एक अभियान मूर्खों के खिलाफ :
*मूर्खों के लक्षण*
*महा निकम्मे* = फ्री में बैलेंस, मोबाइल, pendrive, T-shirt, झुनझुना आदि के लिए मैसेज भेजते रहते हैं, जो इन्हें कभी नहीं मिलते।
*महा मूर्ख* =ये 2-2 साल पुराने मैसेज को मार्किट में नया है कहकर फारवर्ड करते रहते हैं। जैसे फलां जगह बच्ची मिली है इसे घर वालों तक पहुंचाओ। इनमें तारीख़ नहीं होती। तारीख़ होती तो पोल खुल जाती।
*कुछ पागल* = ऐसे एक्सीडेंट की खबरे भेजते हैं, जो 2 साल पहले हुआ था। इनमें भी तारीख़ कभी नहीं होती।
*महा बेवकूफ* =व्यर्थ की साईं इमेज, फूल, पत्ती या 1121 ॐ लिखकर कसम देकर लोगों को फारवर्ड करके अपनी बला ग्रुप के मेम्बरों पर चिपकाते हैं। ( *क्या मिलता है भाई???*)
*महा मंद बुद्धि* ="पुजारी मंदिर में पूजा कर रहा था फिर एक सांप/बन्दर आया और उसने इंसान का रूप ले लिया" इसे आगे भेजो लाटरी निकल जायेगी। *(अरे मूर्ख तेरी ही नहीं निकली तो दूसरे की क्या खाक निकलेगी?)*
*कुछ मंदबुद्धि* =अभी अभी पैदा हुए बच्चे के गले में आलपिन फंस गई, 50 लाख लगेंगे *बच्चे के गले में आलपिन कौन डालेगा* ? *कौनसे ऑपरेशन में 50 लाख लगते हैं भाई ?* ऊपर से बोलेंगे कि *प्रति शेयर 50 पैसा* व्हाट्सऐप की तरफ से मिलेगा। जबकि सच्चाई ये है की व्हाट्सएप्प को 19 बिलियन डॉलर में खरीदने वाले मार्क जकरबर्ग को इससे अभी 25 पैसे नही मिलते।
सबसे बड़ी *बेवकूफी* तो तब होती है जब कोई कहता है कि- "मैसेज आगे भेजो आपकी बैटरी फुल चार्ज हो जायगी"/ *घोडा दौड़ने लगेगा*, भैंस का रंग बदल जायेगा या ताला खुल जायेगा। *(भाई physics नाम की भी कोई चीज़ होती है।)*
*कुछ लल्लू* = किसी आदमी के डॉक्यूमेंट, डिग्रियाँ गिर गए हैं, ये मैसेज उस तक पहुचाने में मदद करें. *(अरे मंदबुद्धि डॉक्यूमेंट आधार कार्ड ,अंकसूचि,परिचय पत्र में उसका पता नहीं है क्या???)*
यदि इनमें से कोई भी लक्षण आप में हैं, तो आप भी Whatsapp पर अपनी अल्प बुद्धि का परिचय दे रहे हैं।
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