рдЧुрд░ुрд╡ाрд░, 2 рдл़рд░рд╡рд░ी 2017

�� ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ ��

⛅ *आज का दिनाँक - 02 फरवरी  2017*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2073*
⛅ *शक संवत -1938*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - शिशिर*
⛅ *मास - माघ*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*    
⛅ *तिथि - षष्ठी*
  ⛅ *नक्षत्र - रेवती*
⛅ *योग - साध्य*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 01:55 से शाम 03:16 तक*
⛅ *सूर्योदय - 07:16*
⛅ *सूर्यास्त - 18:28*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - शीतला सप्तमी  (बंगाल)*
�� *विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
          �� *~ हिन्दू पंचांग ~* ��

�� *अचला सप्तमी* ��

����  *अचला सप्तमी ( स्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है | यह सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है | )*

�� *विशेष - 03 फरवरी 2017 शुक्रवार को अचला सप्तमी है ।*
���� *स्त्रोत – लोककल्याण सेतु – दिसम्बर २०१६ से*
          �� *~ हिन्दू पंचांग ~* ��

�� *गुप्त नवरात्रि* ��

���� *हिंदू धर्म के अनुसार, एक वर्ष में चार नवरात्रि होती हैं, लेकिन आमजन केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं। आषाढ़ तथा माघ मास की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ माघ शुक्ल प्रतिपदा (28 जनवरी, शनिवार) से हो  चुका   है, जिसका समापन 5 फरवरी, रविवार को होगा। इस नवरात्रि में भी हर तिथि पर माता के एक विशेष रूप की पूजा की जाती है। जानिए गुप्त नवरात्रि में किस दिन देवी के किस रूप की पूजा करें-*
.
���� *छठे दिन करें मां कात्यायनी की उपासना*

*गुप्त नवरात्रि के छठे दिन (2 फरवरी, गुरुवार) आदिशक्ति श्री दुर्गा का छठे रूप कात्यायनी की पूजा-अर्चना का विधान है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं।*

*नवरात्रि के षष्ठम दिन इनकी पूजा और आराधना होती है। माता कात्यायनी की उपासना से आज्ञा चक्र जाग्रति की सिद्धियां साधक को स्वयं में प्राप्त हो जाती हैं । वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौलिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा नष्ट हो जाते हैं

         �� *गुप्त नवरात्रि* ��

���� *नवरात्र में हर दिन देवी के अलग रूप की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में विभिन्न उपायों से माता को प्रसन्न किया जाता है। नवरात्र में देवी को हर दिन एक विशेष प्रकार का भोग लगाया जाता है।*

���� *नवरात्र में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक देवी को ये विशेष भोग अर्पित करने तथा बाद में इसे गरीबों को दान करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।  गुप्त नवरात्र में किस तिथि पर देवी मां को किस चीज का भोग लगाएं,*

���� *षष्ठी तिथि  (2 फरवरी, गुरुवार) को माता दुर्गा को शहद का  भोग लगाएं ।इससे धन लाभ होने का योग बनता है

рдХोрдИ рдЯिрдк्рдкрдгी рдирд╣ीं:

рдПрдХ рдЯिрдк्рдкрдгी рднेрдЬें