हमारी नासमझी और समझदारी के आधार पर हमारा जीवन बुरा और अच्छा बनता है आज हम बुराई के युग में जी रहे हैं यानी कि हम समझदारी नहीं दिखा रहे अतः हम सब मिलकर समझदारी दिखाएं और अच्छा युग बना पाए ताकि चौतरफा अनंत सुख शांति आ जाए मिल जाए जब हम नासमझ होते हैं तो हमारा घर तक बर्बाद हो जाता है अगर हमारी नासमझी घर के बाहर भी फैलती है तो बाहर भी स्थिति खराब हो जाती है आज हम घर में समझदार बने और घर के बाहर भी ताकि सब और सुख शांति सबको मिल सके
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