गुरुवार, 31 मार्च 2016

मैं पैसा हूँ..... एक निर्जीव वस्तु..... आप मेरी तरफ देखो तो मैं आपकी तरफ देखता भी नहीं फिर भी आपके पास हूँ तो सब आपको देखते हैं.........।आप मुझसे बात करो तो मैं आपसे बात भी नहीं करता....... मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके साथ बात करते हैं.........।मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ..आपके पास नहीं हूँ तो आपका नहीं हूँ ...मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके पास हैं.....।मैं कुछ भी नहीं हूँ मगर मैं निर्धारित करता हूँ कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है.......।मैं भगवान् नहीं.....मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते........। मैं बोलता नहीं....मगर सबकी बोलती बंद करवा सकता हूँ.......। मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ.......। मुझ में बहुत ताकत है.... मगर फिर भी बहुत सीमितताएं भी है.....कभी आप सोच कर देखिये क्या आप सच में मुझसे प्यार करते हैं.....नहीं कोई मुझसे प्यार नहीं करता वो सर्फ मुझे इस लिए पसंद करते हैं क्योकि मैं एक साधन हूँ उनकी खुशियों का.......। मैं सिर्फ जरुरत के समय पैसा हूँ फिर बस एक कागज़ का टुकड़ा हूँ........।सिर्फ मुझे पाकर कोई खुश रहता तो शायद बिल गेट्स दुनिया का सबसे खुश इंसान होता......।मैं नमक की तरह हूँ जो जरुरी तो है मगर जरुरत से ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है.....।मैं सारे फसाद की जड़ हूँ मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं.......।इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेसुमार था मगर फिर भी वो मरे और रोने वाला कोई नहीं था.......।मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक की लोग आपको नापसन्द न करने लगे ......।मैं पैसा हूँ ............

बुधवार, 30 मार्च 2016

एक बेराजगार इंजीनियर काफी दिनों से नौकरी की तलाश कर रहा था, पर नौकरी उस लड़की की तरह व्यवहार कर रही थी जो क्लास के सभी लड़को को डेट कर चुकी थी लेकिन सिर्फउसी से कतरा रही थी।.उसके साथ के सारे mba, mca जॉब पर लग चुके थे लेकिन उसेहर जगह से ठुकराया जा चुका था। माँ बाप ने भीजेब खर्च देना बंद कर दिया था और गर्लफ्रेंड तो किसीऔर से शादी कर दो बच्चों की माँ बन चुकी थी।.ऐसी मुश्किल परिस्थिति में इंजीनियर ने तय किया कि अब जो भी काम मिले कर लूँगा... कम से कम दो वक़्त की रोटीतो नसीब होगी।.😛😛तभी बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा और उसे पता चला कि सर्कस में एक मैनेजर की जगह खाली है।इंजीनियर को लगा कि चाहे जो हो जाये इस नौकरी कोहाथ से जाने न दूंगा।.उसने इंटरव्यू दिया तो देखा कि सर्कस में तो उसके जैसेइंजीनियर्स की लाइन लगी है, वो ये देख निराश हो गया।.सर्कस का मालिक उसकी निराशा समझ गया, वो भला आदमी था उसने इंजीनियर के कान में कहा कि एक नौकरी है, करना चाहो तो दो वक़्त के खाने और 30 हजार रूपये महीने पे दे सकता हूँ।.😛😛इंजीनियर इस काम के लिए ख़ुशी ख़ुशी तैयार हो गया और एक वक़्त का भर पेट खाना खाने के बाद मालिक ने उसेअपने कमरे में बुलाया और बन्दर🙊 की ड्रेस देकर कहा - इसे पहन लो और किसी पेड़ की डाली में चढ़ कर बैठ जाओ, जबलोग आये तो उन्हें तरह तरह के करतब दिखाओ,अपनी हरकतों से उन्हें हँसाओ...इंजीनियर ने चुपचाप बन्दर की ड्रेस पहन ली और पेड़ पर चढ़कर लोगों का मनोरंजन करने लगा।.बहुत से लोग आते, उसे देखते और खुश होते। कुछ उसे केला देतेतो कुछ मूंगफलियां खिलाते। कुछ उसेपत्थर मारते, चिढ़ाते।.एक दिन सर्कस देखने उसी के कॉलेज के जूनियर्स का ग्रुपआया था।वो उन्हें देख कर बहुत खुश हो गया और सोचा कि आज इनका खूब मनोरंजन करूँगा।लेकिन ये नए नवेले इंजीनियर्स बहुत दुष्ट थे, ये बन्दर को परेशान करने लगे।.😡कोई उसकी पूँछ खींचने लगा तो कोई पत्थर मारने लगा औरइसी खींचतान में बन्दर शेर के बाड़े में गिर गया।.😂😂😂😡😡बन्दर ने शेर को देखा और शेर ने बन्दर को, लोगो ने बाड़े केबाहर से दोनों को देखा।.😂😂😂😂😳😳बन्दर की हालत पतली हो गयी और दर्शकों को पसीना छूटनेलगा।बन्दर भगवान् से प्रार्थना करने लगा, उसे लगा कि उसका आखिरी समय आ गया है। शेर आराम से बन्दर के पास आयाऔर उसे सूंघने लगा, दर्शको की आँखों में आंसू आ गए।.😂😂😢😢😢बन्दर 🙈ने डर के मारे आँखे बंद कर लीं और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगा।.😱😱😱😱😱😱😱अचानक बन्दर 🙉के कानो में शेर की आवाज़ गूंजी - अरे, गुप्ता घबरा मत, मैं हूँ तेरा सीनियर, सुमित त्रिवेदी 1993बैच... सिविल ब्रांच....😆😆😜😜😜😜‪#‎हाय‬ रे बेरोजगारी,
🙏🙏निरोगधाम पत्रिका🙏🙏        👉जीवनोपयोगी बातें :-1- सुबह उठ कर कैसा पानी पीना चाहिए?उत्तर:   हल्का गर्म2- पानी पीने का क्या तरीका होता है?उत्तर  सिप सिप करके व नीचे बैठ कर.3 -खाना कितनी बार चबाना चाहिए?उत्तर:  32 बार4- पेट भर कर खाना कब खाना चाहिए?उत्तर:  सुबह.5- सुबह का खाना कब तक खा लेना चाहिए?उत्तर: सूरज निकलने के ढाई घण्टे तक.6- सुबह खाने के साथ क्या पीना चाहिए?उत्तर:  जूस7- दोपहर को खाने के साथ क्या पीना चाहिए?उत्तर:  लस्सी/छाछ.8 -रात को खाने के साथ क्या पीना चाहिए?उत्तर:  दूध.9 -खट्टे फल किस समय नही खाने चाहिए?उत्तर:  रात को.10 -लस्सी खाने के साथ कब पीनि चाहिए?उत्तर:  दोपहर को.11 -खाने के साथ जूस कब लिया जा सकता है?उत्तर:  सुबह.12 -खाने के साथ दूध कब ले सकते है?उत्तर:  रात को.13 -आईसक्रीम कब खानी चाहिए?उत्तर:  कभी नही.14- फ्रीज़ से निकाली हुई चीज कितनी देर बाद खानी चाहिए?उत्तर:  1 घण्टे बाद.15- क्या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए?उत्तर:  नहीं.16 -बना हुआ खाना कितनी देर बाद तक खा लेना चाहिए?उत्तर:  40 मिनट.17--रात को कितना खाना खाना चाहिए?उत्तर:   न के बराबर.18 -रात का खाना किस समय कर लेना चाहिए?उत्तर:- सूरज छिपने से पहले.19 -पानी खाना खाने से कितने समय पहले पी सकते हैं?उत्तर:  48 मिनट20-क्या रात को लस्सी पी सकते हैं?उत्तर:  नही.21 -सुबह खाने के बाद क्या करना चाहिए?उत्तर:  काम22 -दोपहर को खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए ?उत्तर:  आराम.23 -रात को खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए?उत्तर:  500 कदम चलना चाहिए.24 -खाना खाने के बाद हमेशा क्या करना चाहिए?उत्तर:  वज्र आसन.25 -खाना खाने के बाद वज्रासन कितनी देर करना चाहिए?                                         उत्तर:  5-10 मिनट.26 -सुबह उठ कर आखों मे क्या डालना चाहिए?उत्तर:  मुंह की लार.27 -रात को किस समय तक सो जाना चाहिएउत्तर:  9-10बजे तक.28- तीन जहर के नाम बताओ?उत्तर: चीनी, मैदा, सफेद नमक.29 -दोपहर को सब्जी मे क्या डाल कर खाना चाहिए?उत्तर:  अजवायन.30 -क्या रात को सलाद खानी चाहिए?उत्तर:  नहीं.31 -खाना हमेशा कैसे खाना चाहिएउत्तर:  नीचे बैठकर व खूब चबाकर.32 -चाय कब पीनी चाहिए?उत्तर:  कभी नहीं.33- दूध मे क्या डाल कर पीना चाहिए?उत्तर:  हल्दी.34--दूध में हल्दी डालकर क्यों पीनी चाहिए?उत्तर:  कैंसर ना हो इसलिए.35 -कौन सी चिकित्सा पद्धति ठीक है?उत्तर:  आयुर्वेद.36 -सोने के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए?उत्तर:  अक्टूबर से मार्च (सर्दियों मे)?37--ताम्बे के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए?उत्तर:   जून से सितम्बर(वर्षा ऋतु).38 -मिट्टी के घड़े का पानी कब पीना चाहिए?उत्तर:  मार्च से जून (गर्मियों में).39 -सुबह का पानी कितना पीना चाहिए?उत्तर:  कम से कम 2-3 गिलास.40 -सुबह कब उठना चाहिए?उत्तर:  सूरज निकलने से डेढ़ घण्टा पहले.आपसे विनम्र निवेदन है कि यह मैसेज कम से कम 2 लोगो को भेजें:
स्नान तन को    
 ध्यान मन को    
   दान धन को      
    योग जीवन को    
  प्रार्थना आत्मा को       
    व्रत स्वास्थ को       
    क्षमा रिश्तो को     
         परोपकार किस्मत को         
  शुद्ध कर देता है।।         

सोमवार, 28 मार्च 2016

अगर सचिन तेंदुलकर जी क्रिकेट के भगवान है 
तो कोहली भी भैरुं बाबा तो बन ही चूके है तो
बोलो विराट पचंमी की जय हो

शनिवार, 26 मार्च 2016

हार्ट के ऑपरेशन को  bypass क्यूँ कहते हैं ??????...क्योंकि......सही हुआ तो pass,,.वरना.... byeAjeeb hai na ::--💧 यदि आप फूलों पर सो रहे हैं        तो ये आपकी पहली रात है l💧 और यदि फूल आप पर सो रहे        है तो ये आपकी आखिरी रात है l(अजब तेरी दुनिया गज़ब तेरा खेल)💧 मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद        किया जाता है l💧 और मोमबत्ती बुझाकर जन्म        दिन मनाया जाता है l(कैसी विडम्बना है हमारे देश की)💧 फूलन देवी डाकू होकर भी        चुनाव जीत गई थी l💧 और किरन बेदी पुलिस वाली        होकर भी हार गई l(किस्मत के खेल निराले मेरे भैया)कितनी अजीब दुनिया हैं, जहाँ औरतें ‘दूसरी औरतोंकी शिकायते करते नहीं थकती,जबकि पुरूष ‘दूसरी औरतों’ की तारीफ करते नहीँथकते !!!पुरुष सच में महान हैं !!5 चीजें जो खत्म होने पे बहुत तकलीफ देते हैं1. दोस्ती2. पैसा3. प्यार4. रविवार और5. इंटरनेट पेकलास्ट वाला तो रुला ही देता है… पुराने जमाने में जब कोईअकेला बैठकर हंसता था, तो लोगकहते थे… कि इसपर कोई भूत-प्रेत का सांया है..!!आज कोई अकेले में बैठकर हंसता हैतो कहते हैं…मुझे भी SEND कर दे

गुरुवार, 24 मार्च 2016

WM..आज कलम का कागज से ""मै दंगा करने वाला  हूँ,"".मीडिया की सच्चाई को मै ""नंगा करने वाला हूँ "".मीडिया जिसको लोकतंत्र का ""चौंथा खंभा होना था,""खबरों की पावनता में "".जिसको गंगा होना था ""आज वही दिखता है हमको ""वैश्या के किरदारों में,"".बिकने को तैयार खड़ा है ""गली चौक बाजारों में"".दाल में काला होता है ""तुम काली दाल दिखाते हो,"".सुरा सुंदरी उपहारों की ""खूब मलाई खाते हो"".गले मिले सलमान से आमिर,""ये खबरों का स्तर है,"".और दिखाते इंद्राणी का ""कितने फिट का बिस्तर है "".म्यॉमार में सेना के ""साहस का खंडन करते हो,"".और हमेशा दाउद का""तुम महिमा मंडन करते हो"".हिन्दू कोई मर जाए तो ""घर का मसला कहते हो,"".मुसलमान की मौत को ""मानवता पे हमला कहते हो"".लोकतंत्र की संप्रभुता पर ""तुमने कैसा मारा चाटा है,"".सबसे ज्यादा तुमने हिन्दू ""मुसलमान को बाँटा है"".साठ साल की लूट पे भारी ""एक सूट दिखलाते हो,"".ओवैसी को भारत का तुम ""रॉबिनहुड बतलाते हो"".दिल्ली में जब पापी वहशी ""चीरहरण मे लगे रहे,"".तुम एश्श्वर्या की बेटी के ""नामकरण मे लगे रहे"".'दिल से' दुनिया समझ रही है "'"खेल ये बेहद गंदा है,"".मीडिया हाउस और नही कुछ""ब्लैकमेलिंग का धंधा है"".गूंगे की आवाज बनो ""अंधे की लाठी हो जाओ,""सत्य लिखो निष्पक्ष लिखो ""और फिर से जिंदा हो जाओ।
होली की हर्षित बेला पर,खुशियां     मिले     अपार |यश,कीर्ति, सम्मान     मिले, और      बढे        सत्कार ||       शुभ-शुभ रहे हर दिन हर पल,        शुभ-शुभ     रहे       विचार |        उत्साह.   बढे  चित चेतन में,        निर्मल      रहे        आचार ||सफलतायें नित  नयी मिले,बधाई                बारम्बार |मंगलमय हो काज  आपके,सुखी       रहे      परिवार ||       आप और आपके परिवार को   "होली की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं"

बुधवार, 23 मार्च 2016


Jबसंत ऋतु की बहार, चली पिचकारी, उड़ा गुलाल  
रंग बरसे नीला, हरा, पीला और लाल;मुबारक हो आपको होली का यह त्यौहार
राधा का रंग और कन्हया की पिचकारी;प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी;
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली;मुबारक हो आपको रंग भरी होली।
थोड़ा सा रंग, थोड़ी सी ठंडाई;कृषण की पलटन, बरसाना में आई;
राधा की सहेलियों ने लट्ठ बरसाये;मस्करी में अय दोस्त हम होली मनायें।
प्यार के रंग से भरो पिचकारी;स्नेह से रंग दो दुनिया सारी;  
आप सभी को मुबारक हो होली।  आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं।

मंगलवार, 22 मार्च 2016

बेटी शादी के मंडप में या ससुराल जाने पर पराई नही लगती ।।जब वह मायके आकर हाथ-मुँह धोने के बाद बेसिन के पास टंगे नैपकिन के बजाय,अपने बैग के छोटे से रुमाल से मुँह पोंछती है तब वह पराई लगती है ।।जब वह रसोईं के दरवाजे पर अपरिचित सी ठिठक जाती है जब वह पानी के ग्लास के लिए इधर-उधर आँखे घुमाती है तब वह पराई सी लगती है।।जब वह पूछती है मम्मी वाशिंग मशीन चला कर कपडे धो लूँ क्या???तो वह पराई सी लगती है।जब वह टेबल पर खाना लगने के बाद भी उत्सुकता से खाने के बर्तन खोल कर नही देखती तब वह पराई सी लगती है ।।जब वह पैसे गिनते समय अपनी नजर चुराती है तब वह पराई सी लगती है ।।जब बात-बात पर अनावश्यक ठहाके लगाकर खुश होने का नाटक करती है तब वह पराई सी लगती है ।।और लौटते समय,,,"अब कब आयेगी" के जवाब में "देखो कब आना होता है" यह जवाब देती है तब वह हमेशा के लिए पराई सी हो गई सी लगती है ।।                "लेकिन"जब  गाड़ी में बैठने के बादवो चुपके से अपनी आँखों की पलकों को छिपाकर पोंछने की कोशिश करती है,तो वह परायापन एक झटके में बह जाता है।।।

सोमवार, 21 मार्च 2016

एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ?चिड़ा ने कहा - उड़जाऊं तो तुम पकड़ लेना.चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़तो सकती हूँ,पर फिर पा तो नहीं सकती!यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हमहमेशा साथ रहेंगे,लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़जाओ मैं नहीं उड़ सकता !!चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकरउड़ गई !जब तूफान थमा और चिड़िया वापसआई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका थाऔर एक डाली पर लिखा था.....""काश वो एक बार तो कहती कि मैं तुम्हेंनहीं छोड़ सकती""तो शायद मैं तूफ़ान आने सेपहले नहीं मरता ।।""ज़िन्दगी के पाँच सच ~सच नं. 1 -:माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!────────────────────────सच नं. 2 -:गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!────────────────────────सच नं. 3 -:आज भी लोग अच्छी सोच को नही,अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!────────────────────────सच नं. 4 -:इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!────────────────────────सच न. 5 -:जिस शख्स को अपना खास समझो…. अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…!!! गीता में लिखा है कि....... अगर कोई इन्सानबहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला हैअगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर सेवो बहुत उदास है अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वोअंदर से बहुत कमजोर है अगर कोई जरा जरा सीबात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है अगर कोई हर बात परनाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेलाऔर जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता हैलोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती , लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है!!!1. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..2. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।टाइम तो उतना लगना ही है..!3. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है... सत्य वचन....4. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोईजिन्दगी बच जाये5. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..!6. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...जितनी धोखा खाने से आती है.....!7. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....!8. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...!9. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...!10. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...!11. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...lपहले मैं होशियार थl, इसलिए दुनिया बदलने चला था,,, आज मैं समझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ...।।
धैर्य रखें सभी काम सरल होने सेे पहले  कठिन ही दिखाई देते हैं परन्तु दृढ़ इक्षाशक्ति और मजबूत इरादे रखने से सहज ही पूरे हो जाते है। 

रविवार, 20 मार्च 2016

रिश्ते बर्फ के गोले की तरह होते हैं,जिन्हे बनाना तो सरल है लेकिन बनाए रखना काफी कठिन होता है

शनिवार, 19 मार्च 2016

~~स्वास्थ्य दोहावली
 

गोमाता के दूध में, रुई भिगाओ आप !चूर्ण फिटकरी बांधिए, मिटे आंख का ताप !! 
पानी में गुड डालिए, बित जाए जब रात!सुबह छानकर पीजिए, अच्छे हों हालात!!  
धनिया की पत्ती मसल,बूंद नैन में डार!दुखती अँखियां ठीक हों,पल लागे दो-चार!! 
ऊर्जा मिलती है बहुत,पिएं गुनगुना नीर!कब्ज खतम हो, पेट की मिट जाए हर पीर!!  
प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप!बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप!!
ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार!करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार!!   
सूर्य किरण, प्राकृतिक हवा, भोजन से स्पर्श!हेल्थ बनावें आपका, पग-पग देवें हर्ष !!
 
भोजन करें धरती पर, अल्थी पल्थी मार!चबा-चबा कर खाइए, वैद्य न झांकें द्वार!! 
प्रातः काल फल रस लो, दुपहर लस्सी-छांस!सदा रात में दूध पी, सभी रोग का नाश!! 
दही उडद की दाल सँग, प्याज दूध के संग!जो खाएं इक साथ में, जीवन हो बदरंग!! 
प्रातः -दोपहर लीजिये, जब नियमित आहार!   तीस मिनट की नींद लो, रोग न आवें द्वार!! 
भोजन करके रात में, घूमें कदम हजार!डाक्टर, ओझा, वैद्य का , लुट जाए व्यापार !! 
देश, भेष, मौसम यथा, हो जैसा परिवेश!वैसा भोजन कीजिये, कहते सखा राकेश!! 
इन बातों को मान कर, जो करता उत्कर्ष!जीवन में पग-पग मिले, उस प्राणी को हर्ष!! 
घूट-घूट पानी पियो, रह तनाव से दूर!एसिडिटी, या मोटापा, होवें चकनाचूर!! 
अर्थराइज या हार्निया, अपेंडिक्स का त्रास!पानी पीजै बैठकर,  कभी न आवें पास!! 
रक्तचाप बढने लगे, तब मत सोचो भाय!सौगंध राम की खा के, तुरंत छोड दो चाय!! 
सुबह खाइये कुवंर-सा, दुपहर यथा नरेश!भोजन लीजै रात में, जैसे रंक सुरेश!! 
देर रात तक जागना, रोगों का जंजाल!अपच, आंख के रोग सँग, तन भी रहे निढाल!!
टूथपेस्ट-ब्रश छोडकर, हर दिन दोनो जून!दांत करें मजबूत यदि, करिएगा दातून!! 
हल्दी तुरत लगाइए, अगर काट ले श्वान (कुत्ता).!खतम करे ये जहर को, कह गए कवि सुजान!! 
मिश्री, गुड, शहद, ये हैं गुण की खान!पर सफेद शक्कर सखा, समझो जहर समान!! 
चुंबक का उपयोग कर, ये है दवा सटीक!हड्डी टूटी हो अगर, अल्प समय में ठीक!! 
दर्द, घाव, फोडा, चुभन, सूजन, चोट पिराइ!बीस मिनट चुंबक धरौ, पिरवा जाइ हेराइ!! 
हँसना, रोना, छींकना, भूख, प्यास या प्यार......क्रोध, जम्हाई रोकना, समझो बंटाढार!! 
सत्तर रोगों कोे करे, चूना हमसे दूर!दूर करे ये बाझपन, सुस्ती अपच हुजूर!! 
यदि सरसों के तेल में, पग नाखून डुबाय!खुजली, लाली, जलन सब, नैनों से गुमि जाय!! 
आलू का रस अरु शहद, हल्दी पीस लगाव!अल्प समय में ठीक हों, जलन, फँफोले, घाव!! 
भोजन करके जोहिए (wait) केवल घंटा डेढ!पानी इसके बाद पी, ये औषधि का पेड!! 
जो भोजन के साथ ही ,पीता रहता नीर!रोग एक सौ तीन हों, फुट जाए तकदीर!! 
पानी करके गुनगुना, मेथी देव भिगाय!सुबह चबाकर नीर पी, रक्तचाप सुधराय!! 
मूंगफली, तिल, नारियल, घी सरसों का तेल!यही खाइए नहीं तो, हार्ट समझिए फेल!! 
पहला स्थान सेंधा नमक, काला नमक सु जान!श्वेत नमक है सागरी, ये है जहर समान!! 
मैदे से बिस्कुट बने, रोके हर उत्कर्ष!इसे न खावें रोक जो, हुए न चौदह वर्ष ।। 
तेल वनस्पति खाइके, चर्बी लियो बढाइ!घेरा कोलेस्टरॉल तो, आज रहे चिल्लाइ!! 
जो अल्यूमिन के पात्र का, करता है उपयोग!आमंत्रित करता सदा ,वह अडतालीस (48) रोग!! 
फल या मीठा खाइके, तुरत न पीजै नीर!ये सब छोटी आंत में, बनते विषधर तीर!! 
चोकर खाने से सदा, बढती तन की शक्ति!गेहूँ मोटा पीसिए, दिल में बढे विरक्ति!! 
नींबू पानी का सदा, करता जो उपयोग!पास नहीं आते कभी, यकृति-आंत के रोग!! 
दूषित पानी जो पिए, बिगडे उसका पेट!ऐसे जल को समझिए, सौ रोगों का गेट!! 
रोज मुलहठी चूसिए, कफ बाहर आ जाय!बने सुरीला कंठ भी, सबको लगत सुहाय!! 
भोजन करके खाइए, सौंफ, और गुड, पान!पत्थर भी पच जायगा, जानै सकल जहान!! 
लौकी का रस पीजिए, चोकर युक्त पिसान!तुलसी, गुड, सेंधा नमक, हृदय रोग निदान!! 
हृदय रोग, खांसी और आंव करें बदनाम!दो अनार खाएं सदा, बनते बिगडे काम!! 
चैत्र माह में नीम की, पत्ती हर दिन खावे !ज्वर, डेंगू या मलेरिया, बारह मील भगावे !! 
सौ वर्षों तक वह जिए, लेत नाक से सांस!अल्पकाल जीवें, करें, मुंह से श्वासोच्छ्वास!! 
मूली खाओ हर दिवस, करे रोग का नाश!गैस और पाईल्स का, मिट जाए संत्रास!! 
जब भी लघु शंका करें, खडे रहे यदि यार!इससे हड्डी रीढ की, होती है बेकार!! 
सितम, गर्म जल से कभी, करिये मत स्नान!घट जाता है आत्मबल, नैनन को नुकसान!! 
हृदय रोग से आपको, बचना है श्रीमान!सुरा, चाय या कोल्ड्रिंक, का मत करिए पान!! 
अगर नहावें गरम जल, तन-मन हो कमजोर!नयन ज्योति कमजोर हो, शक्ति घटे चहुंओर!! 
तुलसी का पत्ता करें, यदि हरदम उपयोग!मिट जाते हर उम्र में, तन के सारे रोग!! 
मछली के संग दूध या दूध-चाय, नमकीन!चर्म रोग के साथ में, रोग बुलाते तीन!! 
बर्गर, गुटखा, सुरा अरु कोक, सुअर का मांस!जो हरदम सेवन करे, बने गले का फाँस!!
आज एक नई सीख़ मिली जब अँगूर खरीदने बाजार गया ।पूछा "क्या भाव है?बोला : "80 रूपये किलो ।"पास ही कुछ अलग-अलग टूटे हुए अंगूरों के दाने पडे थे ।मैंने पूछा : "क्या भाव है इनका ?"वो बोला : "30 रूपये किलो"मैंने पूछा : "इतना कम दाम क्यों..? वो बोला : "साहब, हैं तो ये भी बहुत बढीया..!! लेकिन .....अपने गुच्छे से टूट गए हैं ।"मैं समझ गया कि अपने....संगठन...समाज और परिवार से अलग होने पर हमारी कीमत..........आधे से भी कम रह जाती है।

शुक्रवार, 18 मार्च 2016

🔹नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!       बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!!🔹पानी आँखों का मरा, मरी शर्म और लाज!      कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!🔹भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!     बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!🔹मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश!      बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!!🔹बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान!      पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!!🔹पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग!      मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!!🔹फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर!     पापी करते जागरण, मचा-मचा   कर शोर!🔹पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप!     भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप!

गुरुवार, 17 मार्च 2016

सुख और दु:ख.......हमारे पारिवारिक सदस्य नही है.... मेहमान है .....बारी बारी से आयेगे ....कुछ दिन ठहर कर चले जायेगे ....अगर वो नही आयेगे ....तो हम अपनों और परायों का अनुभव कहाँ से लायेगे.....

बुधवार, 16 मार्च 2016

विभीषण रावण के राज्य में रहने वाला एक ऐसा व्यक्ति था जिसके सहयोग के बिना श्रीराम को सीता नहीं मिलतीं, जिनके सहयोग के बिना लक्ष्मण जीवित नहीं बचते, जिसके सहयोग के बिना रावण के राज्य की गोपनीय बातें हनुमान-श्रीराम  को पता नहीं लगतीं। एक लाइन में कहें तो ‘श्रीराम का आदर्श भक्त’… इतना कुछ होते हुए भी आज उस घटना के हजारों सालों के बाद भी किसी पिता ने अपने बेटे का नाम  "विभीषण "नहीं रखा। जानते हैं क्यों?क्योंकि इस संस्कृति में आप राम भक्ति करें या ना करें कोई फर्क नहीं पड़ता.लेकिन अगर राष्ट्रभक्ति नहीं की तो कभी माफ नहीं किए जाएंगे। 

मंगलवार, 15 मार्च 2016

"लोहा नरम होकर औजार बन जाता है, सोना नरम होकर जेवर बन जाता है,   मिट्टी नरम होकर खेत बन जाती है,  आटा नरम होता है तो रोटी बन जाती है !ठीक इसी तरह अगर इंसान भी नरम हो जाऐ तो वह भी सभी के दिलो मैं जगह बना सकता है.।
पहला सुख - निरोगी काया,दूजा सुख - घर में हो माया,तीजा सुख - सुलक्षणा नारी,चौथा सुख - हो सतांन आज्ञाकारी,पाँचवां सुख - हो सुन्दर वास,छठा सुख -समय हो अच्छा पास,साँतवां सुख - हो मित्र घनेरे,और नहीं जगत में दुखः बहुतेरे !  
पानी आकाश से गिरे तो........बारिश,आकाश की ओर उठे तो........भाप,अगर जम कर गिरे तो...........ओले,अगर गिर कर जमे तो...........बर्फ,फूल पर हो तो....................ओस,फूल से निकले तो................इत्र,जमा हो जाए तो..................झील,बहने लगे तो......................नदी,सीमाओं में रहे तो................जीवन,सीमाएं तोड़ दे तो................प्रलय,आँख से निकले तो..............आँसू,शरीर से निकले तो..............पसीना,और प्रभु के चरणों को छू कर निकले तो.........................चरणामृत( आज विश्व जल दिवस पर समर्पित ) Save Water💧Save Life
जरा सा मुस्कुरा देना होली मनाने से पहेले हर गम को जला देना होली जलाने से पहेले मत सोचना की किस किस ने दिल दुखाया है अब तक सबको माफ़ कर देना रंग लगाने से पहेले क्या पता फिर ये मौका मिले न मिले इसलिए दिल को साफ़ कर लेना होली से पहेले कहीं  होली की शुभ कामनायेे

सोमवार, 14 मार्च 2016

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।चेहरे पर झलकता आक्रोश...संत ने पूछा - बोलो बेटी क्या बात है?बालिका ने कहा- महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है।वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती।इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है।यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि।संत मुस्कुराए और कहा...बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं?ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं।इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता।लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में।एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी।उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा।क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है।पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।पूरी सभा में चुप्पी छा गई।उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।
हरिवंशराय बच्चन कीएक सुंदर कविता ...खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की।आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे।क्यों की जीसकी जीतनी जरुरत थी उसने उतना ही पहचाना मुझे।ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है,शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे हैं....!!एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी,जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं,और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं।बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।।ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं हैजल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंनेन मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली..वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!!सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!!सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता |जीवन की भाग-दौड़ में -क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हमऔरआज कई बारबिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..कितने दूर निकल गए,रिश्तो को निभाते निभाते..खुद को खो दिया हमने,अपनों को पाते पाते..लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है,और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते.."खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाहकरता हूँ..मालूम है कोई मोल नहीं मेरा,फिर भी,कुछ अनमोल लोगो सेरिश्ता रखता हूँ...!

रविवार, 13 मार्च 2016

सनातन गोस्वामी का नियम था गिरि गोवर्द्धन की नित्य परिक्रमा करना, अब उनकी अवस्था 90 वर्ष की हो गयी थी, नियम पालन मुश्किल हो गया था फिर भी वे किसी प्रकार निबाहे जा रहे थे. एक बार वे परिक्रमा करते हुए लड़खड़ाकर गिर पड़े, एक गोप-बालक ने उन्हें पकड़ कर उठाया और कहा- "बाबा, तो पै सात कोस की गोवर्द्धन परिक्रमा अबनाँय हय सके. परिक्रमा को नियम छोड़ दे."बालक के स्पर्श से उन्हें कम्प हो आया. उसका मधुरकण्ठस्वर बहुत देर तक उनके कान मे गूंजता रहा. पर उन्होंने उसकी बात पर ध्यान न दियां परिक्रमा जारी रखी, एकबार फिर वे परिक्रमा मार्ग पर गिर पड़े. दैवयोग से वही बालक फिर सामने आया. उन्हें उठाते हुए बोला-"बाबा, तू बूढ़ो हय गयौ है. तऊ माने नाँय परिक्रमा किये बिना. ठाकुर प्रेम ते रीझें, परिश्रम ते नाँय."फिर भी बाबा परिक्रमा करते रहे. पर वे एक संकटमें पड़ गये. बालक की मधुर मूर्ति उनके हृदय मेंगड़ कर रह गयी थी. उसकी स्नेहमयी चितवन उनसेभुलायी नहीं जा रही थी. वे ध्यान में बैठते तोभी उसी की छबि उनकी आँखों के सामने नाचने लगतीथी. खाते-पीते, सोंते-जागते हर समय उसी की यादआती रहती थी. एक दिन जब वे उसकी याद में खोये हुए थे, उनके मन में सहसा एक स्पंदन हुआ, एक नयीस्फूर्ति हुई. वे सोचने लगे-एक साधारण व्रजवासीबालक से मेरा इतना लगाव! उसमें इतनी शक्ति किमुझ वयोवृद्ध वैरागी के मन को भीइतना वश में कर ले कि मैं अपने इष्ट तक का ध्यान न कर सकूँ.नहीं, वह कोई साधारण बालकनहीं हो सकता, जिसका इतना आकर्षण है. तोक्या वे मेरे प्रभु मदनगोपाल ही हैं, जो यहलीला कर रहे हैं?एकबार फिर यदि वह बालक मिल जाय तो मैं सारा रहस्य जाने वगैरन छोड़ूँ. संयोगवश एक दिन परिक्रमा करते समय वह मिल गया.फिर परिक्रमा का नियम छोड़ देने का वही आग्रहकरना शुरू किया. सनातन गोस्वामी ने उसके चरणपकड़कर अपना सिर उन पर रख दिया और लगे आर्त भरे स्वर मेंकहने लगे-"प्रभु, अब छल न करो. स्वरूप में प्रकट होकर बताओ मैं क्याकरूँ. गिरिराज मेरे प्राण हैं. गिरिराज परिक्रमा मेरे प्राणोंकी संजीवनी है.प्राण रहते इसे कैसे छोड़ दूं?"भक्त-वत्सल प्रभु सनातन गोस्वामीकी निष्ठा देखकर प्रसन्न हुए. पर परिक्रमा मेंउनका कष्ट देखकर वे दु:खी हुए बिनाभी नहीं रह सकते थे. उन्हेंभक्त का कष्ट दूर करना था, उसके नियम कीरक्षा भी करनी थीऔर इसका उपाय करने में देर भी क्याकरनी थी? सनातनगोस्वामी ने जैसे हीअपनी बात कह चरणों से सिर उठाकरउनकी ओर देखा उत्तर के लिए, उस बालककी जगह मदनगोपाल खड़े थे. वे अपना दाहिनाचरण एक गिरिराज शिला पर रखे थे. उनके मुखारविन्द पर मधुरस्मित थी, नेत्रों में करुणा झलकरही थीं वे कह रहे थे-"सनातन, तुम्हारा कष्ट मुझसे नहीं देखा जाता.तुम गिरिराज परिक्रमा का अपना नियम नहीं छोड़नाचाहते तो इस गिरिराज शिला की परिक्रमा कर लियाकरो. इस पर मेरा चरण-चिन्ह अंकित है. इसकीपरिक्रमा करने से तुम्हारी गिरिराज परिक्रमा हो जायाकरेगी."इतना कह मदनगोपाल अन्तर्धान हो गये. सनातनगोस्वामी मदनगोपाल-चरणान्कित उस शिला कोभक्तिपूर्वक सिर पर रखकर अपनी कुटिया में गये.उसका अभिषेक किया और नित्य उसकी परिक्रमाकरने लगे. आज भी मदगोपाल के चरणचिन्हयुक्तवह शिला वृन्दावन में श्रीराधादामोदर के मन्दिर मेंविद्यमान हैं,ऐसी मान्यता है कि राधा दामोदर मंदिरकी चार परिक्रमा लगाने पर गिरिराज गोवर्धनकी परिक्रमा का फल मिल जाता है.आजभी कार्तिक सेवा में श्रद्धालु बड़े भाव से मंदिरकी परिक्रमा करते है.जय श्रीगिरिराज गोवर्धन की
मेहनत लगती है ..     सपनो को सच बनाने मे ,   हौसला लगता है ..          बुलन्दियों को पाने मे  ,            बरसो लगते है  जिन्दगी बनाने मे ,     ओर जिन्दगी फिर भी कम पडती है    रिश्ते निभाने मे ।

शनिवार, 12 मार्च 2016

पुरी में जगन्नाथ मंदिर के 8 अजूबे इस प्रकार है।1.मन्दिर के ऊपर झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में लहराते हुए।2.पुरी में किसी भी जगह से आप मन्दिर के ऊपर लगे सुदर्शन चक्र को देखेगे तो वह आपको सामने ही लगा दिखेगा।3.सामान्य दिन के समय हवा समुद्र से जमीन की तरफ आती है, और शाम के दौरान इसके विपरीत, लेकिन पूरी में इसका उल्टा  होता है.4.पक्षी या विमानों मंदिर के ऊपर उड़ते हुए नहीं पायेगें।5.मुख्य गुंबद की छाया दिन के किसी भी समय अदृश्य है.6.मंदिर के अंदर पकाने के लिए भोजन की मात्रा पूरे वर्ष के लिए  रहती है।  प्रसाद की एक भी मात्रा कभी भी यह व्यर्थ नहीं जाएगी, चाहे कुछ हजार लोगों से  20 लाख लोगों को खिला सकते हैं.7. मंदिर में रसोई (प्रसाद)पकाने के लिए 7 बर्तन एक दूसरे पर रखा जाता है और लकड़ी पर पकाया जाता है. इस प्रक्रिया में शीर्ष बर्तन में सामग्री पहले पकती है फिर क्रमश: नीचे की तरफ  एक के बाद एक पकते जाती है।8.मन्दिर के सिंहद्वार में पहला कदम  प्रवेश करने पर (मंदिर के अंदर से) आप सागर द्वारा निर्मित किसी भी ध्वनि नहीं सुन सकते. आप (मंदिर के बाहर से) एक ही कदम को पार करें जब आप इसे सुन सकते हैं. इसे शाम को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।साथ में यह भी जाने:-मन्दिर का रसोई घर दुनिया का सबसे बड़ा रसोइ घर है।प्रति दिन सांयकाल मन्दिर के ऊपर लगी ध्वजा को मानव द्वारा उल्टा चढ़ कर बदला जाता है।मन्दिर का क्षेत्रफल चार लाख वर्ग फिट में है।मन्दिर की ऊंचाई 214 फिट है।विशाल रसोई घर में भगवान जगन्नाथ को चढ़ाने वाले महाप्रसाद को बनाने 500 रसोईये एवं 300 उनके सहयोगी काम करते है।" जय जगन्नाथ जय जय जगन्नाथ "
"सुनने" की आदत डालो क्योंकि"ताने मारने वालों" की कमी नहीं हैं।"मुस्कुराने" की आदत डालो क्योंकि"रुलाने वालों" की कमी नहीं हैं।"ऊपर उठने की" आदतडालो क्योंकि "टांग खींचने वालों" की कमी नहीं है।"प्रोत्साहित करने" की आदत डालो क्योंकि "हतोत्साहित करने वालों" की कमी नहीं है।
'समय' न लगाओ तय करने में,   आपको क्या करना है...वरना 'समय' तय कर लेगा कि,  आपका क्या करना है... पैसा  एक  ही  भाषा  बोलता  है,अगर तुमने "आज" मुझे बचा लिया तो.. "कल"  मै तुम्हे  बचा  लूंगा"पैसा फिर कहता है,  भले मैं उपर साथ नहीं जाऊंगा  पर जब तक मै नीचे हूँ   तुझे बहुत उपर लेके जाऊंगा.."

शुक्रवार, 11 मार्च 2016

बेटियाँ सब के नसीब में  कहाँ होती है


















 
रब को जो घर पसंद आए वहाँ होती है बेटियां     
बोये जाते हैं बेटे पर उग जाती हैं   बेटियाँ..
 
खाद पानी बेटों को पर लहराती हैं बेटियां   
स्कूल जाते हैं बेटे पर पढ़ जाती हैं  बेटियां 
मेहनत करते हैं बेटे पर अव्वल आती हैं  बेटियां
 
रुलाते हैं जब खूब बेटे तब हंसाती हैं बेटियां  

 
नाम करें न करें बेटे पर नाम कमाती हैं  बेटियां 
 
जब दर्द देते हैं बेटे तब मरहम लगाती  हैं बेटियां  
 
छोड़ जाते हैं जब बेटे तो काम आती हैं  बेटियां..  
 
आशा रहती है बेटों से.पर पूर्ण करती हैं बेटियां   
 
हजारों फरमाइश से भरे हैं बेटे पर समय की नज़ाकत  को समझती बेटियां.   
 
बेटी को चांद जैसा  मत बनाओ कि हर कोई घूर घूर कर देखे..    
 
बेटी को सूरज जैसा बनाओ ताकि घूरने से पहले सब की नजर झुक जाये.     

गुरुवार, 10 मार्च 2016

सुकून उतना ही देना, प्रभु जितने से जिंदगी चल जाए, औकात बस इतनी देना, कि, औरों  का भला हो जाए,     रिश्तो में गहराई इतनी हो, कि,           प्यार से निभ जाए,     आँखों में शर्म इतनी देना, कि,        बुजुर्गों का मान रख पायें,      साँसे पिंजर में इतनी हों, कि,         बस नेक काम कर जाएँ,           बाकी उम्र ले लेना, कि,       औरों पर बोझ न बन जाऐ।

मंगलवार, 8 मार्च 2016

➖ बेटी  v/s  बहू ➖➖➖➖➖➖➖🙆 बेटी ससुराल में खुश होती है तो 💐खुशी होती है और💃बहू ससुराल में खुश है....तो👿खराब लगता है ➖➖➖➖➖➖👱 दामाद बेटी की मदद करे...तो 👌अच्छा लगता है और👦बेटा बहू की मदद करे तो 🌹जोरू का गुलाम कहा जाए➖➖➖➖➖➖👖बेटी जींस पहने तो खुश होते है 👛कि मोर्डन फेमिली है और👖👠बहू जींस पहने तो 🙈उसे बेशर्म कहते है ➖➖➖➖➖➖💆बेटी को ससुराल में✅अकेले काम करना पड़े तो👌खराब लगता है कि 😭मेरी बेटी थक जायेगी और👸बहू सारा दिन अकेले काम करे....✅फिर भी बहू काम-चोर कहलाये➖➖➖➖➖➖👵बेटी की सास और ननद😆 काम...ना करे तो😡गुस्सा आता है और🏡जब अपने घर में वो👩बहू की मदद ना करे तो वो ✅सही लगता है➖➖➖➖➖➖👿बेटी की ससुराल वाले ताना मारे तो😡गुस्सा आता है और👸खुद बहू के मायके वालों को...👿.ताना मारे तो सही लगता है➖➖➖➖➖➖🙋 बेटी को रानी बनाकर रखने वाली👪ससुराल चाहिए और💃 खुद को बहू कामवाली चाहिए➖➖➖➖➖➖😷लोग यह क्यूं भूल जाते है कि😎🌹बहू भी किसी  की बेटी है🙏 वो भी तो अपने माता-पिता👫भाई-बहन, शहर-सहेली आदि को😭छोड़कर आपके साथ नये जीवन की👍शरुआत करने आई है 👌👵 जो भी पढ़ रहे है वे🌹कोशिश करें कि 👸बहूऔर बेटी में कभी फर्क     ⭕ ना माने ⭕🌍तभी यह दुनिया बदलेगी🌷समाज बदलेगा.......और👉आपकी बेटियां भी....😂ससुराल में आनंद से रहेगीं 💘एक बालक अपने 🙏माँ-बाप की खूब सेवा किया करता था💞उसके दोस्त उससे भी कहते कि🌹अगर इतनी सेवा तुमने 💜भगवान की की होती तो तुम्हे 🌻भगवान मिल जाते !💙लेकिन इन सब चीजो से 💐अनजान वो अपने💔माता पिता की सेवा करता रहा !🌺एक दिन उसकी माँ बाप की 💛सेवा-भक्ति से खुश होकर🌷भगवान धरती पर आ गये !💘उस वक्त वो बालक अपनी 💚माँ के पाँव दबा रहा था !🌲भगवान दरवाजे के बाहर से बोले-❤दरवाजा खोलो बेटा 🍀मैं तुम्हारी माता-पिता की सेवा से 💖प्रसन्न होकर तुम्हे 🌳वरदान देने आया हूँ !💞बालक ने कहा -🌸इंतजार करो प्रभु 💛मैं माँ की सेवा मे लगा हूँ !🙏भगवान बोले -💐देखो मैं वापस चला जाऊँगा!💘बालक ने कहा -🌵आप जा सकते है ❤भगवान मैं सेवा बीच मे 🌲नही छोड़ सकता !💚कुछ देर बाद 🌳उसने दरवाजा खोला तो 💜क्या देखता है🌷भगवान बाहर खड़े थे !💙भगवान बोले -🌹लोग मुझे पाने के लिये 💔कठोर तपस्या करते है 🌻पर मैं तुम्हे सहज ही मे मिल गया💖पर तुमने🍀मुझसे प्रतीक्षा करवाई !💞बालक ने जवाब दिया -🌺हे ईश्वर जिस माँ बाप की सेवा ने 💛आपको मेरे पास आने को 💐मजबूर कर दिया 💕उन माँ बाप की सेवा बीच मे छोड़कर 🌵मैं दरवाजा खोलने कैसे आता !💘यही इस जिंदगी का सार है !🌲जिंदगी मे हमारे ❤माँ-बाप से बढ़कर कुछ नही है !🌳हमारे माँ-बाप ही 💚हमे ये जिंदगी देते है !🌷यही माँ-बाप अपना 💜पेट काटकर बच्चो के लिये🌻अपना भविष्य खराब कर देते है 💙इसके बदले 🍀हमारा भी ये फर्ज बनता है कि 💔हम कभी उन्हे दुःख ना दे !🌺उनकी आँखो मे 💖आँसू कभी ना आये 💐चाहे परिस्थिति जो भी हो 💞प्रयत्न कीजियेगा!
👌Dedicated to all Wonderful Women -दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई।जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,सारी उमर उस घर को सजाने मे गुजर गई.....         A SALUTE                         TO                           ALL LADIES
Naari Ek Maa Hai Uski Pooja Karo,
Naari Ek Didi Hai Uska Sam'maan
Karo, Naari Ek Behan Hai Usko
Sneh Karo, Naari Ek Bhabi Hai
Uska Aadar Karo, Naari Ek Patni
Hai Usko Prem Karo.. Respect
Every Women.. Happy Women's Day.
स्त्री यदि बहन है तो प्यार का दर्पण है ||स्त्री यदि पत्नी है तो खुद का समर्पण है ||स्त्री अगर भाभी हैतो भावना का भंडार है ||मामी मौसी बुआ है तो स्नेह का सत्कार है ||स्त्री यदि काकी है तो कर्तव्य की साधना है||स्त्री अगर साथी है तो सुख की शतत संभावना है ||और अंतिम पंक्ति......स्त्री यदि "माँ" हैतो साक्षात "परमात्मा" है।।।अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की अनन्त शुभकामना

रविवार, 6 मार्च 2016

😔कोर्ट में एक अजीब मुकदमा आया😔 😔एक सिपाही एक कुत्ते को बांध कर लाया😔 😔सिपाही ने जब कटघरे में आकर कुत्ता खोला😔 😔कुत्ता रहा चुपचाप, मुँह से कुछ ना बोला..!😔 😔नुकीले दांतों में कुछ खून-सा नज़र आ रहा था😔 😔चुपचाप था कुत्ता, किसी से ना नजर मिला रहा था😔 😔फिर हुआ खड़ा एक वकील ,देने लगा दलील😔 😔बोला, इस जालिम के कर्मों से यहाँ मची तबाही है😔 😔इसके कामों को देख कर इन्सानियत घबराई है😔 😔ये क्रूर है, निर्दयी है, इसने तबाही मचाई है😔 😔दो दिन पहले जन्मी एक कन्या, अपने दाँतों से खाई है😔 😔अब ना देखो किसी की बाट😔 😔आदेश करके उतारो इसे मौत के घाट😔 😔जज की आँख हो गयी लाल😔 😔तूने क्यूँ खाई कन्या, जल्दी बोल डाल😔 😔तुझे बोलने का मौका नहीं देना चाहता😔 😔लेकिन मजबूरी है, अब तक तो तू फांसी पर लटका पाता😔 😔जज साहब, इसे जिन्दा मत रहने दो😔 😔कुत्ते का वकील बोला, लेकिन इसे कुछ कहने तो दो😔 😔फिर कुत्ते ने मुंह खोला ,और धीरे से बोला😔 😔हाँ, मैंने वो लड़की खायी है😔 😔अपनी कुत्तानियत निभाई है😔 😔कुत्ते का धर्म है ना दया दिखाना😔 😔माँस चाहे किसी का हो, देखते ही खा जाना😔 😔पर मैं दया-धर्म से दूर नही😔 😔खाई तो है, पर मेरा कसूर नही😔 😔मुझे याद है, जब वो लड़की छोरी कूड़े के ढेर में पाई थी😔 😔और कोई नही, उसकी माँ ही उसे फेंकने आई थी😔 😔जब मैं उस कन्या के गया पास😔 😔उसकी आँखों में देखा भोला विश्वास😔 😔जब वो मेरी जीभ देख कर मुस्काई थी😔 😔कुत्ता हूँ, पर उसने मेरे अन्दर इन्सानियत जगाई थी😔 😔मैंने सूंघ कर उसके कपड़े, वो घर खोजा था😔 😔जहाँ माँ उसकी थी, और बापू भी सोया था😔 😔मैंने भू-भू करके उसकी माँ जगाई😔 😔पूछा तू क्यों उस कन्या को फेंक कर आई😔 😔चल मेरे साथ, उसे लेकर आ😔 😔भूखी है वो, उसे अपना दूध पिला😔 😔माँ सुनते ही रोने लगी😔 😔अपने दुख सुनाने लगी😔 😔बोली, कैसे लाऊँ अपने कलेजे के टुकड़े को😔 😔तू सुन, तुझे बताती हूँ अपने दिल के दुखड़े को😔 😔मेरी सासू मारती है तानों की मार😔 😔मुझे ही पीटता है, मेरा भतार😔 😔बोलता है लङ़का पैदा कर हर बार 😔 😔लङ़की पैदा करने की है सख्त मनाही😔 😔कहना है उनका कि कैसे जायेंगी ये सारी ब्याही😔 😔वंश की तो तूने काट दी बेल😔 😔जा खत्म कर दे इसका खेल😔 😔माँ हूँ, लेकिन थी मेरी लाचारी😔 😔इसलिए फेंक आई, अपनी बिटिया प्यारी😔 😔कुत्ते का गला भर गया😔 😔लेकिन बयान वो पूरे बोल गया....!😔 😔बोला, मैं फिर उल्टा आ गया😔 😔दिमाग पर मेरे धुआं सा छा गया😔 😔वो लड़की अपना, अंगूठा चूस रही थी😔 😔मुझे देखते ही हंसी, जैसे मेरी बाट में जग रही थी😔 😔कलेजे पर मैंने भी रख लिया था पत्थर😔 😔फिर भी काँप रहा था मैं थर-थर😔 😔मैं बोला, अरी बावली, जीकर क्या करेगी😔 😔यहाँ दूध नही, हर जगह तेरे लिए जहर है, पीकर क्या करेगी😔 😔हम कुत्तों को तो, करते हो बदनाम😔 😔परन्तु हमसे भी घिनौने, करते हो काम😔 😔जिन्दी लड़की को पेट में मरवाते हो😔 😔और खुद को इंसान कहलवाते हो😔 😔मेरे मन में, डर कर गयी उसकी मुस्कान 😔लेकिन मैंने इतना तो लिया था जान😔 😔जो समाज इससे नफरत करता है😔 😔कन्याहत्या जैसा घिनौना अपराध करता है😔 😔वहां से तो इसका जाना अच्छा😔 😔इसका तो मर जान अच्छा😔 😔तुम लटकाओ मुझे फांसी, चाहे मारो जूत्ते😔 😔लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते😔 😥लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते ..


12 ज्योतिर्लिंगों का महत्व व महिमाd.v🌎1- सोमनाथसोमनाथ ज्योतिर्लिंग भारत का ही नहीं अपितु इस पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है।यह मंदिर गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है, किजब चंद्रमा को दक्ष प्रजापति ने श्राप दिया था, तब चंद्रमा ने इसी स्थान पर तप कर इस श्राप से मुक्ति पाई थी। ऐसा भी कहा जाता है कि इस शिवलिंग की स्थापना स्वयं चन्द्र देव ने कीथी। विदेशी आक्रमणों के कारण यह 17 बार नष्ट हो चुका है। हर बार यह बिगड़ता और बनता रहा है।🌼2- मल्लिकार्जुनयह ज्योतिर्लिंग आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल नाम के पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर का महत्व भगवान शिव के कैलाश पर्वत के समान कहा गया है। अनेक धार्मिक शास्त्र इसकेधार्मिक और पौराणिक महत्व की व्याख्या करते हैं।कहते हैं कि इस ज्योतिर्लिंग केदर्शन करने मात्रसे ही व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है। एक पौराणिक कथा के अनुसार जहां पर यह ज्योतिर्लिंग है, उस पर्वत पर आकर शिव का पूजन करने से व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य फल प्राप्त होते हैं🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳।3- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंगयह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी कही जाने वाली उज्जैन नगरी में स्थित है।महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की विशेषता है कि ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। यहां प्रतिदिन सुबह की जाने वाली भस्मारती विश्व भर में प्रसिद्ध है। महाकालेश्वर की पूजा विशेष रूप सेआयु वृद्धि और आयु पर आए हुए संकट को टालने के लिए की जाती है। उज्जैनवासी मानते हैं कि भगवानमहाकालेश्वर ही उनके राजा हैं और वे ही उज्जैन की रक्षा कर रहेहैं🍄🍄🍄🍄🍄🍄🍄🍄।4- ओंकारेश्वर👉ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शहर इंदौर के समीप स्थित है। जिस स्थान परयहज्योतिर्लिंग स्थित है, उस स्थान पर नर्मदा नदी बहती है और पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहांऊं का आकार बनता है। ऊं शब्द की उत्पति ब्रह्मा के मुख से हुई है। इसलिए किसी भी धार्मिक शास्त्र या वेदों का पाठ ऊं के साथ ही किया जाता है। यह ज्योतिर्लिंगऔंकार अर्थात ऊं का आकार लिए हुए है, इस कारण इसे ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है।🌾🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌸5- केदारनाथ👉केदारनाथ स्थित ज्योतिर्लिंग भी भगवान शिव के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में आता है। यह उत्तराखंड में स्थित है। बाबा केदारनाथ का मंदिर बद्रीनाथ के मार्ग में स्थित है।केदारनाथ समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। केदारनाथ कावर्णन स्कन्द पुराण एवं शिव पुराण में भी मिलता है। यह तीर्थ भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। जिस प्रकार कैलाश का महत्व है उसी प्रकार का महत्व शिव जी ने केदार क्षेत्र को भी दिया है🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🌹।6- भीमाशंकर👉भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि नामक पर्वत पर स्थित है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के विषय में मान्यता है कि जो भक्त श्रद्धा से इस मंदिर का दर्शन प्रतिदिन सुबह सूर्य निकलने केबाद करता है,उसके सात जन्मों केपाप दूर हो जाते हैं तथा उसके लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं।❄❄❄❄❄❄❄❄🍀7- काशी विश्वनाथ👉विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग भारत के12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह उत्तर प्रदेश के काशी नामक स्थान पर स्थित है। काशी सभी धर्म स्थलों में सबसे अधिक महत्व रखती है। इसलिए सभी धर्म स्थलों में काशी का अत्यधिक महत्व कहा गया है। इस स्थान की मान्यता है कि प्रलय आने पर भी यह स्थान बना रहेगा। इसकी रक्षाके लिए भगवान शिव इस स्थान को अपने त्रिशूल पर धारण कर लेंगे और प्रलय के टल जाने पर काशी को उसके स्थान पर पुन: रख देंगे।🚜🚜🚜🚜🚜🚜🚜🚜8- त्र्यंबकेश्👉वरयह ज्योतिर्लिंग गोदावरी नदी के करीब महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले में स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग के सबसे अधिक निकट ब्रह्मागिरि नाम का पर्वत है। इसी पर्वत से गोदावरी नदी शुरू होती है। भगवान शिव का एक नाम त्र्यंबकेश्वर भी है। कहा जाता है कि भगवान शिव को गौतम ऋषि और गोदावरी नदी के आग्रह पर यहां ज्योतिर्लिंग रूप में रहना पड़ा।💥💥💥💥💥💥💥💥🌝9- वैद्यनाथ👉श्री वैद्यनाथ शिवलिंग का समस्त ज्योतिर्लिंगों की गणना में नौवां स्थान बताया गया है। भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस स्थानपर अवस्थित है, उसे वैद्यनाथ धाम कहा जाता है। यह स्थान झारखंड राज्य (पूर्व में बिहार ) के देवघर जिला में पड़ताहै।🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷10- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग👉यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के बाहरी क्षेत्र में द्वारिका स्थान में स्थित है। धर्म शास्त्रों में भगवान शिव नागों के देवता है और नागेश्वर का पूर्ण अर्थ नागों का ईश्वर है। भगवान शिव का एकअन्य नाम नागेश्वर भी है। द्वारका पुरी से भी नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 17 मील की है। इसज्योतिर्लिंग की महिमा में कहा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यहांदर्शनकेलिए आता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴💐11- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग👉यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरं नामक स्थान में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एकहोने के साथ-साथ यह स्थान हिंदुओं के चार धामों में से एक भी है। इस ज्योतिर्लिंग के विषय में यह मान्यता है कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी। भगवान राम के द्वारा स्थापित होने के कारण ही इस ज्योतिर्लिंग को भगवान राम का नाम रामेश्वरम दिया गयाहै।📕📕📕📕📕📕📕📕💥12- धृष्णेश्वर मन्दिर👉घृष्णेश्वर महादेव का प्रसिद्धमंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के समीप दौलताबाद के पास स्थित है। इसे घृसणेश्वर या घुश्मेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। दूर-दूर से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और आत्मिक शांति प्राप्त करते हैं। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह अंतिम ज्योतिर्लिंग है। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा निर्मित एलोरा की प्रसिद्ध गुफाएं इस मंदिर के समीप स्थित हैं। यहीं पर श्री एकनाथजी गुरुव श्री जनार्दन महाराज की समाधिभी है.⭕⭕⭕⭕⭕⭕⭕


हेलमेट पहनने के फायदे १ सुरक्षित यात्रा. २ पुलिस परेशान नही करती. ३ उधार वाले नही पहचान पाते. ४ गर्लफ्रेंड के मां-बाप भाई नही पहचान पाते. ५ गंजापन छुपा सकते हो. ६ घर वापसी के समय उल्टा करके अालू प्याज टमाटर रख लो. ७ चश्मे की जरूरत नही. ८ किसी को नमस्ते करने की जरूरत नही.करोगे तो पहचानेगा नही. ९ गाड़ी बिगड़ने पर उसे कुर्सी बनालो. १० कोई कही हरकत कर दे तो जूते पड़ने से सिर बच जाएगा।" ११ और कितना फायदा लोगे? 🙏🏼चलो हेलमेट पहनो 🙏🏼


शनिवार, 5 मार्च 2016

इंसानियत तो ब्लड बैंक में देखी दोस्तो...लहू की बोतल पर जाति का लेबल नहीं होता..!रक्तदान करें-जीवनदान दे।👣सारा जहाॅ उसी का हैं जो मुस्कुराना जानता है          रोशनी भी उसीकी है जो शमा                 जलाना जानता है       हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है।      लेकीन इश्वर तो उसीका है जो               "सर"  झुकाना जानता है..
महीने बीत जाते हंसाल गुजर जाता हैवृद्धाश्रम की सीढ़ियों परमैं तेरी राह देखती हूँ।आँचल भीग जाता हैमन खाली खाली रहता हैतू कभी नहीं आतातेरा मनीआर्डर आता है।इस बार पैसे न भेजतू खुद आ जाबेटा मुझे अपने साथ अपने घर लेकर जा।तेरे पापा थे जब तकसमय ठीक रहा कटतेखुली आँखों से चले गएतुझे याद करते करते।अंत तक तुझको हर दिनबढ़िया बेटा कहते थेतेरे साहबपन कागुमान बहुत वो करते थे।मेरे ह्रदय में अपनी फोटोआकर तू देख जाबेटा मुझे अपने साथअपने घर लेकर जा।अकाल के समयजन्म तेरा हुआ था तेरे दूध के लिएहमने चाय पीना छोड़ा था।वर्षो तक एक कपड़े कोधो धो कर पहना हमनेपापा ने चिथड़े पहनेपर तुझे स्कूल भेजा हमने।चाहे तो ये सारी बातेंआसानी से तू भूल जाबेटा मुझे अपने साथअपने घर लेकर जा।घर के बर्तन मैं मांजूगीझाडू पोछा मैं करूंगीखाना दोनों वक्त कासबके लिए बना दूँगी।नाती नातिन की देखभालअच्छी तरह करूंगी मैंघबरा मत, उनकी दादी हूँऐसा नहीं कहूँगी मैं।तेरे घर की नौकरानीही समझ मुझे ले जाबेटा मुझे अपने साथअपने घर लेकर जा।आँखें मेरी थक गईंप्राण अधर में अटका हैतेरे बिना जीवन जीनाअब मुश्किल लगता है।कैसे मैं तुझे भुला दूँतुझसे तो मैं माँ हुईबता ऐ मेरे कुलभूषणअनाथ मैं कैसे हुई ?अब आ जा तू मेरी कब्र परएक बार तो माँ कह जाहो सके तो जाते जातेवृद्धाश्रम गिराता जा।
पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं -1. युधिष्ठिर    2. भीम    3. अर्जुन4. नकुल।      5. सहदेव( इन पांचों के अलावा , महाबली कर्ण भी कुंती के ही पुत्र थे , परन्तु उनकी गिनती पांडवों में नहीं की जाती है )यहाँ ध्यान रखें कि… पाण्डु के उपरोक्त पाँचों पुत्रों में से युधिष्ठिर, भीम और अर्जुनकी माता कुन्ती थीं ……तथा , नकुल और सहदेव की माता माद्री थी ।वहीँ …. धृतराष्ट्र और गांधारी के सौ पुत्र…..कौरव कहलाए जिनके नाम हैं -1. दुर्योधन      2. दुःशासन   3. दुःसह4. दुःशल        5. जलसंघ    6. सम7. सह            8. विंद         9. अनुविंद10. दुर्धर्ष       11. सुबाहु।   12. दुषप्रधर्षण13. दुर्मर्षण।   14. दुर्मुख     15. दुष्कर्ण16. विकर्ण     17. शल       18. सत्वान19. सुलोचन   20. चित्र       21. उपचित्र22. चित्राक्ष     23. चारुचित्र 24. शरासन25. दुर्मद।       26. दुर्विगाह  27. विवित्सु28. विकटानन्द 29. ऊर्णनाभ 30. सुनाभ31. नन्द।        32. उपनन्द   33. चित्रबाण34. चित्रवर्मा    35. सुवर्मा    36. दुर्विमोचन37. अयोबाहु   38. महाबाहु  39. चित्रांग 40. चित्रकुण्डल41. भीमवेग  42. भीमबल43. बालाकि    44. बलवर्धन 45. उग्रायुध46. सुषेण       47. कुण्डधर  48. महोदर49. चित्रायुध   50. निषंगी     51. पाशी52. वृन्दारक   53. दृढ़वर्मा    54. दृढ़क्षत्र55. सोमकीर्ति  56. अनूदर    57. दढ़संघ 58. जरासंघ   59. सत्यसंघ 60. सद्सुवाक61. उग्रश्रवा   62. उग्रसेन     63. सेनानी64. दुष्पराजय        65. अपराजित 66. कुण्डशायी        67. विशालाक्ष68. दुराधर   69. दृढ़हस्त    70. सुहस्त71. वातवेग  72. सुवर्च    73. आदित्यकेतु74. बह्वाशी   75. नागदत्त 76. उग्रशायी77. कवचि    78. क्रथन। 79. कुण्डी 80. भीमविक्र 81. धनुर्धर  82. वीरबाहु83. अलोलुप  84. अभय  85. दृढ़कर्मा86. दृढ़रथाश्रय    87. अनाधृष्य88. कुण्डभेदी।     89. विरवि90. चित्रकुण्डल    91. प्रधम92. अमाप्रमाथि    93. दीर्घरोमा94. सुवीर्यवान     95. दीर्घबाहु96. सुजात।         97. कनकध्वज98. कुण्डाशी        99. विरज100. युयुत्सु( इन 100 भाइयों के अलावा कौरवों की एक बहनभी थी… जिसका नाम""दुशाला""था,जिसका विवाह"जयद्रथ"सेहुआ था )"श्री मद्-भगवत गीता"के बारे में-ॐ . किसको किसने सुनाई?उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।ॐ . कब सुनाई?उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई।ॐ. भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?उ.- रविवार के दिन।ॐ. कोनसी तिथि को?उ.- एकादशीॐ. कहा सुनाई?उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।ॐ. कितनी देर में सुनाई?उ.- लगभग 45 मिनट मेंॐ. क्यू सुनाई?उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।ॐ. कितने अध्याय है?उ.- कुल 18 अध्यायॐ. कितने श्लोक है?उ.- 700 श्लोकॐ. गीता में क्या-क्या बताया गया है?उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।ॐ. गीता को अर्जुन के अलावा और किन किन लोगो ने सुना?उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय नेॐ. अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था?उ.- भगवान सूर्यदेव कोॐ. गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?उ.- उपनिषदों मेंॐ. गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-पर्व का एक हिस्सा है।ॐ. गीता का दूसरा नाम क्या है?उ.- गीतोपनिषदॐ. गीता का सार क्या है?उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेनाॐ. गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?उ.- श्रीकृष्ण जी ने- 574अर्जुन ने- 85 धृतराष्ट्र ने- 1संजय -4033 करोड नहीँ  33 कोटी देवी देवता हैँ हिँदूधर्म मेँ।कोटि = प्रकार। देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता।हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं...कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मे :-12 प्रकार हैँआदित्य , धाता, मित, आर्यमा,शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष,सविता, तवास्था, और विष्णु...!8 प्रकार हे :-वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।11 प्रकार है :- रुद्र: ,हर,बहुरुप, त्रयँबक,अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी,रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली।एवँदो प्रकार हैँ अश्विनी और कुमार।कुल :- 12+8+11+2=33 कोटी अपनी भारत की संस्कृति को पहचाने.ज्यादा से ज्यादालोगो तक पहुचाये. खासकर अपने बच्चो को बताए क्योकि ये बात उन्हें कोई नहीं बताएगा...📜😇  दो पक्ष-कृष्ण पक्ष , शुक्ल पक्ष !📜😇  तीन ऋण -देव ऋण , पितृ ऋण , ऋषि ऋण !📜😇   चार युग -सतयुग , त्रेतायुग ,द्वापरयुग , कलियुग !📜😇  चार धाम -द्वारिका , बद्रीनाथ ,जगन्नाथ पुरी , रामेश्वरम धाम !📜😇   चारपीठ -शारदा पीठ ( द्वारिका )ज्योतिष पीठ ( जोशीमठ बद्रिधाम ) गोवर्धन पीठ ( जगन्नाथपुरी ) , शृंगेरीपीठ !📜😇 चार वेद-ऋग्वेद , अथर्वेद , यजुर्वेद , सामवेद !📜😇  चार आश्रम -ब्रह्मचर्य , गृहस्थ , वानप्रस्थ , संन्यास !📜😇 चार अंतःकरण -मन , बुद्धि , चित्त , अहंकार !📜😇  पञ्च गव्य -गाय का घी , दूध , दही ,गोमूत्र , गोबर !📜😇  पञ्च देव -गणेश , विष्णु , शिव , देवी ,सूर्य !📜😇 पंच तत्त्व -पृथ्वी ,जल , अग्नि , वायु , आकाश !📜😇  छह दर्शन -वैशेषिक , न्याय , सांख्य ,योग , पूर्व मिसांसा , दक्षिण मिसांसा !📜😇  सप्त ऋषि -विश्वामित्र ,जमदाग्नि ,भरद्वाज , गौतम , अत्री , वशिष्ठ और कश्यप!📜😇  सप्त पुरी -अयोध्या पुरी ,मथुरा पुरी , माया पुरी ( हरिद्वार ) , काशी ,कांची ( शिन कांची - विष्णु कांची ) , अवंतिका और द्वारिका पुरी !📜😊  आठ योग -यम , नियम , आसन ,प्राणायाम , प्रत्याहार , धारणा , ध्यान एवं समािध !📜😇 आठ लक्ष्मी -आग्घ , विद्या , सौभाग्य ,अमृत , काम , सत्य , भोग ,एवं योग लक्ष्मी !📜😇 नव दुर्गा --शैल पुत्री , ब्रह्मचारिणी ,चंद्रघंटा , कुष्मांडा , स्कंदमाता , कात्यायिनी ,कालरात्रि , महागौरी एवं सिद्धिदात्री !📜😇   दस दिशाएं -पूर्व , पश्चिम , उत्तर , दक्षिण ,ईशान , नैऋत्य , वायव्य , अग्नि आकाश एवं पाताल !📜😇  मुख्य ११ अवतार -मत्स्य , कच्छप , वराह ,नरसिंह , वामन , परशुराम ,श्री राम , कृष्ण , बलराम , बुद्ध , एवं कल्कि !📜😇 बारह मास -चैत्र , वैशाख , ज्येष्ठ ,अषाढ , श्रावण , भाद्रपद , अश्विन , कार्तिक ,मार्गशीर्ष , पौष , माघ , फागुन !📜😇  बारह राशी -मेष , वृषभ , मिथुन ,कर्क , सिंह , कन्या , तुला , वृश्चिक , धनु , मकर , कुंभ , कन्या !📜😇 बारह ज्योतिर्लिंग -सोमनाथ ,मल्लिकार्जुन ,महाकाल , ओमकारेश्वर , बैजनाथ , रामेश्वरम ,विश्वनाथ , त्र्यंबकेश्वर , केदारनाथ , घुष्नेश्वर ,भीमाशंकर ,नागेश्वर !📜😇 पंद्रह तिथियाँ -प्रतिपदा ,द्वितीय ,तृतीय ,चतुर्थी , पंचमी , षष्ठी , सप्तमी , अष्टमी , नवमी ,दशमी , एकादशी , द्वादशी , त्रयोदशी , चतुर्दशी , पूर्णिमा , अमावास्या !📜😇 स्मृतियां -मनु , विष्णु , अत्री , हारीत ,याज्ञवल्क्य ,उशना , अंगीरा , यम , आपस्तम्ब , सर्वत ,कात्यायन , ब्रहस्पति , पराशर , व्यास , शांख्य ,लिखित , दक्ष , शातातप , वशिष्ठ !**********************
अनोखा पात्र:-एक राजमहल के द्वार पर बड़ी भीड़ लगी थी। किसी फकीर ने सम्राट से भिक्षा मांगी थी। सम्राट ने उससे कहा, "जो भी चाहते हो, मांग लो।"दिवस के प्रथम याचक की कोई भी इच्छा पूरी करने का उसका नियम था।उस फकीर ने अपने छोटे से भिक्षापात्र को आगे बढ़ाया और कहा, "बस इसे स्वर्ण मुद्राओं से भर दें।"सम्राट ने सोचा इससे सरल बात और क्या हो सकती है! लेकिन जब उस भिक्षा पात्र में स्वर्ण मुद्राएं डाली गई, तो ज्ञात हुआ कि उसे भरना असंभव था।वह तो जादुई था। जितनी अधिक मुद्राएं उसमें डाली गई, वह उतना ही अधिक खाली होता गया! सम्राट को दुखी देख वह फकीर बोला, "न भर सकें तो वैसा कह दें। मैं खाली पात्र को ही लेकर चला जाऊंगा!ज्यादा से ज्यादा इतना ही होगा कि लोग कहेंगे कि सम्राट अपना वचन पूरा नहीं कर सके !"सम्राट ने अपना सारा खजाना खाली कर दिया, उसके पास जो कुछ भी था, सभी उस पात्र में डाल दिया गया, लेकिन अद्भुत पात्र न भरा, सो न भरा।तब उस सम्राट ने पूछा,"भिक्षु, तुम्हारा पात्र साधारण नहीं है। उसे भरना मेरी सामर्थ्य से बाहर है। क्या मैं पूछ सकता हूं कि इस अद्भुत पात्र का रहस्य क्या है?"वह फकीर हंसने लगा और बोला, "कोई विशेष रहस्य नहीं। यह पात्र मनुष्य के हृदय से बनाया गया है।क्या आपको ज्ञात नहीं है कि मनुष्य का हृदय कभी भी भरा नहीं जा सकता?धन से, पद से, ज्ञान से- किसी से भी भरो, वह खाली ही रहेगा, क्योंकि इन चीजों से भरने के लिए वह बना ही नहीं है। इस सत्य को न जानने के कारण ही मनुष्य जितना पाता है, उतना ही दरिद्र होता जाता है। हृदय की इच्छाएं कुछ भी पाकर शांत नहीं होती हैं। क्यों? क्योंकि, हृदय तो परमात्मा को पाने के लिए बना है।शांति चाहते हो? संतृप्ति चाहते हो? तो अपने संकल्प को कहने दो कि परमात्मा के अतिरिक्त और मुझे कुछ भी नहीं चाहिए।"....
जब दिन भर की थकी हारीपड़ती हूँ बिस्तर पर तब थकावट नहींएक संतुष्टि का भावउमड़ता हैकि चलो आज का दिनबीत गया हँसते मुस्कुराते अपनों का जीवन सरल सुगम बनाते बनातेपैरों की खींचती हुई सी नसेंकमर की अकड़नयाद दिलाती हैं किकैसे चंचल हिरणी की तरह दौड़ भाग कर सबकी जरूरतें पूरी कीएक संतुष्टि एक खुशी अपनों के लिएरात बिस्तर पर पडे-पडे भीकल का मैन्यु तय करती हूँ आहा मैं भी ना कमाल हूँ मुझसे ही तो मकान, घर है ना …… हे ईश्वर ! तुझे लाखों प्रणाम  कि तूने मुझे स्त्री बनाया ये संतुष्टि बिन स्त्री बने शायद  ना मिल पाती…………मैं खुश हूँ मैं स्त्री हूँ ..नाज है मुझे मेरे स्त्रीत्व पर ……