Lekh Rachnaye
शनिवार, 16 अप्रैल 2016
परिवार घड़ी के सुईयों जैसा होना चाहिए भले एक फास्ट हो, भले एक स्लो हो, भले एक बड़ा हो, भले एक छोटा हो, लेकिन किसी की 12 बजानी हो तो ये सब एक साथ हो जाए। आशा है आप सब समझ गए होंगे। संगठन में शक्ति है
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