Lekh Rachnaye
गुरुवार, 28 अप्रैल 2016
डाली से टूटा फूल फिर से नहीं लग सकता है मगर डाली मजबुत हो तो, उस पर नया फूल खिल सकता है! इसी तरह ज़िन्दगी में खोये पल को ला नहीं सकते, मगर हौसलें व विश्वास से आने वाले हर पल को खुबसूरत बना सकते हैं!
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