शनिवार, 8 अप्रैल 2017

*One of the Great msg*

```हज़ारों साल से मेरा समाज दूसरों के पाँव छूकर जिंन्दगी जीता आया है| मैं उन्हे इतना क़ाबिल बनाना चाहता हुँ कि वो अपनी जिंन्दगी किसी के सहारे पर नहीं बल्की अपनी मेहनत पर जिये। लेकिन मेरे लोग मेरे पैर छूकर अपनी ज़िम्मेदारी भूलना चाहते है| मेरा जय जयकार करने से आंदोलन आगे बढ़ने वाला नहीं है| मेरी विचारधारा को समझकर कार्य करना चाहिए, यह बात मैं समाज को बताना चाहता हूँ।```
              
  *- डॉ. बाबासाहब आंबेडकर*

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