गुरुवार, 14 अक्तूबर 2021

महिमा भारी तिलक की

*महिमा भारी तिलक की,  को कर सके बखान ।*
*आप तिलक को मानिये, श्री विष्णू भगवान ॥*
जिसके माथे पर तिलक की होती है छाप ।
भूत प्रेत ही दूर से, भग जाते चुपचाप ॥
माथे की शोभा तिलक, तिलक हमारी शान ।
बिना तिलक माथा लगे, बिल्कुल ही सुनसान ॥
तिलक करे परिवार को, शक्ति शांति  प्रदान ।
आप लगाकर देखिये, हो जाये कल्याण ॥
तन मन को शीतल करे, ये चंदन की छाप ।
कट जाते है लगाते, जन्म जन्म के पाप ॥
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तिलक लगाने से मिले, बुद्धि ज्ञान  सम्मान ।
तिलक हमारे धर्म की, होती है पहचान  ॥
वैष्णव जन के तिलक में, विष्णु लक्ष्मी निवास ।
इसीलिये इस तिलक की, महिमा सबसे खास ॥
बिना तिलक होता नहीं, कोई पूजा पाठ ।
तिलक लगायें आप सब, सदा रहेंगा ठाठ ॥

      

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