सोमवार, 6 जून 2016

अख़बार में प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा का विवरण पड़ा आश्चर्य हुआ कि एक व्यक्ति 6 दिन में 5 देश की यात्रा कर रहा हैं जिसमें से 50 घंटे वो हवा में रहेगा,और उसके अलावा 40 के करीब मीटिंग अटेंड करेंगे और हद तो यह है कि वापिस आते समय जर्मनी मैं फ्यूल भरवाने के लिए रुकेंगे तो एक द्विपक्षीय बातचीत वहाँ भी कर सकते हैं और ये सब मीटिंग्स में देश की सुरक्षा स्पेस कृषि,एक्सपोर्ट्स के लिए समझौते करेंगे,स्विट्ज़रलैंड के साथ काले धन के खातों की जानकारी साँझा करने पर कोई संधि भी हो सकती हैं और NSG ग्रुप में भारत की उपस्थिति और सदस्यता मिलने से यूरेनियम मिलने में आसानी होगीमित्रों और क्या चाहते हो अपने #प्रधानमंत्री से जो इतने जतन से इतना प्रयास करके अपनी दिन रात की नींद देश के लिए देकर , हमारे बच्चों को सुरक्षित भविष्य देना चाहता हैं और हम उसके रास्ते की सड़क को बेहतरीन बनाने की बजाय उसपर तरह तरह की विरोध के खड्डे और रुकावट लगाने की कोशिश कर रहे हैं उनके सहयोगी बने न कि विरोधवो 65 साल की उम्र में एक #कर्मयोगी बन कर काम कर रहे हैं, खुद कुछ नहीं कर पा रहे हम लोग तो एक काम कर सकते हैं कि अपनी जुबान पर लगाम लगा सकते हैं और स्वच्छ भारत मैं गंदगी न करके सिर्फ उनके सहयोगी की भूमिका निभा सकतसकत

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