रविवार, 24 अप्रैल 2016

यमराज : चित्रगुप्त एक ऐसी मशीन बनाओ की कोईझूठ बोले तो पता चले..!चित्रगुप्त : ठीक है प्रभू...!!चित्रगुप्त ने एक घंटा बनवाया जो झूठ बोलने परबजता था..दुसरे दिन थोडी थोडी देर मे घंटा बजने लगा...एक दिन घंटा अचानक ज़ोर ज़ोर से ....टन..टन टन ..टन टन टन ..बजने लगा....यमराज : चित्रगुप्त, ये क्या हो रहा है..?ये घंटा एक साथ इतनी ज़ोर ज़ोर से क्यॅूं बज रहा है..??चित्रगुप्त : प्रभू..माननीय नेता जी भाषण दे रहे है...

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