रविवार, 26 मार्च 2017

Aaj ki pativarta nari

एक पत्नी अपने पति के घर आने के बाद ही खाना खाती थी।
मोहल्ले की सारी स्त्रियाँ उसका बड़ा सम्मान करती थीं।

कहती थीं - तुम महान हो। पतिव्रता हो।
सती हो। देवी हो। साध्वी हो।
भारतीय संस्कृति की पुजारिन हो। हमारी प्रेरणा हो।
इस कलियुग में आदर्श नारी हो।

एक दिन एक स्त्री ने पूछा - आप इतनी तपस्या कर कैसे लेती हो?

वो बोली - मजबूरी है। मेरे पति आते हैं और खाना बनाते हैं तभी तो खाती हूँ।।

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