बुधवार, 21 फ़रवरी 2018

रामलीला

राम जी और सीता जी एक बगीचे मे मिलते हैं ,
तो राम कहते है ,
मोहब्बत बरसा देना तु , सावन आया है.🎗🎗..

.तभी सीता कहतीं है...
सनम रे , सनम रे , तु मेरा सनम हुआ रे...🤓🤓

  रावण आता है ,
और सीता जी से कहता है
कि उठा ले जाऊंगा , तुझे मै लंका मे, देखते रह  जायेंगे राम बेचारे,😭😭

तभी हनुमान जी वहां आते है
और ये बात सुन लेते है ,, और कहते है
कि सात समुन्दर पार मै तेरे पीछे  पीछे आ गया,,🚶🚶😊...

सीता जी लंका मे अशोक
के पेड़ के नीचे बैठकर कहती है,
क्या करते थे साजना , तुम हमसे दूर रहके, हम तो जुदाई मे अकेले, छुप छुप के रोया करते थे ..

जब Lakshman जी शक्ति बाण लगता है
तो राम जी कहते है
.दर्द दिलो के कम हो जाते , हम और तुम मिल घर को जाते ...

और जब सीता जी धरती माता के गोद मे समातीं हैं , तब राम जी कहते है कि 🤗🤗
" तु धरती पे चाहे जहा भी रहेगी तुझे तेरी  धड़कन से पहचान लुगा..|

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