शनिवार, 4 फ़रवरी 2017

Khana ki kimat

एक गरीब FAMILY थी ।
जिस मे 5 लोग थे ।
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माँ बाप और 3 बच्चे
बाप हमेशा बीमार रहता था ।
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एक दिन वो मर गया ।
3 दिन तक पड़ोसियों ने खाना भेजा ।
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बाद में
भूखे रहने के दिन आ गए ।
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माँ ने कुछ दिन तक जैसे-तैसे बच्चों को खाना खिलाया ।
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लेकिन कब तक आखिर
फिर से भूखे रहना पड़ा ।
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जिस की वजह से 8 साल का बेटा बीमार हो गया ।
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और बिस्तर पकड़ लिया ।
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एक दिन 5 साल की बच्ची ने माँ के कान में पूछा ।
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माँ भाई कब मरेगा?
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माँ ने तड़प कर पूछा:-
ऐसा क्यों पूछ रही हो ?
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बच्ची ने बड़ी
मासूमियत से जवाब दिया ।
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जिसे सुन कर आप की
आँखों में आँसु आ जायेंगे  ।
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बच्ची का जवाब था ।
"माँ भाई मरेगा तो
घर में खाना आएगा ना"
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भाइयो और बहनो, आपके खाने में गरीबो का भी हक है ।
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गरीबो की मदद करे
जो दुसरो के मोहताज़ है ।
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* खुदा *
हम सब की मुसीबत टाल दे ।
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* खुदा *
उसकी हर
परेशानी को दूर कर दे ।
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शादिया शुरू हो गई है...
आपसे हाथ जोड़ विनती है ।
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अगर आगे से कभी आपके
घर में पार्टी / समारोह हो ।
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और खाना बच जाये
या बेकार जा रहा हो ।
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तो बिना झिझके आप 1098
(केवल भारत में) पर फ़ोन करें ।
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"यह मजाक नहीं है -
यह चाइल्ड helpline है ।"
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वे आयेंगे और भोजन
एकत्रित करके ले जायेंगे ।
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इससे उन
बच्चों का पेट भर सकता है ।
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..."मदद करने वाले हाथ,दुआ मांगने वाले हाथो से, अच्छे होते हैं ।"
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किसी को गुड लक
मिला या नहीं, मालूम नहीं ।
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