गुरुवार, 8 मार्च 2018

*मंजिल यूँ ही नहीं मिलती*
                *राही को*
*जुनून सा दिल में जगाना*
               *पड़ता है,*
*पूछा चिड़िया से कि घोसला*
            *कैसे बनता है*
*वो बोली कि तिनका तिनका*
          *उठाना पड़ता है।*

*नींद और निंदा पर जो विजय पा लेते हैं,*
*उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।*
*☝🏻और…*
*जो चीज आप को, “CHALLENGE” करती है,*
*वही आपको “CHANGE” कर सकती है।*

        

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें