Lekh Rachnaye
मंगलवार, 20 दिसंबर 2016
*थोड़ी सी माफी उधार दे दें*
*ऐ मेरे प्रभु जी*
*जानता हूँ*
*कोशिश चाहे कितनी भी कर लूँ*
*मगर गुनाह मुझसे होते रहेंगे*
💐
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