*✍🏻लोहा नरम होकर*
*औजार बन जाता है*
*सोना नरम होकर*
*जेवर बन जाता है*
*मिट्टी नरम होकर*
*खेत बन जाती है*
*आटा नरम होता है*
*तो रोटी बन जाती है*
*ठीक इसी तरह अगर*
*इंसान भी नरम हो जाये*
*तो लोगो की दिलों मे*
*अपनी जगह बना लेता है।*
*औजार बन जाता है*
*सोना नरम होकर*
*जेवर बन जाता है*
*मिट्टी नरम होकर*
*खेत बन जाती है*
*आटा नरम होता है*
*तो रोटी बन जाती है*
*ठीक इसी तरह अगर*
*इंसान भी नरम हो जाये*
*तो लोगो की दिलों मे*
*अपनी जगह बना लेता है।*
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