🌔 आज का पंचाग 🌔
20 अप्रैल 2016 दिन बुधवार
बुधवार के दिन तेल मर्दन करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। (मुहूर्त गणपति)
बुधवार के दिन किसी को भी ऋण नहीं देना चाहिए, अन्यथा दिया हुआ धन वापस नहीं आ पाता।
बुधवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात दाढ़ी या बाल कटाने अथवा नख काटने या कटाने से लक्ष्मी और मान की प्राप्ति होती है ।(महाभारत अनुशासन पर्व)
विक्रम संवत् - 2073🔔 संवत्सर - सौम्य🔔 शक संवत् - 1938🔔 अयन - उत्तरायण🔔 गोल - उत्तर 🔔 ऋतु - वसन्त 🔔 मास - चैत्र 🔔 पक्ष - शुक्ल 🔔 तिथि- चतुर्दशी। ⭐नक्षत्र- हस्त रात्रि 03:41 बजे तक तदुपरांत चित्रा। 🔔 योग- व्याघात दिन 02:15 बजे तक तदुपरांत हर्षण। 🔔 दिशाशूल - बुधवार को उत्तर दिशा और ईशानकोण का दिशाशूल होता है यदि यात्रा अत्यन्त आवश्यक हो तो धनिया का सेवनकर प्रस्थान करें।⚡ राहुकाल (अशुभ)- मद्ध्याह्न 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।🔔सूर्योदय - प्रातः 05:38।🔔सूर्यास्त - सायं 06:22।🌞 विशेष- चतुर्दशी को स्त्री सहवास और तिल के तेल का सेवन नहीं करना चाहिए ।(ब्रह्माण्डपुराण ब्रह्माखण्ड)🔔👉 पर्व त्यौहार- श्री शिव नृसिंह व्रत, नृसिंह दमनकोत्सव। 🔔👉 मुहूर्त-
20 अप्रैल 2016 दिन बुधवार
बुधवार के दिन तेल मर्दन करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। (मुहूर्त गणपति)
बुधवार के दिन किसी को भी ऋण नहीं देना चाहिए, अन्यथा दिया हुआ धन वापस नहीं आ पाता।
बुधवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात दाढ़ी या बाल कटाने अथवा नख काटने या कटाने से लक्ष्मी और मान की प्राप्ति होती है ।(महाभारत अनुशासन पर्व)
विक्रम संवत् - 2073🔔 संवत्सर - सौम्य🔔 शक संवत् - 1938🔔 अयन - उत्तरायण🔔 गोल - उत्तर 🔔 ऋतु - वसन्त 🔔 मास - चैत्र 🔔 पक्ष - शुक्ल 🔔 तिथि- चतुर्दशी। ⭐नक्षत्र- हस्त रात्रि 03:41 बजे तक तदुपरांत चित्रा। 🔔 योग- व्याघात दिन 02:15 बजे तक तदुपरांत हर्षण। 🔔 दिशाशूल - बुधवार को उत्तर दिशा और ईशानकोण का दिशाशूल होता है यदि यात्रा अत्यन्त आवश्यक हो तो धनिया का सेवनकर प्रस्थान करें।⚡ राहुकाल (अशुभ)- मद्ध्याह्न 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।🔔सूर्योदय - प्रातः 05:38।🔔सूर्यास्त - सायं 06:22।🌞 विशेष- चतुर्दशी को स्त्री सहवास और तिल के तेल का सेवन नहीं करना चाहिए ।(ब्रह्माण्डपुराण ब्रह्माखण्ड)🔔👉 पर्व त्यौहार- श्री शिव नृसिंह व्रत, नृसिंह दमनकोत्सव। 🔔👉 मुहूर्त-
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