शनिवार, 3 मार्च 2018

# *पत्नी – आज रात का खाना बाहर करेगें..।* पति – *ठीक है*… हम किसी *साधारण रेस्तरां* में चलते हैं. पत्नी – *नहीं...* *"रॉयल पैलेस" होटल* में चलते हैं. पति – *(एक मिनट के लिए मौन)* ठीक है... शाम 7 बजे चलते हैं. ठीक सात बजे पति-पत्नी अपनी कार में घर से निकले... रास्ते में – *पति*– जानती हो... एक बार मैंने अपनी बहन के साथ *पानीपूरी प्रतिस्पर्धा* की थी. मैंने 30 पानी पूरी खाई और उसे *हरा* दिया.... *पत्नी*– क्या यह इतना *मुश्किल* है.?? पति – *मुझे पानी-पूरी प्रतियोगिता में "परास्त" करना बहुत "मुश्किल" है।* पत्नी – मैं *आसानी* से आपको *हरा* सकती हूँ। *पति –* रहने दो ये तुम्हारे बस का नहीं ….!! *पत्नी –* हमसे प्रतियोगिता करने चलिये…. पति – *तो "आप" अपने-आप को हारा हुआ देखना चाहती हैं.!!?* *पत्नी*– चलिये देखते हैं… *वे दोनों एक पानी-पूरी स्टॉल पर रुके और खाना शुरू कर दिए ….* 25 पानी पूरी के बाद *पति* ने खाना छोड़ दिया. *पत्नी का भी पेट भर गया था,* लेकिन उसने *पति को हराने के लिए एक और खा लिया* और चिल्लाई , *“तुम हार गये।”* बिल *50 रुपये* आया *पति- *"रायल पैलेस होटल" चलें….* पत्नी- *नहीं अब पेट में जगह नहीं बची...* वापस घर चलो। (पति-पत्नी घर लौट गये) और *पत्नी* वापस घर आते हुए... *शर्त जीतने की खुशी में खुश थी....* कहानी से *नैतिक शिक्षा.. …* *“एक "प्रबंधक" का मुख्य उद्देश्य "न्यूनतम निवेश" के साथ "कर्मचारी को संतुष्ट करना होता है…."* *कम निवेश पर मजबूत वापसी सुनिश्चित..!”* *पूर्व कामर्स स्टूडेंट* द्वारा *"पति हित"* में जारी

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