😀Very true..

मंगलवार, 19 जुलाई 2016

�हर साल आती गुरुपूर्णिमा,शिष्यत्व का जागरण कराती गुरुपूर्णिमा।गुरु स्मरण कराने आती गुरुपूर्णिमा,शिष्यों को उनके वादे याद दिलाती गुरुपूर्णिमा।शिष्य की निष्ठा का प्रमाण है गुरुपूर्णिमा,शिष्य की श्रद्धा की सम्पूर्णता है गुरुपूर्णिमा।सद्गुरु के वरदानों का उत्सव है गुरुपूर्णिमा,सद्गुरु के बरसते आशीषो का महोत्सव है गुरुपूर्णिमा।गुरु सान्निध्य की अनुभूति है गुरुपूर्णिमा,गुरुसमीप्य का बोध है गुरुपूर्णिमा।शिष्यत्व के जागरण का उत्सव है गुरुपूर्णिमा,पूर्ण समर्पण का महोत्सव के गुरुपूर्णिमा।आत्मस्वरूप का ज्ञान कराने आई गुरुपूर्णिमा,देहाभिमान को दूर कराने आई गुरुपूर्णिमा।श्रद्धा निष्ठा से गुरुमय बनाने आई गुरुपूर्णिमा,गुरुभक्ति का सावन लाई गुरुपूर्णिमा।भाव संवेदना जगाने आई गुरुपूर्णिमा,शिष्य में देवत्व जगाने आई गुरुपूर्णिमा।दिव्य अनुदान वरदान बरसाने आई गुरुपूर्णिमा,गुरु के स्नेह की याद दिलाने आई गुरुपूर्णिमा। 👏

सोमवार, 18 जुलाई 2016

भारत का नया गीतआओ बच्चों तुम्हे दिखायें,शैतानी शैतान की। नेताओं से बहुत दुखी है,जनता हिन्दुस्तान की।। बड़े-बड़े नेता शामिल हैं,घोटालों की थाली में। सूटकेश भर के चलते हैं,अपने यहाँ दलाली में।। देश-धर्म की नहीं है चिंता,चिन्ता निज सन्तान की। नेताओं से बहुत दुखी है,जनता हिन्दुस्तान की।। चोर-लुटेरे भी अब देखो,सांसद और विधायक हैं। सुरा-सुन्दरी के प्रेमी ये,सचमुच के खलनायक हैं।। भिखमंगों में गिनती कर दी,भारत देश महान की। नेताओं से बहुत दुखी है,जनता हिन्दुस्तान की।। जनता के आवंटित धन को,आधा मन्त्री खाते हैं। बाकी में अफसर-ठेकेदार,मिलकर मौज उड़ाते हैं।। लूट-खसोट मचा रखी है,सरकारी अनुदान की। नेताओं से बहुत दुखी है,जनता हिन्दुस्तान की।। थर्ड क्लास अफसर बन जाता,फर्स्ट क्लास चपरासी है। होशियार बच्चों के मन में,छायी आज उदासी है।। गंवार सारे मंत्री बन गये,मेधावी आज खलासी है। आओ बच्चों तुम्हें दिखायें,शैतानी शैतान की।। नेताओं से बहुत दुखी है,.जनता हिन्दुस्तान की।✍-------------------

रविवार, 17 जुलाई 2016

सत्य को कहने के लिए किसी,           शपथ की जरूरत नहीं होती।नदियों को बहने के लिए किसी,           पथ की जरूरत नहीं होती।जो बढ़ते हैं जमाने में,           अपने मजबूत इरादों पर, उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,           किसी रथ की जरूरत नहीं होती                                   🙏🏻सुप्रभात्🙏🏻

शनिवार, 16 जुलाई 2016

🌻6 छोटी-छोटी  कहानियाँ🌻         -----:-:-:-:-:----                ( 1 ) 👳एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना🙏 करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक🙇 अपने साथ छाता 🌂भी लेकर आया ।                  👇                        🔔    इसे कहते हैं  🔔              🎄  आस्था🎄                  🌾                ( 2 )👶जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता 😀 है , क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे ।                 👇                       🐾इसे कहते हैं🐾           ✌ विश्वास✌                  🌾                ( 3 )🌜प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह☀ तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं , फिर भी हम घड़ी ⏰ में अलार्म लगाकर सोते हैं ।                 👇      💡इसे कहते हैं 💡      🌞आशा(उम्मीद)🌞       -----------------                   🌾                 ( 4 )हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं ।                                  👇      👉 इसे कहते हैं👈      💪 आत्मविश्वास💪---------------------------------------                  🌾                ( 5 ) 💞  हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझरही है फिर भी हम शादी 🎎 करते हैं ।                             👇    🎵  इसे कहते हैं 🎵           💘  प्यार  💘         --------------------                                       🌾                   ( 6 )👍 एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था , "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ ।"                  👇      👊 इसे कहते हैं 👊         👀  नज़रिया  👀           ---------------जीवन खूबसूरत है , इसे सर्वोत्तम के लिए जियो।-----संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा एकमात्र प्राणी हैजिसे ईश्वर ने हंसने का गुण दिया है, इसे खोईए मत.“बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को दोस्तों,प्यार से बात कर लेने से ज़ायदाद कम नही होती.
Rआजकल घर बैठे मोबाईल सें बुक कराके कुछ भी मंगा लो...।मैं होटल मे फ़ोन लगाया...tring tring..मोतीस्वीट्स मे आपका स्वागत है कहिए क्या चाहिए।मीठा चाहिए।लड्डू के लिए एक दबाएरसगुल्ला के लिए दो दबाएगुलाबजामुन के लिए तीन।मैने कहा लड्डू चाहिए।बूंदी के लिए एक दबाएमगज के लिए दो दबाएसोंठ के लिए तीन।मैने एक दबाया..बूंदी चाहिए।एक पाव के लिए एक दबाएएक किलो के लिए दो दबाएएक क्विंटल के लिए तीन।गलती से तीसरा बटन दब गया। डर के मारे फोन काट दिया पर  अगले ही पल मिनट फ़ोन आया - आपसे एक क्विंटल लड्डू का आर्डर मिला है पता बताए।मैं बोला - मैं तोफोन ही नहीँ किया हूँ।आपके भाई ने किया होगा इसी नंबर से था..अपने भाई को फ़ोन दीजिए।मैं बोला -हम लोग छः भाई है बड़े से बात के लिए एक दबाएउससे छोटे के लिए दो दबाए।उससे छोटे के लिए तीनउससे छोटे के लिए चारउसने फ़ोन काट दिया।😁😜😜😜

शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

मुल्ला नसीरुद्दीन का नाम किसने नहीं सुना है। बगदाद के रेगिस्तान में 800 वर्ष पूर्व घूमने वाले मुल्ला परमज्ञानी थे। परंतु ज्ञान बांटने के उनके तरीके बड़े अनूठे थे। वे लेक्चर नहीं देते थे बल्कि हास्यास्पद हरकत करके समझाने की कोशिश करते थे। उनका मानना था कि हास्यास्पद तरीके से समझाई बात हमेशा के लिए मनुष्य के जहन में उतर जाती है। बात भी उनकी सही है, और मनुष्यजाति के इतिहास में वे हैं भी इकलौते ज्ञानी जो हास्य के साथ ज्ञान का मिश्रण करने में सफल रहे हैं। आज मैं उनके ही जीवन का एक खूबसूरत दृष्टांत बताता हूँ।एक दिन मुल्ला बगदाद की गलियों से गुजर रहे थे। प्रायः वे गधे पर और वह भी उलटे बैठकर सवारी किया करते थे। और कहने की जरूरत नहीं कि उनका यह तरीका ही लोगों को हंसाने के लिए पर्याप्त था। खैर, उस दिन वे बाजार में उतरे और कुछ खजूर खरीदे। फिर बारी आई दुकानदार को मुद्राएं देने की। तो उन्होंने अपने पायजामे की जेब में टटोला, पर मुद्रा वहां नहीं थी। फिर उन्होंने अपने जूते निकाले और जमीन पर बैठ गए। जूतों को चारों ओर टटोलने लगे, परंतु मुद्राएं जूतों में भी नहीं थी। अबतक वहां काफी भीड़ एकत्रित हो गई थी। एक तो मुल्ला की सवारी ही भीड़ इकट्ठी करने को पर्याप्त थी, और अब ऊपर से उनकी चल रही हरकतें भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनती जा रही थी। देखते-ही-देखते पचास के करीब लोग मुल्ला के आसपास एकत्रित हो गए थे।...यानी माजरा जम चुका था। इधर मुल्ला एक तरफ मुद्राएं ढूंढ़ रहे थे और दूसरी तरफ खरीदे खजूर भी खाए जा रहे थे। निश्चित ही दुकानदार इस बात से थोड़ा टेंशन में आ गया था। एक तो यह व्यक्ति उटपटांग जगह मुद्राएं ढूंढ़ रहा है और ऊपर से खजूर भी खाए जा रहा है। कहीं मुद्राएं न मिली तो क्या इसके पेट से खजूर निकालकर पैसे वसूलूंगा? ...अभी दुकानदार यह सब सोच ही रहा था कि मुल्ला ने सर से टोपी उतारी और फिर उसमें मुद्राएं खोजने लगा। अबकी दुकानदार से नहीं रहा गया, उसने सीधा मुल्ला से कहा- यह मुद्राएं यहां-वहां क्या खोज रहे हो? सीधे-सीधे कुर्ते की जेब में क्यों नहीं देखते?इस पर मुल्ला बोला- लो, यह पहले क्यों नहीं सुझाया? इतना कहते-कहते मुल्ला ने कुर्ते की जेब में हाथ डाला और मुद्राएं दुकानदार को थमाते हुए बोला- वहां तो थी ही। यह तो ऐसे ही चान्स ले रहा था। यह सुनते ही पूरी भीड़ हंस पड़ी। भीड़ में से एक बुजुर्ग बोला भी- लगता है कोई पागल है। जब मालूम है कि मुद्रा कुर्ते की जेब में है तो भी यहां-वहां ढूंढ़ रहा है। अब मुल्ला की बारी आ गई थी। जो बात कहने हेतु उन्होंने इतना सारा नाटक किया था, वह कहने का वक्त आ गया था। सो उन्होंने बड़ी गंभीरतापूर्वक सबको संबोधते हुए कहा- पागल मैं, जो मुद्राएं जहां रखी है वहां नहीं खोज रहा हूँ। वाह रे दुनियावालों थोड़ा अपने गिरेबान में झांको। यह जानते हुए भी कि रब दिल में बसा हुआ है तुम लोग उसे मस्जिदों में खोजते फिर रहे हो। यदि मैं पागल हूँ तो तुम लोग महा-पागल हो। क्योंकि मैं तो मामूली बात पर यह मूर्खता कर रहा था, तुमलोग तो विश्व के सबसे अहम सत्य के मामले में यह मूर्खता कर रहे हो।

गुरुवार, 14 जुलाई 2016

Useful information pls try it worksबस 1 मिनट हाथ की ऊँगलियों को रगड़ने से शरीर का दर्द गायब हो जाता है।संवेदनशीलता की प्राचीन जापानी कला के अनुसार, प्रत्येक ऊँगली विशेष बीमारी और भावनाओं के साथ जुड़ी होती हैं। हमारे हाथ की पाँचों ऊँगलियाँ शरीर के अलग अलग अंगों से जुड़ी होती हैं। इसका मतलब आप को दर्द नाशक दवाइयाँ खाने की बजाए इस आसान और प्रभावशाली तरीके का इस्तेमाल करना करना चाहिए । आज इस लेख के माध्यम से हम आपको जानेंगे, के शरीर के किसी हिस्से का दर्द सिर्फ हाथ की ऊँगली को रगड़ने से कैसे दूर होता है ।हमारे हाथ की अलग अलग ऊँगलियाँ अलग अलग बीमारियों और भावनाओं से जुड़ी होती हैं। शायद् आप को पता न हो , हमारे हाथ की ऊँगलियाँ, चिंता , डर और चिड़चिड़ापन दूर करने की क्षमता रखती है । ऊँगलियों पर धीरे से दबाव डालने से शरीर के कई अंगो पर प्रभाव पड़ेगा ।आइये हम ये जानने की कोशिश करते है, की, कैसे हाथ की ऊँगलियों को रगड़ने से, हो सकता है शरीर का दर्द दूर ?1. अंगूठा- The Thumb – हाथ का अँगूठा हमारे फेफड़ों से जुड़ा होता है।अगर आप की दिल की धड़कन तेज है तो हलके हाथों से अँगूठे पर मसाज करें और हल्का सा खिचें। इससे आप को आराम मिलेगा2. तर्जनी -The Index Finger – ये ऊँगली आँतों ( gastro intestinal tract) से जुडी होती है। अगर आपके पेट में दर्द है, तो इस उंगली को हल्का सा रगड़े , दर्द कम हेता महसूस होगा।3. बीच की ऊँगली -The Middle Finger- ये ऊँगली परिसंचरण तंत्र तथा circulation system से जुडी होती है । अगर आप को चक्कर या आपका जी घबरा रहा है तो इस ऊँगली पर मालिश करने से तुरंत रहत मिलेगी।4. तीसरी ऊँगली – The Ring Finger- ये ऊँगली आपकी मनोदशा से जुडी होती है।अगर किसी कारण आपकी मनोदशा अच्छी नहीं है ,या शाँति चाहते हैं तो इस ऊँगली को हल्का सा मसाज करें और खीचें ,आपको जल्द ही इस के अच्छे नतीजे प्राप्त हो जायेंगे ,आप का मन खिल उठेगा5. छोटी उंगली – The Little Finger-छोटी ऊँगली का किडनी और सिर के साथ सम्बन्ध होता है। अगर आप को सिर में दर्द है तो इस ऊँगली को हल्का सा दबाये और मसाज करे ,आप का सिर दर्द गयब हो जायेगा ।इसे मसाज करने से किडनी भी तंदूरुस्त रहती है और हम स्वस्थ रहते हैं।इसके साथ-साथ आज में जीने की कोशिश करें कल अपने आप सुधरता जाएगा
Useful information pls try it worksबस 1 मिनट हाथ की ऊँगलियों को रगड़ने से शरीर का दर्द गायब हो जाता है।संवेदनशीलता की प्राचीन जापानी कला के अनुसार, प्रत्येक ऊँगली विशेष बीमारी और भावनाओं के साथ जुड़ी होती हैं। हमारे हाथ की पाँचों ऊँगलियाँ शरीर के अलग अलग अंगों से जुड़ी होती हैं। इसका मतलब आप को दर्द नाशक दवाइयाँ खाने की बजाए इस आसान और प्रभावशाली तरीके का इस्तेमाल करना करना चाहिए । आज इस लेख के माध्यम से हम आपको जानेंगे, के शरीर के किसी हिस्से का दर्द सिर्फ हाथ की ऊँगली को रगड़ने से कैसे दूर होता है ।हमारे हाथ की अलग अलग ऊँगलियाँ अलग अलग बीमारियों और भावनाओं से जुड़ी होती हैं। शायद् आप को पता न हो , हमारे हाथ की ऊँगलियाँ, चिंता , डर और चिड़चिड़ापन दूर करने की क्षमता रखती है । ऊँगलियों पर धीरे से दबाव डालने से शरीर के कई अंगो पर प्रभाव पड़ेगा ।आइये हम ये जानने की कोशिश करते है, की, कैसे हाथ की ऊँगलियों को रगड़ने से, हो सकता है शरीर का दर्द दूर ?1. अंगूठा- The Thumb – हाथ का अँगूठा हमारे फेफड़ों से जुड़ा होता है।अगर आप की दिल की धड़कन तेज है तो हलके हाथों से अँगूठे पर मसाज करें और हल्का सा खिचें। इससे आप को आराम मिलेगा2. तर्जनी -The Index Finger – ये ऊँगली आँतों ( gastro intestinal tract) से जुडी होती है। अगर आपके पेट में दर्द है, तो इस उंगली को हल्का सा रगड़े , दर्द कम हेता महसूस होगा।3. बीच की ऊँगली -The Middle Finger- ये ऊँगली परिसंचरण तंत्र तथा circulation system से जुडी होती है । अगर आप को चक्कर या आपका जी घबरा रहा है तो इस ऊँगली पर मालिश करने से तुरंत रहत मिलेगी।4. तीसरी ऊँगली – The Ring Finger- ये ऊँगली आपकी मनोदशा से जुडी होती है।अगर किसी कारण आपकी मनोदशा अच्छी नहीं है ,या शाँति चाहते हैं तो इस ऊँगली को हल्का सा मसाज करें और खीचें ,आपको जल्द ही इस के अच्छे नतीजे प्राप्त हो जायेंगे ,आप का मन खिल उठेगा5. छोटी उंगली – The Little Finger-छोटी ऊँगली का किडनी और सिर के साथ सम्बन्ध होता है। अगर आप को सिर में दर्द है तो इस ऊँगली को हल्का सा दबाये और मसाज करे ,आप का सिर दर्द गयब हो जायेगा ।इसे मसाज करने से किडनी भी तंदूरुस्त रहती है और हम स्वस्थ रहते हैं।इसके साथ-साथ आज में जीने की कोशिश करें कल अपने आप सुधरता जाएगा
बिटिया बड़ी हो गयी, एक रोज उसने बड़े सहज भाव में अपनेपिता से पूछा - "पापा, क्या मैंने आपको कभी रुलाया" ?पिता ने कहा -"हाँ "उसने बड़े आश्चर्य से पूछा - "कब" ?पिता ने बताया - 'उस समय तुम करीब एक साल कीथीं, घुटनों पर सरकती थीं। मैंने तुम्हारे सामने पैसे,पेन और खिलौना रख दिया क्योंकि मैं ये देखना चाहता था कि, तुम तीनों में सेकिसे उठाती हो तुम्हारा चुनाव मुझे बताता कि, बड़ी होकर तुमकिसे अधिक महत्व देतीं। जैसे पैसे मतलब संपत्ति, पेन मतलब बुद्धिऔर खिलौना मतलब आनंद।मैंने ये सब बहुत सहजता से लेकिन उत्सुकतावश किया था क्योंकि मुझे सिर्फ तुम्हाराचुनाव देखना था। तुम एक जगह स्थिर बैठीं टुकुर टुकुर उनतीनों वस्तुओं को देख रहीं थीं। मैं तुम्हारे सामने उनवस्तुओं की दूसरी ओर खामोश बैठा बस तुम्हें हीदेख रहा था।तुम घुटनों और हाथों के बल सरकती आगे बढ़ीं, मैंअपनी श्वांस रोके तुम्हें ही देख रहा था और क्षण भर मेंही तुमने तीनों वस्तुओं को आजू बाजू सरका दिया और उन्हेंपार करती हुई आकर सीधे मेरी गोद में बैठगयीं।मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि, उन तीनों वस्तुओं केअलावा तुम्हारा एक चुनाव मैं भी तो हो सकता था। तभी तुम्हारातीन साल का भाई आया ओर पैसे उठाकर चला गया,वो पहलीऔर आखरी बार था बेटा जब, तुमने मुझे रुलाया.. और बहुत रुलाया।आखिर बेटी तो बेटी ही होती है भगवानकी दी हुई सबसे अनमोल धरोहर है बेटी--
एक बार समुद्री तूफ़ान के बाद हजारों लाखों मछलियाँ किनारे पर रेत पर तड़प तड़प कर मर रहीँ थीं ! इस भयानक स्थिति को देखकर पास में रहने वाले एक 6 वर्ष के बच्चे से रहा नहीं गया, और वह एक एक मछली उठा कर समुद्र में वापस फेकनें लगा ! यह देख कर उसकी माँ बोली, बेटा लाखों की संख्या में है , तू कितनों की जान बचाएगा ,यह सुनकर बच्चे ने अपनी स्पीड और बढ़ा दी, माँ फिर बोली बेटा रहनें दे कोई फ़र्क नहीं पड़ता ! बच्चा जोर जोर से रोने लगा और एक मछली को समुद्र में फेकतें हुए जोर से बोला माँ "इसको तो फ़र्क पड़ता है" दूसरी मछली को उठाता और फिर बोलता माँ "इसको तो फ़र्क पड़ता हैं" ! माँ ने बच्चे को सीने से लगा लिया !*हो सके तो लोगों को हमेशा होंसला और उम्मीद देनें की कोशिश करो, न जानें कब आपकी वजह से किसी की जिन्दगी वदल जाए! क्योंकि आपको कोई फ़र्क नहीं पड़ता पर "उसको तो फ़र्क पड़ता है!*सुप्रभातआपका दिन मधुर व मंगलमय हो |


























अपने दिल की इक छोटी सीपीडा को बतलाता हूँ।आओ तुम्हे इक कडवे सच कीमै तस्वीर दिखाता हूँ।।कल बिना सीट कुछ सैनिक देखे एक ट्रेन में खडे हुए।कुछ खोल के बिस्तर बंद थे सम्मुख शौचालय के पडे हुए।।सीट नही कन्फर्म तुम्हारी T.T. यूँ चिल्लाता था।मार-मार धक्के जनरल डब्बे की तरफ भगाता था।।तब लगा किसी ने मुझको मेरेअंदर से धिक्कारा है।लगा किसी ने भारत माँ के मुँह पर थप्पड मारा है।।तब लगा कि मैने अब तक सच में हिन्दुस्तान नही देखा।मैने वीर जवानों का ऐसा अपमान नही देखा।।कल ही तो मंजूर हुई थी छुट्टी उन बेचारों की।कल ही वारंट, C.V. टूटी थी किस्मत के मारों की।।रात-रात में फिर कैसे कन्फर्म सीट वो पा जाते।लेकिन T.T तो T.T है उसको कैसे समझाते।।मैने ऐसा दुखद नजारा देखा पहली बार था।सीट पे बैठाने भर तक को नही कोई तैय्यार था।।कितनी ही ट्रेनों में सैनिक आते -जाते देखा हूँ।औरों को भी खुद की सीटों पर बैठाते देखा हूँ।।पर आज एक सैनिक की बीवीगोद ले बच्चा खडी रही।हैरत में था मगर आत्मा सबकी सोयी पडी रही।।संकट मे हो देश तो सबसेपहले सैनिक जाते हैं।देश की जनता की खातिर वोअपना शीश कटाते हैं।।उस वक्त तो ये जनता भीउनकी जय जयकार लगाती है।आज मगर वो ही जनता क्यों इनसे आँख चुराती है।।रक्षा मंत्रालय भी अपना ध्यान हटाये बैठा है।बस कुछ सीटें MCO में दे हर्षाये बैठा है।।कदम रेलवे मंत्रालय क्योंअपने आप उठायेगा।जब तक कि रक्षा मंत्रालय द्वार न इसके जायेगा।।दिल्ली में ये खादी वाले देखो कुछ ना बोल रहे।और ट्रेनों में वर्दी वाले धक्के खाते डोल रहे।।कुछ तो ऐसे नियम लाओ सुन लो इन मनुहारों को।कन्फर्म सीट हो सैनिक कोऔर सैनिक के परिवारों को।।जान झोंकने वालों का भईइतना तो हक बनता है।चलो बता दो मेरे मत सेसहमत कितनी जनता है

बुधवार, 13 जुलाई 2016

अपनी अपनी सोच का फर्क है। शरीर स्वास्थ्य रहे ताकी ज्यादा मेहनत कर सकें इसलिए........योग करवाया जा रहा है,जेब भरने की आदत पडे़ इसलिए.......खाता खुलवाया जा रहा है,....परिवार और सनाज स्वास्थ्य रहे इसलिए.......शौचालय बनवाया जा रहा है... गाँव के युवा कुछ सीखें इसलिए...डिजिटल India बन रहा है....कंपनीया सारी विदेशी ताकी रोजगार मिल सके इसलिए ........मेक इन India कर रहा है....सभी जाति के लोग मिलकर भारत स्वच्छ करें इसलिए.....स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है..सचमुच देश बदल रहा है.....!!!👏🏻👏🏻👏🏻✍🏻✍🏻✍🏻
कक्षा में शिक्षक ने पूछा : गांव और शहर में क्या अन्तर है ....??एक बालक नें बहुत सुन्दर उत्तर दिया : इतना ही अन्तर है कि गांव में कुत्ते आवारा घूमते हैं और गौमाता पाली जाती है .....और शहर में कुत्ता पाला जाता है और गौमाता आवारा घुमती हैं ...      🍁🌻🌷🍁🌻🍁.........जीवन का कडवा सच........अनाथ आश्रम में बच्चे मिलतें हैं गरीबो के...!और...वृद्धाश्रम में बुजुर्ग मिलतें हैं अमीरों के...!🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏वक्त के साथ सब बदल जाता हैपुराने ज़माने में जिसे ........👍ठेंगा कहते थे,उसे आज👍like कहते है।।।।।।।

मंगलवार, 12 जुलाई 2016

*30 प्रेरणादायिक सुविचार जो किसी कि जिंदगी बदल सकता है। जिसने भी यह कलेक्शन किया होगा वह भी काबीले तारीफ है।**Quote 1 .* जब लोग आपको *Copy* करने लगें तो समझ लेना जिंदगी में *Success* हो रहे हों.*Quoted 2 .* कमाओ…कमाते रहो और तब तक कमाओ, जब तक महंगी चीज सस्ती न लगने लगे.*Quote 3 .* जिस व्यक्ति का लालच खत्म, उसकी तरक्की भी खत्म.*Quote 4 .* यदि *“Plan A”* काम नही कर रहा, तो कोई बात नही *25* और *Letters* बचे हैं उन पर *Try* करों.*Quote 5 .* जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की.*Quote 6 .* भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.*Quote 7 .* अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती हैं.*Quote 8 .* कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता.*Quote 9 .* महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है.*Quote 10 .* जिस चीज में आपका *Interest* हैं उसे करने का कोई टाईम फिक्स नही होता. चाहे रात के *1* ही क्यों न बजे हो.*Quote 11 .* अगर आप चाहते हैं कि, कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये.*Quote 12 .* सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते.*Quote 13 .* जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं.*Quote 14 .* जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.*Quote 15 .* यदि लोग आपके लक्ष्य पर *हंस* नहीं रहे हैं तो समझो *आपका लक्ष्य बहुत छोटा हैं.**Quote 16 .* विफलता के बारे में चिंता मत करो, आपको बस एक बार ही सही होना हैं.*Quote 17 .* सबकुछ कुछ नहीं से शुरू हुआ था.*Quote 18 .* हुनर तो सब में होता हैं फर्क बस इतना होता हैं किसी का *छिप* जाता हैं तो किसी का *छप* जाता हैं.*Quote 19 .* दूसरों को सुनाने के लिऐ अपनी आवाज ऊँची मत करिऐ, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाऐं कि आपको सुनने की लोग मिन्नत करें.*Quote 20 .* अच्छे काम करते रहिये चाहे लोग तारीफ करें या न करें आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है ‘सूरज’ फिर भी उगता हैं.*Quote 21 .* पहचान से मिला काम थोडे बहुत समय के लिए रहता हैं लेकिन काम से मिली पहचान उम्रभर रहती हैं.*Quote 22 .* जिंदगी अगर अपने हिसाब से जीनी हैं तो कभी किसी के *फैन* मत बनो.*Quote 23 .* जब गलती अपनी हो तो हमसे बडा कोई वकील नही जब गलती दूसरो की हो तो हमसे बडा कोई जज नही.*Quote 24 .* आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं.*Quote 25 .* कोशिश करना न छोड़े, गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती हैं.*Quote 26 .* इंतजार करना बंद करो, क्योकिं सही समय कभी नही आता.*Quote 27 .* जिस दिन आपके *Sign #Autograph* में बदल जाएंगे, उस दिन आप *बड़े आदमी बन जाओगें.**Quote 28 .* काम इतनी शांति से करो कि सफलता शोर मचा दे.*Quote 29 .* तब तक पैसे कमाओ जब तक तुम्हारा बैंक बैलेंस तुम्हारे फोन नंबर की तरह न दिखने लगें.*Quote 30 .* *अगर एक हारा हुआ इंसान हारने के बाद भी मुस्करा दे तो जीतने वाला भी जीत की खुशी खो देता हैं. ये हैं मुस्कान की ताकत.*
*अ से अनार,आ से आम।**मिलकर बोलो जय श्रीराम।।**छोटी इ से इमली बड़ी ई से ईख।**रामायण सिखाती ,अच्छी-अच्छी सीख।।**छोटे उ से उल्लू बड़े ऊ से ऊँट।**राम नाम का भरलो घूंट।।**ए से एड़ी ऐ से ऐनक।**हनुमानजी श्रीराम के सेवक।**ओ से ओखली ,औ से औरत।**राम नाम सबसे बड़ी दौलत।।**अं से अंगूर ,अ; रहा खाली।**राम नाम हर ताले की ताली।।**भक्तों बजाओ ,जोर से ताली।**भर जाएगी झोली खाली।।**प्रेम से बोलो जोर से बोलो**जय-जय श्रीराम, जय-जय हनुमान*🕉    ।।जय सियाराम।।    🕉

रविवार, 10 जुलाई 2016

अक्ल बाटने लगे विधाता,             लंबी लगी कतारें ।सभी आदमी खड़े हुए थे.            कहीं नहीं थी नारी ।सभी नारियाँ कहाँ रह गई.          था ये अचरज भारी ।पता चला ब्यूटी पार्लर में,          पहुँच गई थी सारी।मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,           एक एक पर भारी ।बैठी थीं कुछ इंतजार में,          कब आएगी बारी उधर विधाता ने पुरूषों में,         अक्ल बाँट दी सारी ।ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,        जब पहुँची सब नारी बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,      नहीं अक्ल अब बाकी ।रोने लगी सभी महिलाएं ,        नींद खुली ब्रह्मा की ।पूछा कैसा शोर हो रहा है,         ब्रह्मलोक के द्वारे ?पता चला कि स्टॉक अक्ल का,          पुरुष ले गए सारे ।ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,          बहुत देर कर दी है ।जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,          पुरुषों में भर दी है ।लगी चीखने महिलाये ,       ये कैसा न्याय तुम्हारा?कुछ भी करो हमें तो चाहिए.          आधा भाग हमारा ।पुरुषो में शारीरिक बल है,          हम ठहरी अबलाएं ।अक्ल हमारे लिए जरुरी ,         निज रक्षा कर पाएं ।सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,         तब बोले ब्रह्मा जी ।एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,         अब हो जाओ राजी थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,         रहे पुरुष पर भारी ।कितना भी वह अक्लमंद हो,         अक्ल जायेगी मारी ।एक औरत ने तर्क दिया,        मुश्किल बहुत होती है।हंसने से ज्यादा महिलाये,        जीवन भर रोती है ।ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,        रोना भी कर देगा ।औरत का रोना भी नर की,        अक्ल हर लेगा ! एक अधेड़ बोली बाबा ,    हंसना-रोना नहीं आता ।झगड़े में है सिद्धहस्त हम,       खूब झगड़ना भाता ।ब्रह्मा बोले चलो मान ली,       यह भी बात तुम्हारी ।झगडे के आगे भी नर की,       अक्ल जायेगी मारी ।ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,       अंतिम वचन हमारा ।तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.       पूरा न्याय हमारा ।इन अचूक शस्त्रों में भी,        जो मानव नहीं फंसेगा । निश्चित समझो,     उसका घर नहीं बसेगा ।कहे कवि मित्र ध्यान से,        सुन लो बात हमारी ।बिना अक्ल के भी होती है,       नर पर नारी भारी।💃💃💃💃💃💃
अक्ल बाटने लगे विधाता,             लंबी लगी कतारें ।सभी आदमी खड़े हुए थे.            कहीं नहीं थी नारी ।सभी नारियाँ कहाँ रह गई.          था ये अचरज भारी ।पता चला ब्यूटी पार्लर में,          पहुँच गई थी सारी।मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,           एक एक पर भारी ।बैठी थीं कुछ इंतजार में,          कब आएगी बारी उधर विधाता ने पुरूषों में,         अक्ल बाँट दी सारी ।ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,        जब पहुँची सब नारी बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,      नहीं अक्ल अब बाकी ।रोने लगी सभी महिलाएं ,        नींद खुली ब्रह्मा की ।पूछा कैसा शोर हो रहा है,         ब्रह्मलोक के द्वारे ?पता चला कि स्टॉक अक्ल का,          पुरुष ले गए सारे ।ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,          बहुत देर कर दी है ।जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,          पुरुषों में भर दी है ।लगी चीखने महिलाये ,       ये कैसा न्याय तुम्हारा?कुछ भी करो हमें तो चाहिए.          आधा भाग हमारा ।पुरुषो में शारीरिक बल है,          हम ठहरी अबलाएं ।अक्ल हमारे लिए जरुरी ,         निज रक्षा कर पाएं ।सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,         तब बोले ब्रह्मा जी ।एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,         अब हो जाओ राजी थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,         रहे पुरुष पर भारी ।कितना भी वह अक्लमंद हो,         अक्ल जायेगी मारी ।एक औरत ने तर्क दिया,        मुश्किल बहुत होती है।हंसने से ज्यादा महिलाये,        जीवन भर रोती है ।ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,        रोना भी कर देगा ।औरत का रोना भी नर की,        अक्ल हर लेगा ! एक अधेड़ बोली बाबा ,    हंसना-रोना नहीं आता ।झगड़े में है सिद्धहस्त हम,       खूब झगड़ना भाता ।ब्रह्मा बोले चलो मान ली,       यह भी बात तुम्हारी ।झगडे के आगे भी नर की,       अक्ल जायेगी मारी ।ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,       अंतिम वचन हमारा ।तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.       पूरा न्याय हमारा ।इन अचूक शस्त्रों में भी,        जो मानव नहीं फंसेगा । निश्चित समझो,     उसका घर नहीं बसेगा ।कहे कवि मित्र ध्यान से,        सुन लो बात हमारी ।बिना अक्ल के भी होती है,       नर पर नारी भारी।💃💃💃💃💃💃

गुरुवार, 7 जुलाई 2016

*जिसका जैसा "चरित्र" होता है*
_उसका वैसा ही "मित्र" होता है_
*"शुद्धता" होती है "विचारों" में*
"_आदमी" कब "पवित्र" होता है_
*फूलो में भी कीड़े पाये जाते हैं..,*
_पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं..,_
*बुराई को छोड़कर अच्छाई देखिये तो सही..,*
_नर में भी नारायण पाये जाते हैं..!!_
*मैं आप लोगो के साथ हूँ ये मेरा भाग्य है।*
_पर आप सभी लोग मेरे साथ है यह मेरा सौभाग्य है_...🙏
कोलेज लाइफ _रिलायंस जैसी
     करलो दुनिया मुठ्ठी में.

बेचलर लाइफ....एयरटेल जैसी
      ऐसी आजादी और कहाँ

सगाइ के बाद...आइडिया जैसी
     जो बदल दे आप की दुनिया.

शादी के बाद....वोडाफोन जैसी.
जहाँ भी जाओ नेटवर्क साथ ही साथ

बच्चे होने के बाद....बी,एस,एन,एल,
     इस रुट की सभी लाइन व्यस्त है

लेकीन मित्रता... एल.आई.सी जैसी
            जिंदगी के साथ भी,
             जिंदगी के बाद भी

बुधवार, 6 जुलाई 2016

आप सभी को "भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा" की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ, ये रथ-यात्रा आपके जीवन में सुख, समृधि , शांति के नये सौपान लाये, योगेश्वर श्री कृष्ण आपके जीवन को मार्गदर्शित करे..इसी शुभेच्छा के साथ  "रथ यात्रा पर्व"  की हार्दिक बधाईयाँ...जय जगन्नाथ  !! 

मंगलवार, 5 जुलाई 2016

क्या दिन -रात ,क्या सुबहो शामजीवन चक्र घूम रहा अविराम।क्षण भंगुर हैं इसके सुर तालघातलगाये बैठा हर पल काल।पल की जिसको खबर नहींवो सदियों की बात करे है ।नियति की कठपुतली है इंसानहमने कहीं देखा है या कहीं सुना हैअंधे प्यार, और फरेब वफा मेंहसद के दलदल में डूबा संसारसुख संतोष गिनती के लम्हेंअतृप्ति चाहों के अगणित भंडार ।निष्ठुर जग में किसको तृप्ति मिली है ?फिर भी कितनी अकुलाती हैप्यास ।चाहों के दाहों से जलता इंसानहमने कहीं देखा है या कहीं सुना है ।

सोमवार, 4 जुलाई 2016

2💇💇💇💇💇💇💇एक औरत गर्भ से थीपति को जब पता लगाकी कोख में बेटी हैं तोवो उसका गर्भपातकरवाना चाहते हैंदुःखी होकर पत्नी अपनेपति से क्या कहती हैं :-👧 👧 👧 👧 👧 👧 👧 👧🙏 सुनो,ना मारो इस नन्ही कलि को,वो खूब सारा प्यार हम परलुटायेगी,जितने भी टूटे हैं सपने,फिर से वो सब सजाएगी..👼 👼 👼 👼 👼 👼 👼😒 सुनो,ना मारो इस नन्ही कलि को,जब जब घर आओगेतुम्हे खूब हंसाएगी,तुम प्यार ना करनाबेशक उसको,वो अपना प्यार लुटाएगी..👸 👸 👸 👸 👸 👸 👸 👸 👸😡 सुनोना मारो इस नन्ही कलि को,हर काम की चिंताएक पल में भगाएगी,किस्मत को दोष ना दो,वो अपना घरआंगन महकाएगी..💇💇💇💇💇💇💇💇💇💇😑ये सब सुन पतिअपनी पत्नी को कहता हैं :-👧👧👧👧👧👧👧👩सुनोमें भी नही चाहता मारनाइसनन्ही कलि को,तुम क्या जानो,प्यार नहीं हैंक्या मुझको अपनी परी से,पर डरता हूँसमाज में हो रही रोज रोजकी दरिंदगी से..👼👼👼👼👼👼👼😿😳क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचापाएगी,क्यूँ ना मारू में इस कलि को,वो बहार नोची जाएगी..में प्यार इसे खूब दूंगा,पर बहार किस किस सेबचाऊंगा,👸👸👸👸👸👸👸👸😨जब उठेगी हर तरफ सेनजरें, तो रोक खुद कोना पाउँगा..क्या तू अपनी नन्ही परी को,इस दौर में लाना चाहोगी,👨👨👨👨👨👨👨👨👨👨😞जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सहपाओगी,क्यों ना मारू में अपनी नन्हीपरी को, क्या बीतीहोगी उनपे,जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना,क्या तू भी अपनी परी कोऐसी मौत दिलाना चाहोगी..🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅👼ये सुनकर गर्भ सेआवाज आती है…..ंसुनो माँ पापा-मैं आपकी बेटी हूँमेरी भी सुनो :-👧👧👧👧👧👧👧👧🙆पापा सुनो ना,साथ देना आप मेरा,मजबूत बनाना मेरे हौसले को,घर लक्ष्मी है आपकी बेटी,वक्त पड़ने पर मैं काली भी बनजाऊँगी👸👸👸👸👸👸👸👸💁पापा सुनो,ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ानदेना मेरे हर वजूद को,में भी कल्पना चावला की तरह,ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..👧👧👧👧👧👧👧👧🙅पापा सुनो,ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बनजाना मेरी छत्र छाया,में झाँसी की रानीकी तरह खुद की गैरो से लाजबचाऊँगी…👼👼👼👼👼👼👼👼👼😗पति (पिता) ये सुन करमौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगीमहसूसकरने लगा और कहता हैंअपनी बेटी से :-👵👵👵👵👵👵👵👵👵👵😞मैं अब कैसे तुझसेनजरे मिलाऊंगा,चल पड़ा था तेरा गला दबाने,अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा,मुझे माफ़ करनाऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां मेंसम्मान से लाऊंगा..👧👧👧👧👧👧👧👧👧😣वहशी हैं ये दुनियातो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटियाबनाऊंगा.👶👶👶👶👶👶👶👶👨मेरी इस गलती कीमुझे है शर्म,घर घर जा के सबकाभ्रम मिटाऊंगाबेटियां बोझ नहीं होती..अब सारे समाज मेंअलख जगाऊंगा!!!

रविवार, 3 जुलाई 2016

🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷           💐बोलो धत्त तेरे की !💐नमस्कार को टाटा खाया,नूडल को आटा !! अंग्रेजी के चक्कर में ,हुआ बडा ही घाटा !!!! बोलो धत्त तेरे की !!😉माताजी को मम्मी खा गयी,पिता को खाया डैड !! दादाजी को ग्रैंडपा खा गये,सोचो कितना बैड !!!! बोलो धत्त तेरे की !!🌀गुरुकुल को स्कूल खा गया,गुरु को खाया चेला !! सरस्वती की प्रतिमा पर,उल्लू मारे ढेला !!!!बोलो धत्त तेरे की !!😊चौपालों को बियर बार खा गया,रिश्तों को खाया टी.वी. !! देख सीरियल लगा लिपिस्टिक,बक-बक करती बीबी !!!! बोलो धत्त तेरे की !!🌕रस्गुल्ले को केक खा गया,और दूध पी गया अंडा !! दातून को टूथपेस्ट खा गया,छाछ पी गया ठंढा !!!! बोलो धत्त तेरे की !!😀परंपरा को कल्चर खा गया,हिंदी को अंग्रेजी !! दूध-दही के बदले चाय, पी कर बने हम लेजी !!!!बोलो धत्त तेरे की||🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷🍁🌷