बुधवार, 2 सितंबर 2020

*निजी विद्यालयों के संचालक इसे पढ़े व विचार करें🙏🙏**बात इसी के महीने की है*🌹🙏*एक स्कूल की मैडम जो कि साड़ी की बड़ी शौकीन थीं* *साड़ी की दुकान पर गई* *दुकान से मैडम हर महीने सैलरी मिलने पर एक साड़ी लेती थी* *दुकानदार ने आदर सत्कार किया और पूछा भी कि आप 4 महीने से आई नही खेर.....**मैडम ने 1000 रुपये की साड़ी पसंद की**दुकानदार ने 5000 रुपये का बिल बना दिया**बिल देख कर मैडम को कुछ समझ नही आया**बोली 1000रु की साड़ी के 5000 रुपये का बिल कैसे**दुकानदार बोला बाकी पिछले 4 महीने की साड़ी के है**मैडम बोली लेकिन वो तो मैंने ली ही नही तो पैसे किसके दूं*❓*दुकानदार ने पास ही खड़े 4 staaf की ओर इशारा किया औऱ बोला**मैडम इनकी सैलरी देनी है 4 महीने की**वो कहा से दूं*❓*मैडम को गुस्सा आया बोली इनकी सैलरी मेरे जिम्मेदारी है क्या❓ आप दुकान चलाते हैं यहाँ की खर्चे की जवाबदेही आप की है*❗*आपने आज तक इनकी सैलरी जितने पैसे भी नही कमाए क्या*❓*औऱ नही कमाए तो दुकान बंद कर दो**या स्टाफ नया रख लो*❗*आप अपने खर्चों के लिये किसी दूसरे से जबरदस्ती पैसे कैसे ले सकते हो*❓*आप तो सरासर भीख मांग रहे हो वो भी दादागिरी से आप को शर्म आनी चाहिए**दुकानदार मन ही मन मुस्कुराया**ओर बोला**मैडम जब हम फीस माफी के लिये स्कूल आये थे तब आप वही थी और आपने अपनी सैलरी को ले कर ही फीस माँगी थी, क्या वो सही था*❓*अब मैडम का चेहरा देखने लायक था*❗

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