�� ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~
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⛅ *आज का दिनाँक - 01 फरवरी 2017*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2073*
⛅ *शक संवत -1938*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - शिशिर*
⛅ *मास - माघ*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पंचमी*
⛅ *नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद*
⛅ *योग - सिद्ध*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:34 से दोपहर 01:55 तक*
⛅ *सूर्योदय - 07:17*
⛅ *सूर्यास्त - 18:27*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - वसंत पंचमी -श्री पंचमी, सरस्वती पूजा, आचार्य सुंदर साहेब जयंती (स.सम्प्र)*
�� *विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।
�� *वसंत पंचमी* ��
���� *वसंत पंचमी माँ सरस्वती का प्रागट्य दिवस है । सारस्वत्य मंत्र लिए हुए जो भी साधक हैं , सरस्वती माँ का पूजन करें और सफेद गाय का दूध मिले अथवा गाय के दूध की खीर बनाकर सरस्वती माँ को भोग लगायें
। सफेद पुष्पों से पूजन करें और जिन विद्यार्थियों ने सारस्वत्य मंत्र लिया है वे तो खास जीभ तालू पर लगाकर सारस्वत्य मंत्र का जप इस दिन करें तो वे प्रतिभासम्पन्न आसानी से हो जायेंगे ।*
���� *वसंत पंचमी सरस्वती माँ का आविर्भाव का दिवस है । जो भी पढ़ते हों और शास्त्र आदि या जो भी ग्रन्थ, उनका आदर-सत्कार-पूजन करो । और भ्रूमध्य में सूर्यदेव का ध्यान करो । जिससे पढ़ाई-लिखाई में आगे बढ़ोगे ।*
�� *गुप्त नवरात्रि* ��
���� *हिंदू धर्म के अनुसार, एक वर्ष में चार नवरात्रि होती हैं, लेकिन आमजन केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं। आषाढ़ तथा माघ मास की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ माघ शुक्ल प्रतिपदा (28 जनवरी, शनिवार) से हो चुका है, जिसका समापन 5 फरवरी, रविवार को होगा। इस नवरात्रि में भी हर तिथि पर माता के एक विशेष रूप की पूजा की जाती है। जानिए गुप्त नवरात्रि में किस दिन देवी के किस रूप की पूजा करें-*
���� *पांचवें दिन करें स्कंदमाता की पूजा*
*माघ मास की गुप्त नवरात्रि की पंचमी तिथि (1 फरवरी, बुधवार) को स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता भक्तों को सुख-शांति प्रदान करने वाली हैं। देवासुर संग्राम के सेनापति भगवान स्कन्द की माता होने के कारण मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जानते हैं। इस दिन साधक का मन विशुद्ध चक्र में स्थित होना चाहिए जिससे कि ध्यान की वृत्ति एकाग्र हो सके। यह शक्ति परम शांति व सुख का अनुभव कराती हैं।*
�� *गुप्त नवरात्रि* ��
���� *नवरात्र में हर दिन देवी के अलग रूप की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में विभिन्न उपायों से माता को प्रसन्न किया जाता है। नवरात्र में देवी को हर दिन एक विशेष प्रकार का भोग लगाया जाता है।*
���� *नवरात्र में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक देवी को ये विशेष भोग अर्पित करने तथा बाद में इसे गरीबों को दान करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। गुप्त नवरात्र में किस तिथि पर देवी मां को किस चीज का भोग लगाएं,*
���� *पंचमी तिथि (01 फरवरी, बुधवार) को माता दुर्गा को केले का भोग लगाएं ।इससे परिवार में सुख-शांति रहती है ।*