Lekh Rachnaye
मंगलवार, 20 दिसंबर 2016
*भरोसा खुद पर रखो*
*तो ताकत बन जाती है*
*और दूसरों पर रखो तो*
*कमजोरी बन जाती है…!*
*आप कब सही थे...*
*इसे कोई याद नहीं रखता।*
*लेकिन आप कब गलत थे...*
*इसे सब याद रखते हैं।
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