मंगलवार, 5 अप्रैल 2016

आज मैंने अपने आप से पूछा कि जिंदगी कैसे जीनी चाहिए ?मुझे मेरे कमरे मे जबाब मिला

छत ने कहा - ऊंचा सोंचो 
पंखे ने कहा - दिमाग ठंडा रक्खो 
घड़ी ने कहा - समय की कदर करो 
कैलेंडर ने कहा - वक्त के साथ चलो 
पर्स ने कहा - भविष्य के लिए बचाओ 
शीशे ने कहा - अपने आप को देखो 
दीवाल ने कहा - दूसरों का बोझ बांटो 
खिड़की ने कहा - अपने देखने का दायरा बढ़ाओ 
फर्श ने कहा - जमीन से जुड़ कर रहो......

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