बुधवार, 26 अक्तूबर 2016

आदमी की सोच और नियत
समय समय पर बदलती रहती है,
चाय में मख्खी गिर जाए तो चाय फेंक देता है,

और अगर देशी घी में मख्खी गिर जाए तो
मख्खी को फेंक देता है !!


 उनकी परवाह मत करो
जिनका विश्वास वक्त के साथ बदल जाए,
परवाह सदा उनकी करो,
जिनका विश्वास आप पर तब भी रहे
जब आपका वक्त बदल जाए !!


मुस्कुराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उमर बिताना ही जिन्दगी नहीं होती,
खुद से भी ज्यादा खयाल रखना पड़ता है दोस्तों का,
क्यूंकि सिर्फ दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं होती !!


 बस एक ही बात सीखी है जिन्दगी में,
अगर अपनों के करीब रहना है तो मौन रहो,
और अगर अपनों को दिल के करीब रखना है
तो कोई बात दिल पे मत लो !!


अगर लोग केवल जरुरत पर
ही आपको याद करते है तो
बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये,
क्योंकि मोमबत्ती की याद तभी आती है,
जब अंधकार होता है !!


कोई भी व्यक्ति तुम्हारे पास तिन कारणों से आता है,
भाव से, अभाव से और प्रभाव से,
यदि भाव से आया है तो उसे प्रेम दो,
अभाव में आया है तो उसे मदद करो,
और यदि प्रभाव से आया है तो प्रसन्न हो जाओ
की परमात्मा ने तुम्हे इतनी क्षमता दी है !!


जब थोड़ी फुरसत मिले अपने दिल की बात कह दीजिये,
बहोत खामोश रिश्तें ज्यादा दिनों तक जिन्दा नहीं रहते !!

ये दोस्ती का बंधन भी कितना अजीब होता है,
मिल जाए तो बातें लम्बी और बिछड़ जाए तो यादें लम्बी !!

वादा भी करो और इरादा भी करो,
ख्वाहिशों में खुद को आधा ना करो,
बदल देते है लोग कर्म से ही दुनिया,
तक़दीर पर भरोसा कुछ ज्यादा ना करो !!

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