मंगलवार, 31 मई 2016

aaj बैक से फोन आया और मुझसे कहा की आप 6000/रू महिना भरते रहोऔर रिटायर मेंट के वक्त आपको 1 करोड़ मिलेगेमैने कहा की प्लान को उल्टा कर दोआप मुझे अभी 1 करोड़ रू दे  दोहर महिने 6000/रू लेते रहना मेरे मरने तकबैक वालो ने फोन काट दियामेने कुछ गलत कहा क्या..👏😆😆😆😆😆😆😆😆
एक औरत बाबाजी के पास गयी....औरत: बाबाजी मेरा पति घर आते ही मुझे बहुत मारता-पीटता है।बाबाजी: ये लो ताबीज। जैसे ही पति घर आए,अपने दाँतों के नीचे इसे दबा लेना।7 दिन बाद औरत बाबाजी के पास दोबारा आयी और बोली: बाबाजी ताबीज का बड़ा फायदा हुआ। अब मेरा पति मुझे मारता-पीटता नहीं।बाबाजी: फायदा ताबीज से नहीं बल्कि जुबान बंद रखने से हुआ है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

सोमवार, 30 मई 2016

"Be soft and cool Like Water. So,You can adjust anywhere in Life.Be hard and Attractive Like Diamond. So,No One can Play with your Emotions."
SAVE TREES चाक़ू से पेड़ पर  नाम खोदने से अच्छा है,..अपनो के नाम का एक पेड़ लगाइए!पर्यावरण की सुरक्षा होगी! ❣
SAVE TREES चाक़ू से पेड़ पर  नाम खोदने से अच्छा है,..अपनो के नाम का एक पेड़ लगाइए! पर्यावरण की सुरक्षा होगी! 
*मंदिर में चप्पल बाहर क्यों उतारते हैं*मंदिर में प्रवेश नंगे पैर ही करना पड़ता है, यह नियम दुनिया के हर हिंदू मंदिर में है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि मंदिर की फर्शों का निर्माण पुराने समय से अब तक इस प्रकार किया जाता है कि ये इलेक्ट्रिक और मैग्नैटिक तरंगों का सबसे बड़ा स्त्रोत होती हैं। जब इन पर नंगे पैर चला जाता है तो अधिकतम ऊर्जा पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाती है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 *दीपक के ऊपर हाथ घुमाने का वैज्ञानिक कारण* आरती के बाद सभी लोग दिए पर या कपूर के ऊपर हाथ रखते हैं और उसके बाद सिर से लगाते हैं और आंखों पर स्पर्श करते हैं। ऐसा करने से हल्के गर्म हाथों से दृष्टि इंद्री सक्रिय हो जाती है और बेहतर महसूस होता है।🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 *मंदिर में घंटा लगाने का कारण* जब भी मंदिर में प्रवेश किया जाता है तो दरवाजे पर घंटा टंगा होता है जिसे बजाना होता है। मुख्य मंदिर (जहां भगवान की मूर्ति होती है) में भी प्रवेश करते समय घंटा या घंटी बजानी होती है, इसके पीछे कारण यह है कि इसे बजाने से निकलने वाली आवाज से सात सेकंड तक गूंज बनी रहती है जो शरीर के सात हीलिंग सेंटर्स को सक्रिय कर देती है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 *भगवान की मूर्ति*मंदिर में भगवान की मूर्ति को गर्भ गृह के बिल्कुल बीच में रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस जगह पर सबसे अधिक ऊर्जा होती है जहां सकारात्मक सोच से खड़े होने पर शरीर में सकारात्मक ऊर्जा पहुंचती है और नकारात्मकता दूर भाग जाती है। ♦♦♦♦♦♦♦♦ *परिक्रमा करने के पीछे वैज्ञानिक कारण* हर मुख्य मंदिर में दर्शन करने और पूजा करने के बाद परिक्रमा करनी होती है। परिक्रमा 8 से 9 बार करनी होती है। जब मंदिर में परिक्रमा की जाती है तो सारी सकारात्मक ऊर्जा, शरीर में प्रवेश कर जाती है और मन को शांति मिलती है।♦🌹♦🌷♦🌺♦🍁
Heart Touching .....एक कवि नदी के किनारे खड़ा था ! तभी वहाँ से एक लड़की का शव नदी में तैरता हुआ जा रहा था।तो तभी कवि ने उस शव से पूछा ----कौन हो तुम ओ सुकुमारी,बह रही नदियां के जल में ?कोई तो होगा तेरा अपना,मानव निर्मित इस भू-तल मे !किस घर की तुम बेटी हो,किस क्यारी की कली हो तुमकिसने तुमको छला है बोलो, क्यों दुनिया छोड़ चली हो तुम ?किसके नाम की मेंहदी बोलो, हांथो पर रची है तेरे ?बोलो किसके नाम की बिंदिया, मांथे पर लगी है तेरे ?लगती हो तुम राजकुमारी, या देव लोक से आई हो ?उपमा रहित ये रूप तुम्हारा, ये रूप कहाँ से लायी हो?""दूसरा दृश्य----""कवि की बाते सुनकर,, लड़की की आत्मा बोलती है..कवी राज मुझ को क्षमा करो, गरीब पिता की बेटी हुँ !इसलिये मृत मीन की भांती, जल धारा पर लेटी हुँ !रूप रंग और सुन्दरता ही, मेरी पहचान बताते है !कंगन, चूड़ी, बिंदी, मेंहदी, सुहागन मुझे बनाते है !पित के सुख को सुख समझा, पित के दुख में दुखी थी मैं !जीवन के इस तन्हा पथ पर, पति के संग चली थी मैं !पति को मेने दीपक समझा, उसकी लौ में जली थी मैं !माता-पिता का साथ छोड, उसके रंग में ढली थी मैं !पर वो निकला सौदागर, लगा दिया मेरा भी मोल !दौलत और दहेज़ की खातिर, पिला दिया जल में विष घोल !दुनिया रुपी इस उपवन में, छोटी सी एक कली थी मैं !जिस को माली समझा, उसी के द्वारा छली थी मैं !इश्वर से अब न्याय मांगने, शव शैय्या पर पड़ी हूँ मैं !दहेज़ की लोभी इस संसार मैं, दहेज़ की भेंट छड़ी हूँ में !दहेज़ की भेंट चढ़ी हूँ मैं !!
Agrawal एक नया शादीशुदा जोड़ा बाग में टहल रहा था।अचानक एक बड़ा सा कुत्ता उनकी तरफ झपटा,दोनों को ही लगा कि ये उन्हें काट लेगा। बचने का कोई रास्ता न देख पति ने तुरंत अपनी पत्नी को गोद में ऊपर तक उठा लियाताकि …..कुत्ता काटे तो उसे काटे उसकी पत्नी को नही।कुत्ता बिलकुल नज़दीक आकर रुका, कुछ देर तो भौंका और फिर पीछे की तरफ भाग गया।पति ने चैन की सांस ली और इस उम्मीद में पत्नी को गोद से उतारा कि पत्नी उसे गले लगाएगीऔर प्यारा सा छोटा सा किस करेगी…तभी उसकी तमाम उम्मीदों परपानी फेरते हुए….उसकी बीवी चिल्लाई…“मैंने आज तक लोगों को कुत्ते को भगाने के लिए पत्थर या डंडा फेंकते तो देखा थापर ऐसा आदमी पहली बार देख रही हूँ जो कुत्ते को भगाने के लिएअपनी बीवी को फेंकने के लिये तैयार था।”“शिक्षा”:-शादी शुदा लोगो को अपनी बीवियों से कभी तारीफ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
Wife fपत्नी जब स्वयं माँ बनने का समाचार सुनाये और वो खबर सुन, आँखों में से खुशी के आंसू टप टप गिरने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'नर्स द्वारा कपडे में लिपटा कुछ पाउण्ड का दिया जीव, जवाबदारी का प्रचण्ड बोझ का अहसास करायेतब ... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'रात - आधी रात, जागकर पत्नी के साथ, बेबी का डायपर बदलता है, और बच्चे को कमर में उठा कर घूमता है, उसे चुप कराता है, पत्नी को कहता है तू सो जा में इसे सुला दूँगा।तब... आदमी... 'पुरुष से पिता बनता है'मित्रों के साथ घूमना, पार्टी करना जब नीरस लगने लगे और पैर घर की तरफ बरबस दौड़ लगायेतब ... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है''हमने कभी लाईन में खड़ा होना नहीं सीखा' कह, हमेशा ब्लैक में टिकट लेने वाला, बच्चे के स्कूल Admission का फॉर्म लेने हेतु पूरी ईमानदारी से सुबह ८ बजे लाईन में खड़ा होने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'जिसे सुबह उठाते साक्षात कुम्भकरण की याद आती हो और वो जब रात को बार बार उठ कर ये देखने लगे की मेरा हाथ या पैर कही बच्चे के ऊपर तो नहीं आ गया एवम् सोने में पूरी सावधानी रखने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'असलियत में एक ही थप्पड़ से सामने वाले को चारो खाने चित करने वाला, जब बच्चे के साथ झूठमूठ की fighting में बच्चे की नाजुक थप्पड़ से जमीन पर गिरने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'खुद भले ही कम पढ़ा या अनपढ़ हो, काम से घर आकर बच्चों को 'पढ़ाई बराबर करना, होमवर्क पूरा किया या नहीं'बड़ी ही गंभीरता से कहेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'खुद ही की कल की मेहनत पर ऐश करने वाला, अचानक बच्चों के आने वाले कल के लिए आज comprises करने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'ऑफिस का बॉस, कईयों को आदेश देने वाला, स्कूल की पेरेंट्स मीटिंग में क्लास टीचर के सामने डरा सहमा सा, कान में तेल डाला हो ऐसे उनकी हर Instruction ध्यान से सुनने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'खुद की पदोन्नति से भी ज्यादाबच्चे की स्कूल की सादी यूनिट टेस्ट की ज्यादा चिंता करने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'खुद के जन्मदिन का उत्साह से ज्यादा बच्चों के Birthday पार्टी की तैयारी में मग्न रहेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनाता है'हमेशा अच्छी अच्छी गाडियो में घूमने वाला, जब बच्चे की सायकल की सीट पकड़ कर उसके पीछे भागने में खुश होने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'खुदने देखी दुनिया, और खुद ने की अगणित भूले बच्चे ना करे, इसलिये उन्हें टोकने की शुरुआत करेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'बच्चों को कॉलेज में प्रवेश के लिए, किसी भी तरह पैसे ला कर अथवा वर्चस्व वाले व्यक्ति के सामने दोनों हाथ जोड़ेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है''आपका समय अलग था,अब ज़माना बदल गया है,आपको कुछ मालूम नहीं''This is generation gap'ये शब्द खुद ने कभी बोला ये याद आये और मन ही मन बाबूजी को याद कर माफी माँगने लगेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'लड़का बाहर चला जाएगा, लड़की ससुराल, ये खबर होने के बावजूद, उनके लिए सतत प्रयत्नशील रहेतब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'बच्चों को बड़ा करते करते कब बुढापा आ गया, इस पर ध्यान ही नहीं जाता, और जब ध्यान आता है तब उसका कोइ अर्थ नहीं रहतातब... आदमी...'पुरुष से पिता बनता है'
कुंभ खत्म होते रातों-रात गायब होते हैं नागा साधु, जानें, इनकी यात्रा का रहस्य उज्जैन। सिंहस्थ की पहचान बने नागा साधु आखरी शाही स्नान कर रात में ही उज्जैन से रवाना हो गए। एक महीने तक सिंहस्थ की शान नागा साधुओं के एकाएक गायब होने से लोग हैरान हैं। हैरानी का कारण ये भी है कि किसी भी कुम्भ में नागा साधुओं को आते और जाते कभी कोई नहीं देख पाता। सिंहस्थ में हजारों की संख्या में नागा साधु आए और चले भी गए, लेकिन किसी ने भी ना तो उन्हें आते हुए देखा और ना ही जाते हुए।- वे कहां से आए, कैसे आए और कहां गायब हो गए, इसकी चर्चा अब शहर में हर कोई कर रहा है।- दैनिक भास्कर डॉट कॉम ने जब नागा साधुओं की इस यात्रा के बारे में जानकारी हासिल की तो कई रहस्य सामने आए।- राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी जी महाराज के मुताबिक, नागा साधु जंगल के रास्तों से यात्रा करते हैं। आमतौर पर ये लोग देर रात में चलना शुरू करते हैं।- यात्रा के दौरान ये लोग किसी गांव या शहर में नहीं जाते, बल्कि जंगल और वीरान रास्तों में डेरा डालते हैं।- रात में यात्रा और दिन में जंगल में विश्राम करने के कारण सिंहस्थ में आते या जाते हुए ये किसी को नजर नहीं आते।- कुछ नागा साधु झुंड में निकलते है तो कुछ अकेले ही यात्रा करते हैं। ये लोग यात्रा में कंदमूल फल, फूल और पत्तियों का सेवन करते हैं।- यात्रा के दौरान नागा साधु जमीन पर ही सोते हैं।ऐसे मिलती है कुंभ या सिंहस्थ में शामिल होने की सूचना ...- नरेंद्र गिरी महाराज के अनुसार, हर अखाड़े में एक कोतवाल होता है। ये कोतवाल नागा साधुओं और अखाड़ों के बीच की कड़ी का काम करता है।- दीक्षा पूरी होने के बाद जब साधु अखाड़ा छोड़कर साधना करने जंगल या कंदराओं में चले जाते हैं तो ये कोतवाल उन्हें अखाड़ों की सूचनाएं पहुंचाता है।-सिंहस्थ, कुंभ और अर्ध कुंभ जैसे महापर्वों में ये लोग कोतवाल की सूचना पर पहुंचते हैं।ऐसी है नागाओं की रहस्यमयी दुनिया ...- महाराज जी ने बताया कि अखाड़ों के ज्यादातर नागा साधु हिमालय, काशी, गुजरात और उत्तराखंड में रहते हैं।- ये सभी गांव या शहर से दूर पहाड़ों, गुफाओं और कन्दराओं में साधना करते हैं।- नागा संन्यासी एक गुफा में कुछ साल रहने के बाद अपनी जगह बदल देते हैं।- आमतौर पर नागा सन्यासी अपनी पहचान छिपा कर रखते हैं।[@@@@@@------------- भारतीय इतिहास मे कयी युद्ध जो लडे है नागा साधुओं ने!---आपको अगर ऐसा लगता है कि हमारे संत समाज ने भारत माता के लिए कोई लड़ाई नहीं लड़ी है तो आपकी यह बहुत बड़ी भूल है.वैसे इसमें आपकी कोई गलती नहीं है क्योकि भारतीय इतिहास से ना जाने क्यों नागा साधुओं का युद्ध हटा दिया गया.कुछ लेखक बताते हैं कि तब नागा साधुओं के एक हाथ में तलवार थी और दूजे हाथ में शास्त्र (धार्मिक किताबें) थीं. संतों को धर्म भी बचाना था और देश भी. ये था नागा साधुओं का युद्ध ! उस वक़्त अफगानी शासक अगर आगे बढ़ जाते तो लाखों लोगों का कत्लेआम हो सकता था. हिन्दू मंदिर तोड़ दिए जाते, लेकिन हर साधू ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया और मरने से पहले एक-एक साधू ने सैंकड़ों दुश्मनों को धूल में मिला दिया था.जोधपुर को बचाया था सन्यासियों नेजब काबुल और बिलोचिस्तान की और से आक्रमण कर मुसलमान जोधपुर पर आये तो चारों तरफ हाहाकार था. मंदिर तोड़े जा रहे थे और कत्लेआम हो रहा था. मुस्लिम शासकों ने हर व्यक्ति पर भारी कर लगा दिया था. तब अटल सन्यासियों ने मुस्लिमों को परास्त किया था.वैसे यह नागा साधुओं का युद्ध इतना छोटा था कि किसीकी भी इस पर नजर नहीं पड़ती है. इसके बाद क्रूर अहमदशाह अब्दाली से साधू संतों और वह भी नागा साधुओं ने जो युद्ध लड़ा है वह युद्ध हर भारतीय को मालूम होना चाहिए.सबसे पहले तो आपको बता दें कि आप इस युद्ध की विश्वसनीयता को जांचने के लिए कुछ पुस्तकें पढ़ सकते हैं. इनमें सर्वप्रमुख पुस्तक है- भारतीय संघर्ष का इतिहास, लेखक डा. नित्यानंद.जब क्रूर अहमदशाह अब्दाली ने किया था भारत पर आक्रमणवैसे आपको बता दें कि दशनामी अखाड़ों का जन्म ही धर्म और देश की रक्षा करने के लिए हुआ था. मुस्लिम शासक एक के बाद एक भारत पर आक्रमण कर रहे थे और लोगों पर जुल्म कर रहे थे. तब साधू संतों ने हथियार उठा लिए थे.ऐसा ही कुछ तब हुआ था जब अहमदशाह अब्दाली दिल्ली और मथुरा पर आक्रमण करता हुआ गोकुल तक आ गया था. लोगों को काटा जा रहा था. महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे थे और बच्चे देश के बाहर बेचे जा रहे थे. तभी गोकुल में अहमदशाह अब्दाली का सामना नागा साधुओं से हो जाता है. कुछ 5 हजार साधुओं की सेना कई हजार सैनिकों से लड़ गयी थी. पहले तो अब्दाली साधुओं को मजाक में ले रहा था किन्तु तभी अब्दाली को एहसास हो गया था कि यह साधू अपनी भारत माता के लिए जान तक दे सकते हैं. लेखक लिखत
मुझे भी आजहिंदी बोलने का शौक हुआ,घर से निकला औरएक ऑटो वाले से पूछा,"त्री चक्रीय चालकपूरे सुभाष नगर के परिभ्रमण मेंकितनी मुद्रायें व्यय होंगी ?"ऑटो वाले ने कहा,😇"अबे हिंदी में बोल रे.."मैंने कहा,"श्रीमानमै हिंदी में हीवार्तालाप कर रहा हूँ।"ऑटो वाले ने कहा,"मोदी जीपागल करके ही मानेंगे ।चलो बैठोकहाँ चलोगे ?"मैंने कहा,"परिसदन चलो"ऑटो वाला फिरचकराया !😇"अब येपरिसदन क्या है ?बगलवाले श्रीमान ने कहा,"अरेसर्किट हाउस जाएगा"ऑटो वाले नेसर खुजाया बोला,"बैठिये प्रभु"रास्ते में मैंने पूछा,"इस नगर मेंकितने छवि गृह हैं ??" ऑटो वाले ने कहा,"छवि गृह मतलब ??"मैंने कहा,"चलचित्र मंदिर"उसने कहा,"यहाँ बहुत मंदिर हैं ...राम मंदिर,हनुमान मंदिर,जगन्नाथ मंदिर,शिव मंदिर"मैंने कहा,"भाईमें तो चलचित्र मंदिर कीबात कर रहा हूँजिसमेंनायक तथा नायिकाप्रेमालाप करते हैं ..."ऑटो वालाफिर चकराया,"ये चलचित्र मंदिरक्या होता है ??"यही सोचते सोचतेउसने सामने वाली गाडी मेंटक्कर मार दीऑटो काअगला चक्काटेढ़ा हो गया और हवा निकल गई।मैंने कहा,"त्री चक्रीय चालकतुम्हारा अग्र चक्र तोवक्र हो गया ..."ऑटो वाले नेमुझे घूर कर देखाऔर कहा,"उतर जल्दी उतर !आगे पंचर की दुकान थीहम ने दुकान वाले से कहा....हे त्रिचक्र वाहिनी सुधारक महोदयकृप्या अपने वायु ठूंसक यंत्र से मेरे त्रिचक्र वाहिनी के द्वितीय चक्र में वायु ठूंस दीजिये धन्यबाददूकानदार बोला कमीने सुबह से बोनी नहीं हुई और तू शलोक सुना रहा है।ANAND HI ANAND 😬😬😬😬😬

रविवार, 29 मई 2016

भूत-प्रेतो को निमंत्रण देता है घर केफ्रिज में रखा हुआ आटा ।वर्तमान में बहुत सी गृहिणियां खानाबनाते समय रात को बचा हुआ अतिरिक्तआटा गोल लोई बनाकर उसे फ्रिज में रखदेती है और उसका प्रयोग अगले दिन करतीहै। कई बार सुबह के समय भी आटा बचने परऎसा ही किया जाता है। धर्मशास्त्रोंके अनुसार गूंथा हुआ आटा पिण्ड मानाजाता है जिसे मृतात्मा के भक्षण केलिए अर्पित किया जाता है।जिन भी घरों में लगातार या अक्सरगूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखने कीपरंपरा बन जाती है वहां पर भूत, प्रेततथा अन्य ऊपरी हवाएं भोजन करने के लिएआने लग जाती है। इनमें अधिकतर वेआत्माएं होती है जिन्हें उनकेघरवालों ने भुला दिया या जिनकी अबतक मुक्ति नहीं हो सकी है। ऎसीआत्माओं के घर में आने के साथ ही घरमें अनेकों समस्याएं भी आनी शुरू होजाती हैं।बचे हुए आटे को इस तरह रखने वाले सभीघरों में किसी न किसी प्रकार केअनिष्ट देखने को मिलते हैं। वहांअक्सर बीमारियां, क्रोध, आलस आदि बनेरहते हैं और घर में रहने वालों की भीतरक्की नहीं हो पाती है।शास्त्रों के अनुसार ऎसे किसी भीचीज को घर में स्थान नहीं देना चाहिएजो मृतात्माओं का भोजन हो अथवाउन्हें किसी भी प्रकार से आमंत्रितकरने की क्षमता रखती हो। इसके ही रातके बासी बचे आटे से रोटी बनाना शरीरके लिए भी नुकसानदेह होता है। ऎसाभोजन तामसिकता को तो बढ़ावा देताही है साथ में शरीर को भी रोगों का घरबना देता है जबकि ताजा बना भोजन शरीरको स्फूर्ति, शक्ति और स्वास्थ्यदेता है। इन सभी चीजों को देखते हुएहमें घर में बासी आटा नही रखना चहिये ।यह बहुत अच्छा Msg है Please इसे सब ग्रुपस में Frwd कर दिया जाये,नहीं आ सकता दुबारा क्योंकि इस साल फरवरी में चार रविवार, चार सोमवार, चार मंगलवार, चार बुधवार, चार बृहस्पतिवार, चार शुक्रवार, चार शनिवार. यह प्रत्येक 823 साल में एक बार होता है। यह धन की पोटली कहलाता है। इसलिए कम से कम पाँच लोगों को या पाँच ग्रुप में भेजें और पैसा चार दिन में आयेगा। चाॅयनिज पर आधारित है। े

👌जापान के बारे में प्राप्त जानकरी 👌बुद्धा को मानने वाला देश जापान, लगभग 6800 द्वीपो से मिलकर बना है !! 👌 इस देश का नाम,कुछ भी नया करने में,सबसे आगे रहता है !!! यहां के लोग कितने मेहनती हैं, इस बात का अंदाजा यही से लगाया जा सकता है,कि दूसरे विश्वयुद्ध में, अमेरिका जैसे देशों ने,जोर लगा लिया था !! 👌लेकिन,जापान पीछे हटने को तैयार नहीं हुआ। आज हम जापान से जुड़े,कुछ रोचक तथ्य बताएंगे !! जो शायद आप न जानते हों! !।👌1. जापान में हर साल लगभग 1500 भुकंम्प आते हैं! !मतलब कि हर दिन चार !!👌2. मुसलमानों को “नागरिकता” न देने वाला,"जापान"अकेला राष्ट्र है। 👌यहाँ तक कि,"मुसलमानों"को जापान में,किराए पर मकान भी नहीं मिलता।👌3. जापान के किसी "विश्वविद्यालय"में"अरबी"या अन्य कोई"इस्लामी भाषा",नहीं सिखाई जाती।!!👌4. कुत्ता पालने वाला,प्रत्येक जापानी नागरिक,उसे घुमाते समय, अपने साथ एक विशेष बैग रखता है !! जिसमें वह उसका मल,"एकत्रित" कर लेता है।!👌5. जापान में,10 साल की उम्र होने तक, बच्चों को, कोई"परीक्षा" नहीं देनी पड़ती।👌6. जापान में "बच्चे,"और "अध्यापक"एक साथ मिलकर, Classroom को साफ करते हैं ।👌7. जापान के लोगों की,औसत आयु दुनियां में सबसे ज्यादा है !! (82 साल). 👌जापान में,100 साल से ज्यादा उम्र के,50,000 लोग हैं! !।👌8. जापान के पास,किसी प्रकार के"प्राकृतिक संसाधन"नहीं हैं! !👌और वे प्रतिवर्ष,"सैंकड़ों भूकंप" भी, झेलते हैं !! किन्तु उसके बाद भी, "जापान दुनिया" की दूसरी सबसे बड़ी,"आर्थिक शक्ति" है!!।👌9. “Sumo” जापान की,सबसे "लोकप्रिय"खेल है !!इसके इलावा बेसबाल भी, काफी लोकप्रिय है !!👌10. जापान में,सबसे ज्यादा लोग पढ़े लिखे हैं! !जहां साक्षरता दर,100% है !!👌जहां,अखबारों और न्युज चैनलों में,भारत की तरह,दुर्घटना, राजनीति, वाद-विवाद, फिल्मी मसालों,आदि पर,खबरे नहीँ छपती !!👌यहां पर,अखबारों में,आधुनिक जानकारी और आवश्क खबरें ही छपती हैं !!!👌11. जापान में,जो किताबें प्रकाशित होती हैं !! उन में से 20% Comic Books होती हैं !!👌12. जापान में,नववर्ष का स्वागत,"मंदिर"में 108 घंटियाँ बजा कर,किया जाता है।!!13. जापानी,समय के बहुत पक्के हैं! ! यहां तो ट्रेने भी,"ज्यादा से ज्यादा" "18 सैकेंड"लेट होती हैं! !।👌14. “Vending Machine”, वह मशीन होती है !! जिसमें सिक्का डालने से,कोई चीज आदि,निकल आती है !! जेसे कि, noodles,अंडे, केले,आदि !!👌जब आप,जापान में होगे तो, इन मशीनों को हर जगह,पाएँगे !!यह हर सड़क पर होती हैं  !!जापान में लगभग "55 लाख वेंडिंग मशीन" हैं! !।👌15.  जापान में, देर रात,तक "नाचना"मना है।👌16. जापान में, एक ऐसी बिल्डिंग भी है,जिसके बीच से"हाइवे", गुजरता है।👌17. जापान चारों और से,"समुंदर"से घिरा होने के बावजूद, भी 27 प्रतीशत मछलियां,दूसरे देशों से मंगवाता है !!👌18. "काली बिल्ली"को,जापान में,"भाग्यशाली"माना जाता है।👌19. जापान में, 90% “Mobile WaterProof” हैं! !क्योकिं,ये लोग नहाते समय भी,फोन यूज करते हैं! !।👌20. जापान में,70 तरह की “fanta” मिलती हैं! !।👌21. जापान में,सबसे ज्यादा सड़के ऐसी हैं, जिनका कोई नाम नहीं है।👌22. जापानियो के पास, “Sorry” कहने के,20 से ज्यादा तरीके हैं ।👌23. जापान,दुनिया का सबसे बड़ा,"आॅटोमोबाइल"निर्माता है।👌24. साल 2011 में,जापान में जो "भूकंप"आया था !! वह आज तक का,सबसे तेज भूकंप था।👌 इस भूकंप से,पृथ्वी के “घूमने की गति” में, 1.8 microseconds की वृद्धि हुई थी।👌25. जापान,दुनिया का केवल एकलौता देश है!!  जिस पर “परमाणु बमों” का हमला हुआ है !!👌 जैसा कि,आप जानते ही हैं कि,  अमेरिका ने,6 और 9 अगस्त 1945 में,"हीरोशिमा और नागाशाकी"पर, बम फेंके थे !!👌इन बमों को,"little-boy"और "Fat-man"नाम दिया गया था !!👌26. "जापान में इस्लाम पंथ"नहीं होने के कारण,वहाँ"स्लीपर सेल"नहीं हैं !! और वहाँ एक भी,"आतंकी वारदात"नहीं हुई है।!!

शुक्रवार, 27 मई 2016

🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹एक जौहरी के निधन के बाद उसका परिवार संकट में पड़ गया।खाने के भी लाले पड़ गए।एक दिन उसकी पत्नी ने अपने बेटे को नीलम का एक हार देकर कहा- 'बेटा, इसे अपने चाचा की दुकान पर ले जाओ।कहना इसे बेचकर कुछ रुपये दे दें।बेटा वह हार लेकर चाचा जी के पास गया।चाचा ने हार को अच्छी तरह से देख परखकर कहा- बेटा, मां से कहना कि अभी बाजारबहुत मंदा है।थोड़ा रुककर बेचना, अच्छे दाम मिलेंगे।उसे थोड़े से रुपये देकर कहा कि तुम कल से दुकान पर आकर बैठना।अगले दिन से वह लड़का रोज दुकान पर जाने लगा और वहां हीरों रत्नो की परख का काम सीखने लगा।एक दिन वह बड़ा पारखी बन गया।लोग दूर-दूर से अपने हीरे की परख कराने आने लगे।एक दिन उसके चाचा ने कहा, बेटा अपनी मां से वह हार लेकर आना और कहना कि अब बाजार बहुत तेज है,उसके अच्छे दाम मिल जाएंगे।मां से हार लेकर उसने परखा तो पाया कि वह तो नकली है।वह उसे घर पर ही छोड़ कर दुकान लौट आया।चाचा ने पूछा, हार नहीं लाए?उसने कहा, वह तो नकली था।तब चाचा ने कहा- जब तुम पहली बार हार लेकर आये थे, तब मैं उसे नकली बता देता तो तुम सोचते कि आज हम पर बुरा वक्त आया तो चाचा हमारी चीज को भी नकली बताने लगे।आज जब तुम्हें खुद ज्ञान हो गया तो पता चल गया कि हार सचमुच नकली है।सच यह है कि ज्ञान के बिना इस संसार में हम जो भी सोचते, देखते और जानते हैं, सब गलत है।और ऐसे ही गलतफहमी का शिकार होकर रिश्ते बिगडते है।Think and have genuine understanding of Relationships ....  ज़रा सी रंजिश पर ,ना छोड़ किसी अपने का दामन.ज़िंदगी बीत जाती है अपनो को अपना बनाने में|🙏🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
गार्डन में लैपटॉप लिए एक लड़के सेबुजुर्ग दम्पति ने कहा-"बेटा हमें फेसबुक का अकाउंट बना दो।"लड़के ने कहा- "लाइये अभी बना देता हूँ, कहिये किस नाम सेबनाऊँ?"बुजुर्ग ने कहा- "लड़की के नाम से कोई भी अच्छा सा नामरख लो।"लड़का ने अचम्भे से पूछा- "फेक अकाउंट क्यों ??"बुजुर्ग ने कहा- "बेटा, पहले बना तो दो फिर बताता हूँक्यों ??"बड़ो का मान करना उस लड़के ने सीखा था तो उसने अकाउंटबना ही दिया।अब उसने पूछा- "अंकल जी, प्रोफाइल इमेज क्या रखूँ?"तो बुजुर्ग ने कहा- "कोई भी हीरोइन जो आजकल के बच्चोंको अच्छी लगती हो।"उस लड़के ने गूगल से इमेज सर्च करके डाल दी, फेसबुक अकाउंटओपन हो गया।फिर बुजुर्ग ने कहा- "बेटा कुछ अच्छे लोगो को ऐड कर दो।"लड़के ने कुछ अच्छे लोगो को रिक्वेस्ट सेंड कर दी।फिर बुजुर्ग ने अपने बेटे का नाम सर्च करवा के रिक्वेस्ट सेंडकरवा दी। .लड़का जो वो कहते करता गया जब काम पूरा हो गया तोउसने कहा...."अंकल जी अब तो आप बता दीजिये आपने ये फेक अकाउंटक्यों बनवाया?"बुजुर्ग की आँखे नम हो गयी, उनकी पत्नी की आँखों से तोआँसू बहने लगे।उन्होंने कहा- "मेरा एक ही बेटा है और शादी के बाद वोहमसे अलग रहने लगा। सालो बीत गए वो हमारे पास नहींआता। शुरू शुरू में हम उसके पास जाते थे तो वो नाराज होजाता था। कहता आपको मेरी पत्नी पसंद नहीं करती। आपअपने घर में रहिये, हमें चैन से यहाँ रहने दीजिये। कितना अपमानसहते इसलिए बेटे के यहाँ जाना छोड़ दिया।एक पोता है और एक प्यारी पोती है, बस उनको देखने काबड़ा मन करता है। किसी ने कहा कि फेसबुक में लोग अपनेफैमिली की और फंक्शन की इमेज डालते है,तो सोचा फेसबुक में ही अपने बेटे से जुड़कर उसकी फैमिली के बारे में जान लेंगे😞और अपने पोता पोती को भी देख लेंगे, मन को शांति मिलजाएगी। अब अपने नाम से तो अकाउंट बना नहीं सकते। वोहमें ऐड करेगा नहीं, इसलिए हमने ये फेक अकाउंट बनवाया।"बुजुर्ग दंपत्ति के नम आँखों को उनके पत्नी के बहते आँसुओं कोदेखकर उस लड़के का दिल भर आया और सोचने लगा कि माँ-बाप का दिल कितना बड़ा होता है जो औलाद के कृतघ्न होनेके बाद भी उसे प्यार करते हैं और औलाद कितनी जल्दी माँ-बाप के प्यार और त्याग को भूल जाती है। "😞 👌👍☝ धन्यवाद ☝
one child एक बच्चा गला देने वाली सर्दी मेंनंगे पैर गुलदस्ते बेच रहा था.लोग उसमे भी मोलभाव कर रहे थे।.एक सज्जन को उसके पैर देखकर बहुत दुःख हुआ, सज्जन ने बाज़ार से नया जूता ख़रीदाऔर उसे देते हुए कहा "बेटा लो, ये जूता पहनoo लो".लड़के ने फ़ौरन जूते निकाले और पहन लिए.उसका चेहरा ख़ुशी से दमक उठा था.वो उस सज्जन की तरफ़ पल्टाऔर हाथ थाम कर पूछा, "आप भगवान हैं ?."उसने घबरा कर हाथ छुड़ाया और कानों को हाथ लगा कर कहा,"नहीं बेटा, नहीं, मैं भगवान नहीं".लड़का फिर मुस्कराया और कहा,"तो फिर ज़रूर भगवान के दोस्त होंगे,.क्योंकि मैंने कल रात भगवान से कहा थाकि मुझे नऐ जूते देदें"..वो सज्जन मुस्कुरा दियाऔर उसके माथे को प्यार से चूमकर अपने घर की तरफ़ चल पड़ा..अब वो सज्जन भी जान चुके थेकि भगवान का दोस्त होनाकोई मुश्किल काम नहीं...दोस्तों खुशियाँ बाटने से मिलती है.प्लीज एक लाईक और शेयर जरूर करे.यहां तक आ ही गये हो तो हमारा पेज भी लाईक कर दिजी
नौकरी पहले ही बास के साले के लिये पक्की हो चुकी थी, लेकिन दिखावे के लिये इंटरव्यू तो लेना ही था, इसलिये ऐसे सवाल पूछे जा रहे थे, जिनका कोई जवाब संभव नहीं था, एक के बाद एक केंडीडेट आ रहे थे, जा रहे थे....!फिर श्रीवास्तव जी की बारी आयी....!!इंटरव्यू लेने वाला:--- अाप नदी के बीच एक बोट पर हैं, और आपके पास दो सिगरेट के अलावा कुछ भी नही है....!!!अापको एक सिगरेट जलानी है, कैसे जलाओगे...?श्रीवास्तव जी ,बड़े सीरियसली सोचने के बाद बोले.......!सर इसके तीन-चार सोल्युशन हो सकते हैं......!!इंटरव्यू लेने वाले को बहुत आश्चर्य हुअा कि जिस सवाल का एक भी जवाब नही हो सकता, उसके तीन-चार जवाब कहां से आ गये......उसने बोला बताओ....!!श्रीवास्तव जी का पहला अनोखा जवाब:---एक सिगरेट लो और उसे पानी में फेंक दो, then boat will become lighter, और इस "lighter" से आप दूसरी सिगरेट जला सकते हैं.....!इंटरव्यू लेने वाला(Shocked).......?श्रीवास्तव जी का दुसरा खतरनाक जवाब:---Throw a cigaratte up and catch it, "Catches win the Matches", using the one match that you win, you can light the cigarette.....!!Interviewer was speechless.....??सर अभी तो एक उपाय और है......!Take some water in your hand and drop it, drop-by-drop...Tip..Tip-Tip..Tip....!!Interviewer:--- उससे क्या होगा.....???सर अापने वो गाना नही सुना "टिप-टिप बरसा पानी, पानी में लगी आग.....!!!इस अाग से आप अपनी सिगरेट जला सकते हैं.....!सर यदि ये काफी नही हैं तो अभी भी मेरे पास एक और उपाय है, वह भी सुन लीजिए:---आप एक सिगरेट से प्यार करने लगीये, दूसरी अपने आप जलने लगेगी.....!!इंटरव्यू लेने वाला चकित हो गया और चिल्ला कर बोला:---"साले".......को मारो गोली, नौकरी तो श्रीवास्तव जी को ही मिलेगी.....!!!
एक पति का अपनी पत्नी के प्रति कितना सुन्दर विचार.......???***😵***जज---" आखिरी बार किससे मिलना चाहोगे ?? "अपराधी---" जी, अपनी बीवी से....!! "जज---" क्यों माँ-बाप से नहीं मिलोगे.....?? "अपराधी---" जी, माँ-बाप तो मौत के बाद दूसरा जन्म लेते ही मिल जाएँगे।लेकिन बीवी केलिए.....फिर साला 25-30 साल इंतजार.......एक अच्छी नौकरी...........फिर बायोडाटा बनाना.......लड़की देखने जाना..........लड़की के माँ-बाप को पसंद आना.....फिर सगाई करना............फिर गोद भराई...............फिर कार्ड छपाई.............फिर तिलक...................फिर बारात....................फिर जयमाला................फिर एक चुटकी सिंदूर......फिर फेरेरेरे....................फिर विदाई.................... फिर लेडीज संगीत..........फिर बहू भोज................फिर रिश्तेदारों को गिफ्ट दो............तब जाकर मिलती है,एक बीवी,बहुत लफड़े होते हैं!!
अ से अनार,आ से आममिलकर बोलो जय श्री रामछोटी इ से इमली बड़ी  ई से ईखरामायण सिखाती ,अच्छी-अच्छी सीखछोटे उ से उल्लू बड़े ऊ से ऊँट।राम नाम का भरलो घूंटए से एड़ी ऐ से ऐनकहनुमान श्री राम के सेवकओ से ओखली ,औ से औरतराम नाम सबसे बड़ी दौलतअं से अंगूर ,अ; खालीराम नाम हर ताले की तालीभक्तों बजाओ ,जोर से तालीभर जाएगी झोली खाली🙏🏽जय श्री राम                                                                                                                                                                                                                                            🙏🏽जय श्री राम भक्त हनुमान...
एक बार एक चीते और गधे में बहस हो गई। चीता बोला आसमान का रंग नीला और गधा बोला काला। दोनों शेर बादशाह के दरबार में पहुँचे। शेर ने बहस सुन कर चीते की जेल में डालने का हुक्म दिया। चीता गिड़गिड़ाया की मैं सही हूँ और मुझे ही सज़ा क्यों मिल रही है?Now the verdict is classic and involves a lot of learning.शेर बोला की मैं जानता हूँ की तुम सही हो पर तुम्हें सज़ा इसलिए मिल रही है की तुमने गधे से बहस ही क्यों की!!!!😜😜😜😜😜😜😜
,” आंखे कितनी भी छोटी क्यो ना हो !!ताकत तो उसमे सारा आसमान देखनेकी होती है !!ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है ,,,,,जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,.,,सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये
✌✌✌.एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है,भगवान-आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे,.एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बनकरखड़ा हो जाता हूं, आप मेरा रूप धारण करघूमआओ l.भगवान मान जाते हैं, लेकिन शर्त रखते हैंकिजोभी लोग प्रार्थना करने आयें, तुम बसउनकीप्रार्थना सुन लेना कुछ बोलना नहीं,.मैंने उन सभी के लिए प्लानिंग कर रखी है,सेवकमान जाता है l.सबसे पहले मंदिर में बिजनेस मैन आता है औरकहता है, भगवान मैंने एक नयी फैक्ट्रीडालीहै,उसे खूब सफल करना l.वह माथा टेकता है, तो उसका पर्स नीचेगिरजाताहै l वह बिना पर्स लिये ही चला जाताहै l.सेवक बेचैन हो जाता है. वह सोचता हैकि रोककरउसे बताये कि पर्स गिर गया, लेकिन शर्तकीवजह से वह नहीं कह पाता l.इसके बाद एक गरीब आदमी आता है औरभगवानको कहता है कि घर में खाने को कुछ नहीं.भगवानमदद करो l.तभी उसकी नजर पर्स पर पड़ती है. वहभगवानका शुक्रिया अदा करता है और पर्स लेकरचलाजाता है l.अब तीसरा व्यक्ति आता है, वह नाविकहोताहै l.वह भगवान से कहता है कि मैं 15 दिनों केलिएजहाज लेकर समुद्र की यात्रा पर जारहा हूं,यात्रा में कोई अड़चन न आये भगवान...तभी पीछे से बिजनेस मैन पुलिस के साथआता हैऔर कहता है कि मेरे बाद ये नाविक आयाहै l.इसी ने मेरा पर्स चुरा लिया है,पुलिसनाविकको लेजा रही होती है तभी सेवक बोल पड़ताहै l.अब पुलिस सेवक के कहने पर उस गरीब आदमीको पकड़ कर जेल में बंद कर देती है..रात को भगवान आते हैं, तो सेवक खुशीखुशीपूराकिस्सा बताता है l.भगवान कहते हैं, तुमने किसी का कामबनायानहीं,बल्कि बिगाड़ा है l.वह व्यापारी गलत धंधे करता है,अगरउसकापर्सगिर भी गया, तो उसे फर्क नहीं पड़ताथा l.इससे उसके पाप ही कम होते, क्योंकि वहपर्सगरीब इंसान को मिला था. पर्समिलने परउसकेबच्चे भूखों नहीं मरते..रही बात नाविक की, तो वह जिसयात्रा परजा रहाथा, वहां तूफान आनेवाला था,.अगर वह जेल में रहता, तो जान बच जाती.उसकीपत्नी विधवा होने से बच जाती. तुमनेसबगड़बड़कर दी l.कई बार हमारी लाइफ में भी ऐसीप्रॉब्लमआती है,जब हमें लगता है कि ये मेरे साथ हीक्यों हुआ l.लेकिन इसके पीछे भगवान की प्लानिंगहोतीहै l.जब भी कोई प्रॉब्लमन आये. उदास मतहोना l.इस कहानी को याद करना और सोचनाकि जोभीहोता है,i अच्छे के लिए होता है l🌄🙏🙏
🌟~ कुछ अदभुत जोड़ियां ~* धन तभी सार्थक हैं,   जब धर्म भी साथ हो।* विशिष्टता तभी सार्थक हैं,   जब शिष्टता भी साथ हो।* सुंदरता तभी सार्थक हैं,   जब चरित्र भी शुद्ध हो।* संपत्ति तभी सार्थक हैं,   जब स्वास्थ्य भी अच्छा हो।* देवस्थान गमन तभी सार्थक हैं,   जब हृदय में भाव हो।* अच्छा व्यापार तभी सार्थक हैं,   जब व्यवहार भी अच्छा हो।* विद्वता तभी सार्थक हैं,   जब सरलता भी साथ हो।* प्रसिद्धि तभी सार्थक हैं,   जब मन में निरअहंकारिता हो।* बुद्धिमता तभी सार्थक हैं,   जब विवेक भी साथ हो।* परिवार का होना तभी सार्थक हैं,   जब उसमें प्यार और विश्वास हो।

गुरुवार, 26 मई 2016

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-🏆'राम मैं तुमसे हर बात में श्रेष्ठहूँ।🏆जाति मेरी ब्राह्मण हैं, जो तुमसेश्रेष्ठ है।🏆आयु में भी तुमसे बड़ा हूँ।🏆मेरा कुटुम्ब तुम्हारे कुटुम्ब सेबड़ा है।🏆मेरा वैभव तुमसे अघिक हैं।🏆तुम्हारा महल स्वर्णजड़ित हैपरन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्णनगरी है।🏆मैं बल और पराक्रम में भी तुमसेश्रेष्ठ हूँ।🏆मेरा राज्य तुम्हारे राज्य सेबड़ा है।🏆ज्ञान और तपस्या में तुमसे श्रेष्ठहूँ।🏆इतनी श्रेष्ठताओं के होने पर भीरणभूमि में मैं तुमसे परास्त होगया।👉👉सिर्फ इसलिये कितुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है, और मेरा भाई मेरे खिलाफ..............????🙏 बिना भाई के साथ के जब रावण हार सकता है तो हम किस घमंड में है ..? सदा साथ रहिये सदा विजय रहिये ......सभी को कोशिश करनी चाहिए की कभी परिवार टूटे नही।अंदरुनी एकता बनाये रखो । क्योकि-''किसी भी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता ।'
आधी रात को बहुत बारिश हो रही थी।अजय और उसकी बीवी प्रिया एक मित्र कीपार्टी से अपनीगाडी से घर वापस लौट रहे थे..बारिश की वजह से अजय बहुत धीमी गति सेगाड़ी चला रहाथा,तभी अचानक बिजली गिरी..बिजली की रोशनी में अजय को गाड़ी के सामनेएक बदहवास सीएक औरत दिखाई दी..अजय ने गाड़ी रोक दी..!गाड़ी रुकने पर उसकी बीवी ने कहा :- क्याहूआ..? गाड़ी क्योंरोक दी..?अजय ने आगे की ओर इशारा किया।प्रिया ने आगे देखा तो वो डर गयी, क्यों किगाड़ी के सामने एकऔरत खड़ी थी।वो औरत गाड़ी के पास आयी, और हाथ से गाड़ीका शीशा नीचेकरने का इशारा करने लगी।अजय की बीवी प्रिया काफी डर गयी थी,उसने अजय को गाडीचलाने को कहा, लेकिन गाड़ी भी स्टार्ट नहीहुईं।गाड़ी के बाहर खडी औरत बारिश की वजह सेभींग गयी थी।वो हाथ जोडकर गाड़ी का शीशा नीचे करनेका इशारा कर रहीथी।अजय को लगा कि वो औरत किसी मुसीबत मे है,इसलिए उसनेगाड़ी का शीशा नीचे किया।वो औरत हाथ जोडकर बोली, "भाई साहब मेरीमदद करे.. तेजबारिश की वजह से मेरी गाड़ी का एक्सीडेंट होगया है, मेरीगाड़ी रास्ते के नीचे गिर गयी है, उसमें मेरीछोटी बच्ची है.. प्लिजउसे बचाईये..।"अजय गाड़ी से उतरा और उस औरत के पीछे गया।उस औरत की गाड़ी रास्ते के काफी नीचे गिरगयी थी।अजय नीचे उतरकर उस गाडी केपास गया तो देखाकि उसमें एकप्यारी छोटी सी फूल सी बच्ची रो रही है..उसने बच्ची को बाहर निकाला, फिर अजय कोलगा की ड्रायवरकी सीट पर भी कोई है।जब अजय ने ड्रायवर की सीट पर देखा तो उसकेहोश उडगये,क्योंकि ड्रायवर के सीट पर वही औरत खून सेलथपथ मरी पडीथी।अजय को अब सब समझ में आया।वो बच्ची को लेकर अपनी गाड़ी के पासआया,बच्ची को अपनीबीवी प्रिया को दिया।उसकी बीवी बोली, "वो औरत कहा है..? वहकौन थीं...?"अजय बोला..."वो एक माँ थी। मर कर भी बेटियों के लियेतड़पती है मां ..!!"ये पढ़कर मेरे दिल से आँसू निकल रहे है दोस्तों अगरकोई मुसीबत में हैतो उसकी सहायता जरूर कीज
























































एक अंग्रेज ट्रेन से सफ़र कर रहा था ...
..सामने पप्पू बैठा था..

.अंग्रेज ने पप्पू से पूछा यहाँ कौन से स्टेट्स घूमनेवाले नहीं हैं ?
??
प्पू :" महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, हरियाणा, यू पी..
.."अंग्रेज : "क्यों ... क्या ये पांच स्टेट्स भारत मेंनहीं हैं क्या ??
?"पप्पू: " नहीं ... ये खुद में महाभारत हैं ....
."अंग्रेज : 'ओह ~~~ इन स्टेट्स में जाना डेंजरस है'..[कुछ देर पश्चात]

ंग्रेज : 'मैं कैसे जान सकता हूँ कि कौनसा व्यक्ति कौन से राज्य का है ?'
पप्पू : 'बैठा रह शान्ति से ... अभी दस घंटे के सफ़रमें सबसे मिलवा दूंगा'....[कुछ ही देर बाद हरियाणा का एकचौधरी मूंछों पे ताव देता हुआ बैठ गया]पप्पू : 'भाई ये हरियाणा का है ...'अंग्रेज : 'इससे बात कैसे करूँ?'Pappu: "चुपचाप बैठा रह और मूंछों पर तावदेता रह.. ये खुद बात करेगा तेरे से'...अंग्रेज ने अपनी सफाचट मूछों पर ताव दिया..चौधरी उठा और अंग्रेज के दो कंटाप जड़े - 'िबन खेती के ही हल चला रिया है तू ..?'--थोड़ी देर बाद एक मराठी आ के बैठ गया ...पप्पू : 'भाई ये महाराष्ट्र का है ...'अंग्रेज : 'इससे बात कैसे करूँ ?'पप्पू : 'इससे बोल कि बाम्बे बहुत बढ़िया ..'अंग्रेज ने मराठी से यही बोल दिया..मराठी उठा और थप्पड़ लगाया - "साले बाम्बेनहीं मुम्बई ... समझा क्या"--[थोड़ी देर बाद एक गुजराती सामने आकर बैठगया]पप्पू : 'भाई ये गुजराती है ...'अंग्रेज गाल सहलाते हुए : 'इससे कैसे बात करूँ ?'पप्पू : 'इससे बोल सोनिया गांधी जिंदाबाद ...'अंग्रेज ने गुजराती से यही कह दियागुजराती ने कसकर घूंसा मारा - ससुरे बोल नरेंद्रमोदी जिंदाबाद...एक ही विकल्प- मोदी'..--[थोड़ी देर बाद एक सरदार जी आकर बैठ गए]पप्पू : 'देख भाई ये पंजाब का है ...'अंग्रेज ने कराहते हुए पूछा - 'इससे कैसे बात करूँ ..'पप्पू : 'बात न कर बस पूछ ले कि 12 बज गए क्या ?'अंग्रेज ने ठीक यही किया ...अंग्रेज : 'ओ सरदार जी 12 बज गए क्या ?सरदार जी ने आव देखा न ताव अंग्रेज को उठा केनीचे पटक दिया...सरदार : साले खोतया दे पुत्तर... तेरे को मैं मनमोहनसिंह लगदा हां जो चुप रहवांगा'....--पहले से परेशान अंग्रेज बिलबिला गया ...खीझ के पप्पू से बोला : इन स्टेट्स सेमिलवा दिया अब उत्तरप्रदेश से भी मिलवा दो'..पप्पू बोला - "साले फिरंगी तेरे को पिटवा कौन रहा है....!"मै यूपी का ही तो हूं
Nice poemऐ   "सुख"  तू  कहाँ   मिलता   हैक्या  तेरा   कोई  स्थायी  पता हैक्यों   बन   बैठा   है अन्जानाआखिर   क्या   है   तेरा   ठिकाना।कहाँ   कहाँ    ढूंढा  तुझकोपर  तू  न  कहीं  मिला  मुझकोढूंढा  ऊँचे   मकानों  मेंबड़ी  बड़ी   दुकानों  मेंस्वादिस्ठ   पकवानों  मेंचोटी  के  धनवानों  मेंवो   भी   तुझको    ढूंढ  रहे   थेबल्कि   मुझको  ही   पूछ  रहे थेक्या   आपको   कुछ   पता    हैये  सुख  आखिर  कहाँ  रहता   है?मेरे  पास  तो  "दुःख"  का   पता   थाजो   सुबह   शाम   अक्सर  मिलता  थापरेशान   होके   रपट    लिखवाईपर   ये   कोशिश   भी   काम  न  आईउम्र   अब   ढलान  पे  हैहौसले    थकान  पे    हैहाँ   उसकी  तस्वीर   है   मेरे पासअब  भी बची   हुई  है    आसमैं  भी हार    नही    मानूंगासुख  के  रहस्य   को जानूंगाबचपन   में    मिला    करता    थामेरे    साथ   रहा    करता  थापर   जबसे   मैं    बड़ा   हो   गयामेरा  सुख   मुझसे   जुदा   हो  गया।मैं   फिर   भी   नही   हुआ    हताशजारी   रखी    उसकी    तलाशएक  दिन  जब   आवाज  ये    आईक्या   मुझको   ढूंढ  रहा  है   भाईमैं  तेरे  अन्दर   छुपा   हुआ    हूँतेरे  ही   घर  में  बसा   हुआ  हूँमेरा  नही  है   कुछ   भी    "मोल"सिक्कों   में   मुझको   न तोलमें समता सेवा शांति प्रग्या पंचशिल बंधुता में हूंमैं  बच्चों  की  मुस्कानों  में    हूँहारमोनियम   की  तानों   में हूँपत्नी  के साथ    चाय  पीने में"परिवार"    के  संग  जीने   मेंमाँ  बाप   के आशीर्वाद    मेंरसोई   घर   के  पकवानो  मेंबच्चों  की   सफलता  में   हूँमाँ   की  निश्छल  ममता  में  हूँहर  पल  तेरे  संग    रहता  हूँऔर   अक्सर  तुझसे   कहता  हूँमैं   तो   हूँ   बस एक    "अहसास"बंद  कर   दे   तु मेरी    तलाशजो   मिला   उसी  में  कर   "संतोष"आज  को  जी  ले  कल  की न सोचकल  के   लिए  आज  को  न   खोनामेरे   लिए   कभी   दुखी   न  होनामेरे  लिए   कभी  दुखी   न    होना
Congratulation to all of us Our national anthem *"Jana Gana Mana... "is now declared as the BEST ANTHEM OF THE WORLD by UNESCO*. Very proud to be an INDIAN.बहुत बहुत बधाई दोस्तों। … हमारा राष्ट्र गान *"जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता "विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र गान घोषित हुआ है , *यूनेस्को* ने इसकी घोषणा की है , एक भारतीय होने के नाते मुझे इस पर गर्व है ....
🏻"संस्कार  के बिना मिलने मिलने वाली सुविधाएँ पतन का कारण है"कैसे समझिये .............श्रीकृष्ण ने एक रात को स्वप्न में देखा की एक गाय अपने नवजात बछड़े को प्रेम से चाट रही है।चाटते चाटते वह गाय उस बछड़े की कोमल खाल को छील देती है।उसके शरीर से रक्त निकलने लगता है और वह बेहोश होकर नीचे गिर जाता है।श्रीकृष्ण प्रातः यह स्वप्न भगवान श्री नेमिनाथ को बताते है। भगवान कहते हैं की यह स्वप्न पंचमकाल (कलियुग) का लक्षण है। कलियुग में माता पिता अपनी संतान को इतना प्रेम करेंगे,उन्हें सुविधाओं का इतना व्यसनी बना देंगे की वे उनमे डूबकर अपनी ही हानि कर बैठेंगे,सुविधाभोगी और कुमार्गगामी बनकर विभिन्न अज्ञानताओं में फंसकर अपने होश गँवा देंगे।आजकल ये हो भी यही रहा है। मातापिता बच्चों को मोबाइल,बाइक-कार, कपडे,फैशन की सामग्री और पैसे उपलब्ध करा देते हैं।बच्चों का चिंतन इतना विषाक्त हो जाता है की वो माता पिता से झूठ बोलना,बातें छिपाना,बड़ों अपमान करना आदि ,सीख जाते है.याद रखियेगा.."संस्कार बिना सुविधायें पतन का कारण हैं "

बुधवार, 25 मई 2016

❓क्या आपको पता है....❓      😡क्रोध का पूरा खानदान है..😡 क्रोध की एक लाडली बहन है             II ज़िद ॥         क्रोध की पत्नी है             ॥ हिंसा II      क्रोध का बडा भाई है            ॥ अंहकार ॥क्रोध का बाप जिससे वह डरता है                ॥ भय ॥          क्रोध की बेटिया हैं        ॥ निंदा और चुगली ॥           क्रोध का बेटा है                ॥ बैर ॥  इस खानदान की नकचडी बहू है                 ॥ ईर्ष्या॥             क्रोध की पोती है                 ॥ घृणा ॥               क्रोध की मां है                 ॥ उपेक्षा ॥         और क्रोध का दादा है                                         ।। द्वेष ।।       तो इस खानदान से हमेशा   दूर रहें और हमेशा खुश रहो।इस मेसज को आगे भेजकर सबको    इस खानदान के बारे जानकारी दे।              🙏धन्यवाद 🙏|||||||| "ये ही सत्य हैं" ||||| Qus→   जीवन का उद्देश्य क्या है ?Ans→  जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!Qus→  जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ? Ans→  जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!Qus→  संसार में दुःख क्यों है ?Ans→  लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!Qus→  ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?Ans→  ईश्वर ने संसारकी रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!Qus→  क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ? Ans→   कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!Qus→   भाग्य क्या है ?Ans→  हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!Qus→   इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ? Ans→   रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!Qus→   किस चीज को गंवाकर मनुष्यधनी बनता है ?Ans→   लोभ..!!Qus→   कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है? Ans →   अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!Qus →   किस चीज़ के खो जानेपर दुःख नहीं होता ?Ans →   क्रोध..!!Qus→   धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?Ans →   दया..!!Qus→   क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?Ans→   तकलीफें, धोखा..!!Qus→   क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?Ans→   इज़्ज़त, किसी की हाय..!!  Qus→   ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है?Ans→   मज़बूरी..!!🌸Qus→   दुनियां की अपराजित चीज़ ?Ans→  सत्य..!!Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ? Ans→   झूठ..!!💜Qus→   करने लायक सुकून काकार्य ?Ans→ परोपकार..!!🌸Qus→   दुनियां की सबसे बुरी लत ?Ans→ मोह..!!💝Qus→   दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?Ans→   जिंदगी..!!🍀Qus→   दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?Ans→   मौत..!!💜Qus→   ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?Ans→   अपनी मूर्खता..!!🌸Qus→   दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?Ans→   आत्मा और ज्ञान..!!💝Qus→   कभी न थमने वाली चीज़ ?Ans→   समय..
शादी में वर - वधु को 7 फेरे लगवाए जाते हैं क्योंकि,एक फेरा 360 डिग्री का होता है और 360 ऐसी संख्या है जो 1 से 9 तक के अंको में केवल 7 से विभाजित नहीं होती.......इसलिए 7 फेरों का सम्बन्ध अविभाज्य है।ऐसी सोच हमारी संस्कृति की है।
 जय श्री कृष्ण👏 जय श्री कृष्णएक बार की बात है महाभारत के युद्ध के बाद भगवानश्री कृष्ण और अर्जुन द्वारिका गये पर इस बार रथअर्जुन चलाकर के ले गये। द्वारिका पहुँचकर अर्जुन बहुतथक गये इसलिए विश्राम करने के लिए अतिथि भवन मेंचले गये।शाम के समय रूक्मनी जी ने कृष्ण को भोजनपरोसा तो कृष्ण बोले घर में अतिथि आये हुए है हम उनकेबिना भोजन कैसे कर ले।रूक्मनी जी ने कहा भगवन आपआरंभ करिये मैं अर्जुन को बुलाकर लाती हूँ ।जैसे ही रूक्मनी जी वहाँ पहुँची तो उन्होंने देखा कि अर्जुनसोये हुए हैं और उनके रोम रोम से कृष्ण नाम की ध्वनिप्रस्फुटित हो रही है तो ये जगाना तो भूल गयीं और मन्द मन्दस्वर में ताली बजाने लगी । इधर नारद जी ने कृष्ण से कहाभगवान भोग ठण्डा हो रहा है कृष्ण बोले अतिथि के बिनाहम नहीं करेंगे। नारद जी बोले मैं बुलाकर लाता हूँ नारद जीने वहां का नजारा देखा तो ये भी जगाना भूल गये और इन्होंनेवीणा बजाना शुरू कर दिया । इधर सत्यभामा जी बोली प्रभुभोग ठण्डा हो रहा है आप प्रारंभ तो करिये । भगवान बोलेहम अतिथि के बिना नहीं कर सकते ।सत्यभामा जी बोलीं मैंबुलाकर लाती हूँ । ये वहाँ पहुँची तो इन्होंने देखा कि अर्जुन सोये हुए हैं और उनका रोम रोम कृष्ण नाम का कीर्तन कररहा हैऔर रूक्मनी जी ताली बजा रही हैं नारद जी वीणा बजा रहे हैं तो ये भी जगाना भूल गयीं और इन्होंने नाचना शुरू कर दिया । इधर भगवान बोले सब बोल के जाते हैंभोग ठण्डा हो रहा हैपर हमारी चिन्ता किसी को नहीं हैचलकर देखता हूँ वहाँ ऐसा क्या हो रहा है जो सब हमको ही भूल गये। प्रभु ने वहाँ जाकर के देखा तो वहाँ तो स्वर लहरी चल रही है ।अर्जुन सोते सोते कीर्तन कर रहे हैं,रूक्मनी जी ताली बजा रही हैं, नारद जी वीणा बजा रहे हैं,और सत्यभामा जी नृत्य कर रही हैं । ये देखकर भगवान केनेत्र सजल हो गये और मेरे प्रभु ने अर्जुन के चरण दबानाशुरू कर दिया । जैसे ही प्रभु के नेत्रों से प्रेमा श्रुओ की बूँदेंअर्जुन के चरणों पर पड़ी तो अर्जून छटपटा के उठे और बोले प्रभु ये क्या हो रहा है । भगवान बोले, अर्जुन तुमने मुझे रोमरोम में बसा रखा है इसीलिए तो तुम मुझे सबसे अधिक प्रियहो और गोविन्द ने अर्जून को गले से लगा लिया।।।लीलाधारी तेरी लीलाभक्त भी तूभगवान भी तूकरने वाला भी तूकराने वाला भी तूबोलिये भक्त और भगवान की जय।। प्यार से बोलो  जय श्री कृष्ण🙏 जय श्री कृष्ण  👏 जय श्री कृष्ण🙏 जय श्री कृष्ण 👏 जय श्री कृष्ण👣👏चरण उनके ही पूजे जाते हैं, जिनके आचरण पूजने योग्य होते हैं। 👣👏
: नशा छोड़ने के लिए अचूक उपाय चाहे वह कोई भी नशा होशराब, गुटखा, तम्बाकू या कोई भी।अदरक के छोटे छोटे टुकड़े काट ले अब इन पर सेंधा नमक बुरक ले, अब इन टुकड़ो पर निम्बू निचोड़ ले और इन टुकड़ो को धुप में सूखने के लिए रख दे।जब सूख जाए तो बस हो गयी दवा तैयार।अब जब भी किसी नशे की लत लगेतो ये टुकड़ा निकाला और चूसते रहो। ये अदरक मुह में घुलती नहींइसको आप सुबह से शाम तक मुह में रख सकते हैं।अब आप सोचोगे के ऐसा अदरक में क्या हैं तो सुनिएजब किसी आदमी को नशे की लत लगती हैं तो उसकी बॉडी सल्फर की डिमांड करती हैं, और अगर हम सल्फर की कमी शरीर में पूरी कर दे तो फिर बॉडी को ये नशे की उठने वाली तलब नहीं लगेगी।ये प्रयोग आप 3 से 4 दिन करोगेतो ही आप नशा मुक्त हो जाओगे। अगर कोई बहुत बड़ा नशेबाज हैं या रेगुलर ड्रिंक करते हैंतो उनको ये 7 से 8 दिन लग सकते हैं।जनजागरण  हमारा भारत नशामुक्त और स्वास्थ्य बन
संसार में दो प्रकार के पेड़ पौधे हैं।प्रथम:-अपना फल अपने आप दे देते हैं-.. आम, अमरुद, केला इत्यादि....द्वितीय:-अपना फल छिपाकर रखते हैं-...आलू, अदरक, प्याज इत्यादि....जो अपना फल अपने आप दे देते हैं,उन वृक्षों को सभी खाद-पानी देकर सुरक्षित रखते हैंकिन्तु जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं ठीक इसी प्रकार जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में समाज के उत्थान में लगा देते हैं,उनका सभी ध्यान रखते हैं अर्थात् मान-सम्मान देते है,वही दूसरी ओर जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश छिपाकर रखते हैं,किसी की सहायता से मुख मोड़े रखते है,वे जड़ सहित खोद लिए जाते है अर्थात् समय रहते ही भुला दिये जाते है...
  एक  नाई  जिसका  नाम  नंदा  था  वह  एक  कृष्ण  भक्त था  सुबह  उठकर  कृष्ण  की  सेवा  करता  उन्हें  भोग  लगाता  कीर्तन  करता  फिर  अपने  काम  पर  निकलता  था  सबसे  पहले  राजा  की  हजामत  करता  था  क्योंकि  कि  राजा  को  दरबार  जाना  होता  था  राजा  की  हजामत  के  बाद  नगर  के  लिए  निकलता  था  एक  दिन  कृष्ण  सेवा  के  बाद  कीर्तन  करते  करते  कृष्ण  के  ध्यान  में  खो  गया  पत्नी  ने  देर  होते  देख  और  राजा  के  क्रोध  की  बात  सोचकर  नंदा  को  झंझोरते  कहा  अजी  सुनते  हो  राजा  के  दरबार  जाने  का  समय  हो  गया  है  राजा  की  हजामत  करनी  है  राजा  क्रोधित  हो  जायेंगे   नंदा  ने  जल्दी  अपना  सामान  लिआ  और  महल  की  तरफ  चल  दिया  महल  पहुंचा  और  वहां  से  राजा  दरबार  के  लिए  निकल  रहे  थे  राजा  ने  नंदा  को  देखकर  कहा  अभी  तो  हजामत  कर  गये  क्या  तुम्हे  कोई  परेशानी  है  या  किसी  चीज  आवश्यकता  है  नंदा  ने  कहा  जी  नहीं  मुझे  लगा  मैं  शायद  कुछ  भूल  रहा  था।नंदा  मन  में  सोचने  लगा  मैं  तो  अभी  आ  रहा  हूं  मैं  तो  कीर्तन  में  मुग्ध  था  तो  राजा  की  हजामत  किसने  की।     नंदा को मन  मे  विचार  आया  मेरी  लाज  रखने  और  राजा  के  क्रोध  से  बचाने  मेरे  कृष्ण  ही मेरे  रूप  में  आये  होंगे।-----------------------ईश्वर  कहते  हैं  डर  मत  मैं  तेरे  साथ  हूं  और  कही  नहीं  तेरे  आस  पास  हूंआँखे  बंद  करके  मुझे  याद  करऔर  कोई  नही  मैं  तेरा  विश्वास  हूँ।🌹🌹🌹🌹
[ अज्ञानी व्यक्ति गलती छिपाकरबडा बनना चाहता है ।औऱज्ञानी व्यक्ति, गलती मिटाकर बडा बनना चाहता है ।हम मरेगें भी तो उस अंदाज सेजिस अंदाज में लोग जीनेको भी तरसते है ।।हम तो रह गए प्यासे लेकिन...वो हमारी पलकों को पानी दे गए...तुम जिस रिश्ते से आना चाहो आ जाना..मेरे चारो तरफ''मोहब्बत ही मोहब्बत है''मुकद्दर जिनके ऊँचे और अल्लाह बख्त होते है.. जिन्दंगी में इम्तिहान उन्ही के सख्त होते है“जब तक आपका सामना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी से नहीं हो जाता।तब तक आपको अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में पता नही चलता"॥किया फिर तुमने रोता देखकर दीदार का वादाकि फिर बहते हुए पानी पै बुनियादे-मकां रख दी..मुकद्दर जिनके ऊंचे और आलाबख्त होते हैं..ज़िन्दगी में इम्तिहान उन्हीं के सख्त होते हैं..
*परीक्षा समाप्ति के समय, परिणाम के पहले एक शिक्षक का विद्यार्थियों के माता-पिता को पत्र.*एक शिक्षक की कलम से --प्रिय माता-पिता,परीक्षाऔ का दौर लगभग समाप्ति की ओर है।अब आप अपने बच्चों केरिजल्ट को लेकरचिंतित हो रहे होंगे ।लेकिन कृपया याद रखें, वे सभी छात्रजो परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, इनके ही बीच में*कई कलाकार भी हैं, **जिन्हें गणित में पारंगत होना**जरूरी नहीं है।**इनमें अनेकों उद्यमी भी हैं,**जिन्हें इतिहास या **अंग्रेजी साहित्य में**कुछ कठिनाई **महसूस होती होगी,* *लेकिन ये ही आगे चलकर* *इतिहास बदल देंगे I**इनमें संगीतकार भी हैं**जिनके लिये**रसायनशास्त्र के अंक **कोई मायने नहीं रखते ।**इनमें खिलाड़ी भी हैं,**जिनकी फिजिकल फिटनेस**फिजिक्स के अंकों से ज्यादा**महत्वपूर्ण हैं ।*यदि आपका बच्चा मैरिट अंक प्राप्त करता हैतो ये बहुत अच्छी बात है।लेकिन यदि वह ऐसा नहीं कर पाता तो उससे कृपयाउसका आत्मविश्वास न छीनें |*उसें बतायें कि **सब कुछ ठीक है **और ये सिर्फ परीक्षा ही है ।*_वह जीवन में__इससे कहीं ज्यादा__बड़ी चीजों को_ _करने के लिये बना है |_इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसने कितना स्कोर किया है।*उसे प्यार दें **और उसके बारे में **अपना फैसला न सुनायें ।**यदि आप उसे* *खुशमिज़ाज़ बनाते हैं **तो वो कुछ भी बने* *उसका जीवन सफल है,*यदि वहखुशमिज़ाज़ नहीं हैतो वो कुछ भी बन जाए, सफल कतई नहीं है ।*कृपया ऐसा करके देखें,**आप देखेंगे कि आपका बच्चा**दुनिया जीतने में सक्षम है।*_एक परीक्षा या__एक 90% की मार्कशीट__आपके बच्चे के __सपनों का पैमाना नहीं है ।_✍ एक अध्यापक
जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है
दरख्तों तुम्हारा इम्तहान बाकी है
बादलों समय पर बरस जाना इस बार सूखी जमीनों पर......किसी का मकान गिरवी है और किसी का लगान बाकी है..!!
किसी ने ए्क शिक्षिका से पूछा - क्या करती हो आप ??शिक्षका का सुन्दर जवाब देखिए-सुन्दर सुर सजाने को साज बनाती हूँ ।नौसिखिये परिंदों को बाज बनाती हूँ ।।चुपचाप सुनती हूँ शिकायतें सबकी ।तब दुनिया बदलने की आवाज बनाती हूँ ।।समंदर तो परखता है हौंसले कश्तियों के ।और मैं डूबती कश्तियों को जहाज बनाती हूँ ।।बनाए चाहे चांद पे कोई बुर्ज ए खलीफा ।अरे मैं तो कच्ची ईंटों से ही ताज बनाती हूँ ।।Dedicated to all teachers.
हवा के रूख पर रहने दो, ये चलना सीख जायेगाकि बच्चा लड़खड़ायेगा तो चलना सीख जायेगा..!वो घंटों बैठ के तोते से बातें करता रहता हैचलो अच्छा है अब नज़रें बदलना सीख जायेगा..!इसी उम्मीद पर हमने बदन को कर लिया छलनीकि पत्थर खाते खाते पेड़फलना सीख जायेगा..!ये दिल बच्चे की सूरत है, इसे सीने में रहने दोबुरा होगा जो ये घर से निकलना सीख जायेगा..!तुम अपना दिल मेरे सीने में कुछ दिनों के लिए रख दोयहां रहकर ये पत्थर भी पिघलना सीख जायेगा......🌞🙏🏻शुभरात्रि,दिन मंगलमय हो।भगवन शिव की कृपाआप पर सदा बनी रहे।

मंगलवार, 24 मई 2016

महर्षि दयानन्द सरस्वती एक ऐसे ब्रह्मास्त्र थेजिन्हे कोई भी पंडित,पादरी,मोलवी, अघंर, ओझा, तान्त्रिक हरा नहीं पाया और न ही उन पर अपना कोई मंत्र तंत्र या किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव छोड़ पाया।*एक ऐसा वेद का ज्ञाता जिसने सम्पूर्ण भारत वर्ष में ही नहीं अपितु पूरी दुनियां में वेद का डंका बजाया था ।* एक ऐसा ईश्वर भक्त, जिसने ईश्वर को प्राप्त करने के लिए अपना घर त्याग ही कर दिया।* एक ऐसा महान व्यक्ति जिसने लाखों की संपत्ति को ठोकर मार दी पर सत्य के राह से विचलित नहीं हुआ।* एक ऐसा दानी जिसने अपने गुरु दक्षिणा मे अपना सम्पूर्ण जीवन ही दान दे दिया ।* एक ऐसा क्रान्तिकारी जिसने सबसे पहले आजादी का बिगुल फूंक न जाने कितने लोगों के अन्दर क्रान्ति की भावना को पोषित किया...।* एक ऐसा स्वदेश भक्त जिसने सबसे पहले स्वदेशीय राज्य को सर्वोपरी कहा और अंग्रेजों के सामने ही उनका राज्य समस्त विश्व से नष्ट होने की बात कही।* एक ऐसा स्वदेशी रक्षक जिसने सबसे पहले स्वदेशीय राज्य को सर्वोपरी कहा और विदेशी राज्य में कोई सुखी नहीं रह सकता....।* एक ऐसा गौरक्षक व गौ प्रेमी जिसने सबसे पहले गौ रक्षा हेतू गौरक्षणी सभा बनाई व इसके नियमों का प्रतिपादन किया ..।* एक ऐसा निडर संन्यासी जिसने निर्भीक होकर समाज की कुप्रथाओं, कुरितीयों पर प्रहार किया ।* एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी भी सत्य से समझौता नहीं किया।* एक ऐसा धर्म धुरंधर जो केवल वेद का ही नहीं अपितु कुरान, पुराण, बाईबिल व अन्य मजहबी व मंत मतान्तरों वालों के ग्रन्थों का ज्ञाता था।* एक ऐसा सत्य का पुजारी जो अपनी बात डंके की चोट पर कहता था* एक ऐसा धर्म धुरन्धर जिसने सभी पाखंडो का खंडन कर सत्य की राह दिखायी....।* एक ऐसा धर्म धुरंधर जिसने इस देश का धर्मान्तरण ( ईसाईयत व ईस्लामीकरण ) होने के केवल रोका ही नही वरन् शुद्धि करके व घर वापसी द्वारा देश का धर्मान्तरण होने से रोका।आपसे प्रार्थना है कि ऋषि दयानन्द जी के सिद्धान्त और विचारों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक प्रेषित करें ताकि भारत पुन: विश्व गुरु बन सके।
टिचर = हम सब किस देश के वासी हैं ? ओवैसी = भारत टिचर = पिता शब्द के पहले किस शब्द का उच्चार किया जाता हैं ? ओवैसी = माता टिचर = चाबी को इंग्लिश मे क्या कहते हैं ? ओवैसी = की टिचर = पराजय का विरुद्ध शब्द क्या हैं ? ओवैसी = जय टिचर = अब सभी जवाबों को एक लाइन मे जोड़ कर बतओ 😂 😂 ओवैस = भारत माता की जय 😷 😷 टिचर = बेटा युही गुरु नहीं बना मैं बिना तेरी गर्दन पर छुरी रखे ही तेरे मुह से भारत माता की जय बुलवा लिया 😂 😂 सोच जिस दिन गर्दन पर छुरी रखेंगे उस दिन तू जय श्री राम भी बोलेगा 😂 😂 😜 😜 😜 😜

Why married daughters come to visit their parentsVery nice must read.“बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती है पीहर"..बेटियाँ.. ..पीहर आती है.. ..अपनी जड़ों को सींचने के लिए.. ..तलाशने आती हैं भाई की खुशियाँ....वे ढूँढने आती हैं अपना सलोना बचपन....वे रखने आतीं हैं.. ..आँगन में स्नेह का दीपक....बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती हैं पीहर....बेटियाँ....ताबीज बांधने आती हैं दरवाजे पर.. ..कि नज़र से बचा रहे घर....वे नहाने आती हैं ममता की निर्झरनी में....देने आती हैं अपने भीतर से थोड़ा-थोड़ा सबको....बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती हैं पीहर....बेटियाँ.. ..जब भी लौटती हैं ससुराल....बहुत सारा वहीं छोड़ जाती हैं....तैरती रह जाती हैं.. ..घर भर की नम आँखों में.. ..उनकी प्यारी मुस्कान....जब भी आती हैं वे, लुटाने ही आती हैं अपना वैभव.. ..बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती हैं पीहर......बहुत "चंचल" बहुत"खुशनुमा " सी होती है "बेटिया"."नाज़ुक" सा "दिल" रखती है "मासूम" सी होती है "बेटिया"."बात" बात पर रोती है"नादान" सी होती है "बेटिया"."रेहमत" से "भरपूर""खुदा" की "Nemat" है "बेटिया"."घर" महक उठता है जब "मुस्कराती" हैं "बेटिया"."अजीब" सी "तकलीफ" होती हैजब "दूसरे" घर जाती है "बेटियां"."घर" लगता है सूना सूना "कितना" रुला के "जाती" है "बेटियां""ख़ुशी" की "झलक""बाबुल" की "लाड़ली" होती है "बेटियां"ये "हम" नहीं "कहते"यह तो "रब " कहता है. . क़े जब मैं बहुत खुश होता हु तो "जनम" लेती है"प्यारी सी बेटियां"
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, 🌷🌷🌷 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !🌷🌷 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,🌷🌷 आज वो मोहताज हो गई !🌷🌷 और कल की छोकरी, 🌷🌷 तेरी सरताज हो गई !🌷🌷 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !🌷🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷🌷 पेट पर सुलाने वाली, 🌷🌷 पैरों में सो रही !🌷🌷 बीवी के लिए लिम्का,🌷🌷 माँ पानी को रो रही !🌷🌷 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !🌷🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷🌷 माँ मॉजती बर्तन, 🌷🌷 वो सजती संवरती है !🌷🌷 अभी निपटी ना बुढ़िया तू , 🌷🌷 उस पर बरसती है !🌷🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷🌷वो यादें अतीत की, 🌷🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷🌷अतीत को याद कर, 🌷🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत हो गई !🌷🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷प्यार करना उसका उसूल है ,🌷🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤🌷अगर अपनी मां से है प्यार तो 🌷🌷
गुरु :   चाणक्य ने कहा था..आपको एक ही दुश्मन से बार-बार युद्ध नही लड़ना चाहिए वरना आप अपने तमाम 'युद्ध कौशल' उसे सिखा देंगे। पति पत्नी के संबंधो में भी यही होता है। दोनों योद्धा जिन्दगी भर लड़ते-लड़ते एक दुसरे के वारों से इतना परिचित हो जाते हैं कि युद्ध जिन्दगी भर चलता रहता है पर हल कुछ निकलता नही।शिष्य :  तो फिर गुरुजी, क्या करना चाहिए?गुरु :  दुश्मन बदलते रहना  चाहिये। 😂
Kaho To Phool Ban Jaon,
Tumhari Zindagi Ka Ek Usool Ban Jaon,
Suna Hai Rait Pai Chal Ke Tum Mehak Jate Ho,
Kaho To Ab Ki Bar Zameen Ki Dhool Ban Jaon,
Bahut Nayab Hote Hain Jinhain Tum Apna Kehte Ho,
Ijazat Do Ke Main Bhi Iss Kadar Anmool Ban Jaon.Kaho To Phool Ban Jaon,
Tumhari Zindagi Ka Ek Usool Ban Jaon,
Suna Hai Rait Pai Chal Ke Tum Mehak Jate Ho,
Kaho To Ab Ki Bar Zameen Ki Dhool Ban Jaon,
Bahut Nayab Hote Hain Jinhain Tum Apna Kehte Ho,
Ijazat Do Ke Main Bhi Iss Kadar Anmool Ban Jaon.
कुदरत का सबसे बडा सच ::--💧 यदि आप फूलों पर सो रहे हैंतो ये आपकी पहली रात है l💧 और यदि फूल आप पर सो रहेहै तो ये आपकी आखिरी रात है l(अजब तेरी दुनिया गज़ब तेरा खेल)®🔹🔸🔹®🔹🔸🔹®💧 मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को यादकिया जाता है l💧 और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाया जाता है l(कैसी विडम्बना है हमारे देश की)®🔹🔸🔹®🔹🔸🔹®💧 फूलन देवी डाकू होकर भीचुनाव जीत गई थी l💧 और किरन बेदी पुलिस वालीहोकर भी हार गई l(किस्मत के खेल निराले मेरे भैया)🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧कितनी अजीब दुनिया हैं, जहाँ औरतें ‘दूसरी औरतोंकी शिकायते करते नहीं थकती,जबकि पुरूष ‘दूसरी औरतों’ की तारीफ करते नहीँथकते !!!पुरुष सच में महान हैं !!😜😝😜😝😜🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧हमने 5 औरतों को डव लगाया और 5 आदमियों को बियर पिलायी .. ….आदमियों के चेहरे पर ज्यादा रंगत थी|😜😝😜😝😜🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧5 चीजें जो खत्म होने पे बहुत तकलीफ देते हैं1. दोस्ती2. पैसा3. प्यार4. रविवार और5. इंटरनेट पेकलास्ट वाला तो रुला ही देता है…😜😜😝😛😷😷😋😋🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧🚧😝😝 पुराने जमाने में जब कोईअकेला बैठकर हंसता था, तो लोगकहते थे… कि इसपर कोई भूत-प्रेत का सांया है..!!आज कोई अकेले में बैठकर हंसता हैतो कहते हैं…मुझे भी SEND कर दे 😂😂😂😆😆😆🌿🐄भारत अब साफ सुथरा रहेगा क्योंकि अब पूरी ," निरमा वाशिंग पाउडर " की टीम" संसद " में मौजूद है ...!!हेमा ,nरेखा ,जया ,औरसुषमा ,सबकी पसंद ,निरमा .....🎽👖🎽👖
Bahut sahi likha hai....बेटी शादी के मंडप में ...या ससुराल जाने पर .....पराई नहीं लगती.Magar ......जब वह मायके आकर हाथ मुंह धोने के बाद बेसिन के पास टंगे नैपकिन के बजाय अपने बैग के छोटे से रुमाल से मुंह पौंछती है , तब वह पराई लगती है. जब वह रसोई के दरवाजे पर अपरिचित सी ठिठक जाती है , तब वह पराई लगती है. जब वह पानी के गिलास के लिए इधर उधर आँखें घुमाती है , तब वह पराई लगती है. जब वह पूछती है वाशिंग मशीन चलाऊँ क्या तब वह पराई लगती है. जब टेबल पर खाना लगने के बाद भी बर्तन खोल कर नहीं देखती तब वह पराई लगती है.जब पैसे गिनते समय अपनी नजरें चुराती है तब वह पराई लगती है.जब बात बात पर अनावश्यक ठहाके लगाकर खुश होने का नाटक करती है तब वह पराई लगती है..... और लौटते समय 'अब कब आएगी' के जवाब में 'देखो कब आना होता है' यह जवाब देती है, तब हमेशा के लिए पराई हो गई सी लगती है.लेकिन गाड़ी में बैठने के बाद जब वह चुपके से अपनी कोर सुखाने की कोशिश करती है तो वह परायापन एक झटके में बह जाता है ...💦💦💦💦💦💦💦 Dedicate to all Girls..नहीं चाहिए हिस्सा भइयामेरा मायका सजाए रखनाराखी भैयादूज पर मेराइंतजार बनाए रखनाकुछ ना देना मुझको चाहेबस प्यार बनाए रखनापापा के इस घर में मेरी याद बसाए रखनाबच्चों के मन में मेरामान बनाए रखनाबेटी हूँ सदा इस घर कीये सम्मान संजोए रखना।Dedicated to all married girls .. Sisters

सोमवार, 23 मई 2016

क्या आप जानते हैं कि *सूखे की वजह सेकुलरता है...**आप को लगेगा अजीब बकवास है किन्तु यही अटल सत्य है.. .**सेकुलरता के चक्कर में पिछले 68 सालो में हिंदुत्व के प्रतीकों को खत्म किया गया* *जिसमें पीपल, बड़गद और नीम के पेडों को सरकारी स्तर पर लगाना बन्द किया गया**पीपल कार्बन डाई ऑक्साइड का 100% आब्जरबर है, बडगद़ 80% और नीम 75 %**अब चूँकि हिन्दू धरम मान्यता अनुसार हिन्दू समाज इन पेड़ों पर जल चढ़ाते हैं इसलिए सरकार ने तथाकथित कुछ सेकुलरवादी लोगो को खुश करने के चक्कर में इन पेड़ों से दूरी बना ली तथा इसके बदले यूकेलिप्टस को लगाना शुरू कर दिया जो जमीन को जल विहीन कर देता है**इस पेड़ को लगाना इंदिरा गांधी ने चालू किया. आज हर जगह यूकेलिप्टस, गुलमोहर और अन्य सजावटी पेड़ो ने ले ली**अब जब वायुमण्डल में रिफ्रेशर ही नही रहेगा तो गर्मी तो बढ़ेगी ही और जब गर्मी बढ़ेगी तो जल भाप बनकर उड़ेगा ही*हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त दिल्ली होगी*वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए*पीपल के पत्ते का फलक अधिक और डंठल पतला होता है जिसकी वजह शांत मौसम में भी पत्ते हिलते रहते हैं और स्वच्छ ऑक्सीजन देते रहते हैं।*जब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे तब मंत्रियों और सांसदों के आवास के अंदर से सभी नीम और पीपल के पेड़ कटवा दिए थे**कम्युनिस्ट कितने मानसिक रूप से पिछड़े हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की तब लोक सभाध्यक्ष पीपल और नीम के पेड़ कटवाने का कारण बताये थे कि इन पेड़ों पर भूत निवास करते हैं**मिडिया में बड़ा मुद्दा नहीं बना, क्यूँकि यह पेड़ हिन्दू धार्मिक आस्था के प्रतीक थे*वैसे भी पीपल को वृक्षों का राजा कहते है। इसकी वंदना में एक श्लोक देखिए-मूलम् ब्रह्मा, त्वचा विष्णु,सखा शंकरमेवच।पत्रे-पत्रेका सर्वदेवानाम,वृक्षराज नमस्तुते।भावार्थ तो समझ ही गए होंगे।*अब करने योग्य कार्य**इन जीवनदायी पेड़ो को ज्यादा से ज्यादा लगाये तथा यूकेलिप्टस पर बैन लगाया जाय**जिसके पास इतनी जग़ह न हो वह तुलसी जी का पौधा लगाये**आइये हम सब मिलकर अपने "हिंदुस्तान" को प्राकृतिक आपदाओं से बचाये**अब आप समझ गए होगें की सूखे की वजह _"सेक्युलरिज़्म" यानी सेकुलरता है*
Do you Know why  IRCTC does not allow you to choose seats? Would you believe that the technical reason behind this is PHYSICS.

Booking a seat in a train is far more different than booking a seat in a theatre.

Theatre is a hall, whereas train is a moving object. So safety concern is very high in trains.

Indian railways ticket booking software is designed in such a way that it will book tickets in a manner that will distribute the load evenly in a train.

Let me take an example to make things  more clear : Imagine there are sleeper class coaches in a train numbered S1, S2 S3... S10, and in every coach there are 72 seats.

So when some one first books a ticket, software will assign a seat in the middle coach like S5, middle seat numbered between 30-40, and preferably lower berths (Railways first fills the lower berths than upper one so as to achieve low centre of gravity.)

And the software books seats in such a way that all coaches have uniform passenger distribution and seats are filled starting from the middle seats (36) to seats near the gates i.e 1-2 or 71-72 in order from lower berth to upper.

Railways just want to ensure a proper balance that each coach should have for equal load distribution.

That is why when you book a ticket at the last, you are always allotted an upper berth and a seat numbered around 2-3 or 70, except when you are not taking a seat of someone who has cancelled his/her seat.

What if the railways book tickets randomly ? A train is a moving object which moves around at a speed of around 100km/hr on rails.
So there are a lot of forces and mechanics acting on the train.

Just imagine if S1, S2, S3 are completely full and S5, S6 are completely empty and others are partially  full. When the train takes a turn, some coaches face maximum centrifugal force and some minimum, and this creates a high chance of derailment of the train.

This is a very technical aspect, and when brakes are applied there will be different braking forces acting at each of the coaches because of the huge differences in weight of coach, so stability of train becomes an issue again. 

I felt that this is a good information worth sharing, as often passengers blame the Railways citing inconvenient seats/ berths allotted to them.Do you Know why  IRCTC does not allow you to choose seats? Would you believe that the technical reason behind this is PHYSICS.

Booking a seat in a train is far more different than booking a seat in a theatre.

Theatre is a hall, whereas train is a moving object. So safety concern is very high in trains.

Indian railways ticket booking software is designed in such a way that it will book tickets in a manner that will distribute the load evenly in a train.

Let me take an example to make things  more clear : Imagine there are sleeper class coaches in a train numbered S1, S2 S3... S10, and in every coach there are 72 seats.

So when some one first books a ticket, software will assign a seat in the middle coach like S5, middle seat numbered between 30-40, and preferably lower berths (Railways first fills the lower berths than upper one so as to achieve low centre of gravity.)

And the software books seats in such a way that all coaches have uniform passenger distribution and seats are filled starting from the middle seats (36) to seats near the gates i.e 1-2 or 71-72 in order from lower berth to upper.

Railways just want to ensure a proper balance that each coach should have for equal load distribution.

That is why when you book a ticket at the last, you are always allotted an upper berth and a seat numbered around 2-3 or 70, except when you are not taking a seat of someone who has cancelled his/her seat.

What if the railways book tickets randomly ? A train is a moving object which moves around at a speed of around 100km/hr on rails.
So there are a lot of forces and mechanics acting on the train.

Just imagine if S1, S2, S3 are completely full and S5, S6 are completely empty and others are partially  full. When the train takes a turn, some coaches face maximum centrifugal force and some minimum, and this creates a high chance of derailment of the train.

This is a very technical aspect, and when brakes are applied there will be different braking forces acting at each of the coaches because of the huge differences in weight of coach, so stability of train becomes an issue again. 

I felt that this is a good information worth sharing, as often passengers blame the Railways citing inconvenient seats/ berths allotted to them.Do you Know why  IRCTC does not allow you to choose seats? Would you believe that the technical reason behind this is PHYSICS.

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Theatre is a hall, whereas train is a moving object. So safety concern is very high in trains.

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Let me take an example to make things  more clear : Imagine there are sleeper class coaches in a train numbered S1, S2 S3... S10, and in every coach there are 72 seats.

So when some one first books a ticket, software will assign a seat in the middle coach like S5, middle seat numbered between 30-40, and preferably lower berths (Railways first fills the lower berths than upper one so as to achieve low centre of gravity.)

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Railways just want to ensure a proper balance that each coach should have for equal load distribution.

That is why when you book a ticket at the last, you are always allotted an upper berth and a seat numbered around 2-3 or 70, except when you are not taking a seat of someone who has cancelled his/her seat.

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So there are a lot of forces and mechanics acting on the train.

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What is Ego? Somebody defines ego so beautifully .....   बस   इतनी   सी   बात     समंदर   को   खल   गई.    एक   काग़ज़   की   नाव    मुझपे   कैसे   चल   गई..
बेवक़ूफ़ : एक गृहणीवो रोज़ाना की तरह आज फिर इश्वर का नाम लेकर उठी थी ।किचन में आई और चूल्हे पर चाय का पानी चढ़ाया।फिर बच्चों को नींद से जगाया ताकि वे स्कूल के लिए तैयार हो सकें ।कुछ ही पलों मे वो अपने सास ससुर को चाय देकर आयी फिर बच्चों का नाश्ता तैयार किया और इस बीच उसने बच्चों को ड्रेस भी पहनाई।फिर बच्चों को नाश्ता कराया।पति के लिए दोपहर का टिफीन बनाना भी जरूरी था।इस बीच स्कूल का रिक्शा आ गया और वो बच्चों को रिक्शा तक छोड़ने चली गई ।वापस आकर पति का टिफीन बनाया और फिर मेज़ से जूठे बर्तन इकठ्ठा किये ।इस बीच पतिदेव की आवाज़ आई की मेरे कपङे निकाल दो ।उनको ऑफिस जाने लिए कपङे निकाल कर दिए।अभी पति के लिए उनकी पसंद का नाश्ता तैयार करके टेबिल पर लगाया ही था की छोटी ननद आई और ये कहकर ये कहकर गई की भाभी आज मुझे भी कॉलेज जल्दी जाना, मेरा भी नाश्ता लगा देना।तभी देवर की भी आवाज़ आई की भाभी नाश्ता तैयार हो गया क्या?अभी लीजिये नाश्ता तैयार है।पति और देवर ने नाश्ता किया और अखबार पढ़कर अपने अपने ऑफिस के लिए निकल चले ।उसने मेज़ से खाली बर्तन समेटे और सास ससुर के लिए उनका परहेज़ का नाश्ता तैयार करने लगी ।दोनों को नाश्ता कराने के बाद फिर बर्तन इकट्ठे किये और उनको भी किचिन में लाकर धोने लगी ।इस बीच सफाई वाली भी आ गयी ।उसने बर्तन का काम सफाई वाली को सौंप कर खुद बेड की चादरें वगेरा इकट्ठा करने पहुँच गयी और फिर सफाई वाली के साथ मिलकर सफाई में जुट गयी ।अब तक 11 बज चुके थे, अभी वो पूरी तरह काम समेट भी ना पायी थी की काल बेल बजी ।दरवाज़ा खोला तो सामने बड़ी ननद और उसके पति व बच्चे सामने खड़े थे ।उसने ख़ुशी ख़ुशी सभी को आदर के साथ घर में बुलाया और उनसे बाते करते करते उनके आने से हुई ख़ुशी का इज़हार करती रही ।ननद की फ़रमाईश के मुताबिक़ नाश्ता तैयार करने के बाद अभी वो नन्द के पास बेठी ही थी की सास की आवाज़ आई की बहु खाने का क्या प्रोग्राम हे ।उसने घडी पर नज़र डाली तो 12 बज रहे थे ।उसकी फ़िक्र बढ़ गयी वो जल्दी से फ्रिज की तरफ लपकी और सब्ज़ी निकाली और फिर से दोपहर के खाने की तैयारी में जुट गयी ।खाना बनाते बनाते अब दोपहर का दो बज चुके थे ।बच्चे स्कूल से आने वाले थे, लो बच्चे आ गये ।उसने जल्दी जल्दी बच्चों की ड्रेस उतारी और उनका मुंह हाथ धुलवाकर उनको खाना खिलाया ।इस बीच छोटी नन्द भी कॉलेज से आगयी और देवर भी आ चुके थे ।उसने सभी के लिए मेज़ पर खाना लगाया और खुद रोटी बनाने में लग गयी ।खाना खाकर सब लोग फ्री हुवे तो उसने मेज़ से फिर बर्तन जमा करने शुरू करदिये ।इस वक़्त तीन बज रहे थे ।अब उसको खुदको भी भूख का एहसास होने लगा था ।उसने हॉट पॉट देखा तो उसमे कोई रोटी नहीं बची थी ।उसने फिर से किचिन की और रुख किया तभी पतिदेव घर में दाखिल होते हुये बोले की आज देर होगयी भूख बहुत लगी हे जल्दी से खाना लगादो ।उसने जल्दी जल्दी पति के लिए खाना बनाया और मेज़ पर खाना लगा कर पति को किचिन से गर्म रोटी बनाकर ला ला कर देने लगी ।अब तक चार बज चुके थे ।अभी वो खाना खिला ही रही थी की पतिदेव ने कहा की आजाओ तुमभी खालो ।उसने हैरत से पति की तरफ देखा तो उसे ख्याल आया की आज मैंने सुबह से कुछ खाया ही नहीं ।इस ख्याल के आते ही वो पति के साथ खाना खाने बैठ गयी ।अभी पहला निवाला उसने मुंह में डाला ही था की आँख से आंसू निकल आयेपति देव ने उसके आंसू देखे तो फ़ौरन पूछा की तुम क्यों रो रही हो ।वो खामोश रही और सोचने लगी की इन्हें कैसे बताऊँ की ससुराल में कितनी मेहनत के बाद ये रोटी का निवाला नसीब होता हे और लोग इसे मुफ़्त की रोटी कहते हैं ।पति के बार बार पूछने पर उसने सिर्फ इतना कहा की कुछ नहीं बस ऐसे ही आंसू आगये ।पति मुस्कुराये और बोले कि तुम औरते भी बड़ी "बेवक़ूफ़" होती हो, बिना वजह रोना शुरू करदेती हो।आप इसे शेयर नहीं करेंगे क्योकि शायद आपको भी लगता है की गृहणी मुफ़्त की रोटिया तोड़ती है ।
रात को सोने से पहले एक मच्छर मार दिया करे, ताकिबाकी के मच्छर उसके जनाजे पर चले जाएँ, और आप मजे से सो जाएँ।कसम से बचपन से intelligent हूँपर कभी घमंड नहीं कियासाइंस कहता है कि पानी उबलने से कीटाणु मर जाते हैंपर साइंस को ये नहीं पता कि कीटाणु के मरने के बाद उनकी dead bodies तो पानी में ही रह जाती हैstupid scienceकसम से बचपन से intelligent हूँपर कभी घमंड नहीं कियागाय और बिल्ली दोनों बहने हैअब आप सोच रहें होंगे कि कैसे?ज्यादा मत सोचोमैं कहता हूँ नागाय माता होती है और बिल्ली मौसीबोला था ना कसम से बचपन से intelligent हूँपर कभी घमंड नहीं कियाno claps plz...I don't like publicityबस अब थैंक्स मत बोलनाजब तक ज्ञान है देता रहूँगादो बाते हमेशा याद रखना:पहली बात: हर इन्सान इतना बुरा नहीं होता जितना पैन कार्ड और आधार कार्ड में दीखता है। और इतना भी अच्छा नहीं होता जितना फेसबुक और व्हाट्सएप्प पर दीखता हैदूसरी बात: हर आदमी इतना बुरा नहीं होता जितना उसकी बीवी उसको समझती है..और इतना अच्छा भी नहीं होता जितना उसकी माँ उसको समझती हैबोला था ना कसम से बचपन से intelligent हूँपर कभी घमंड नहीं किया..टीचर - मोटू... 1 से 10 तकगिनती सुनाओ।मोटू - 1, 2, 3, 4, 5, 7,8, 9, 10..टीचर - 6 कहां है..?मोटू - जी वो तो मरगया।टीचर - मर गया..?? कैसे मरगया..??मोटू - जी मैडम, आज सुबहटीवी पर न्यूज में बता रहे थेकि स्वाइन फ्लू में 6 की मौत हो गई..!!😜😜😜😜😛😛😛😀😀😀😀Isko boltey h naya😄😘: लाइन मारने के बहुत से तरीके होते हैं,जिनमें से 3 प्रसिद्ध हैं;1. पेंसिल से2. पेन से3. मार्कर(Marker) सेअच्छा सोचो, कुछ लोग शरीफ़ भी होते हैं।मेरी तरह!😍😍😍😍😍😄😘: कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है;आज नहीं आयाकहा ना कभी-कभी आता है!😜😜😜😜😜😜😄😘: संता को सपने में एक लड़की ने चप्पल मारी,2 दिन तक संता बैंक नहीं गया,क्योंकि बैंक में लिखा था, "हम आपके सपनों को हकीकत में बदलते हैं।"😂😂😂😂😂😂😂😄😘: भगवान और डॉक्टर को क़भी नाराज़ मत करना;क्योंकि भगवान नाराज़ तो आप डॉक्टर के पास;और डॉक्टर नाराज़ तो आप भगवान के पास।😌😌😌😌😄😘: जिंदगी में हमेशा एक बात याद रखो;कभी किसी का दिल नहीं तोड़ना चाहिए;क्योंकि दिल 1 ही होता है;तोड़ना ही है तो उसकी हड्डियां तोड़ो 206 होती हैं।😆😆😆😆😆😆😄😘: जिंदगी की हर एक उड़ान बाकी है;हर मोड़ पर एक इम्तिहान बाकी है;अभी तो सिर्फ आप ही परेशान हैं मुझसे;अभी तो पूरा हिंदुस्तान बाकी है।😎😎😎😎😎😎😎🚶🚶🚶 क्यूट दादागिरी 😇😇😇😇😇😇एक छोटा बच्चा रात में , plz भगवान् आप मुझे एक साइकिल दे दो मेरे सारे फ्रेंड्स के पास साइकिल हैऔर वह सो गयाअगले दिन वह उठा तो उसे साइकिलनही मिली उसे गुस्सा आ गया !!तब उसनेगणेशजी की छोटी मूर्ति उठाईऔर शंकर भगवान् से बोला अगर बच्चा चाहिएतो शाम को 4 बजेसाइकिल लेकर मंदिर के पीछे आ जाना !
!!...मोबाइल फ़ोन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य....!!!!!➨ भारत में मोबाइल फोन सेवा का शुभारम्भ कब हुआ?उत्तर. 1994➨ सेल फोन बनाने वाली विश्व की सबसे बड़ी कम्पनी कौन-सी है?उत्तर. नोकिया➨ ट्राई ( TRAI ) क्या है?उत्तर. भारतीय दूरसंचारनियामक प्राधिकरण➨ देश का पहला मोबाइल बैंक कहाँ कार्यरत है?उत्तर. खरगौन (मध्य प्रदेश )➨ भारत में मोबाइल फोन सेवा प्रारम्भ करने वाली पहली कम्पनी कौन सी है?उत्तर. ऑस्ट्रेलिया की टेल्स्ट्रा व भारत की बी.के.मोदी ग्रुप की संयुक्त उपक्रम कम्पनी➨ देश में मोबाइल फोन सेवा प्रारम्भ करनेवाली कम्पनी की मोबाइल सेवा के तहत मोबाइल फोन पर पहली बात कब और किनके बीच हुई थी?उत्तर. ज्योति बसु (प. बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री) व सुखराम (तत्कालीन संचार मंत्री) के बीच, 22 अगस्त, 1994➨ मोबाइल फोन के लिए प्रयुक्त मानक जीएसएम (GSM) का पूरा रूप क्या है?उत्तर. Global System for Mobile Communication➨ मोबाइल नेटवर्क स्थापित करने की व्यवस्था सीडीएमए (CDMA) का पूर्णरूप क्या है?उत्तर. Code Division Multiple Access➨ भारत में तीसरी पीढ़ी की मोबाइल सेवा में 3-जी क्या हैं?उत्तर. Third Generation➨ एमएनपी ( MNP ) का फूलफॉर्म बताएं?उत्तर. मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी➨ सेल्यूलर फोन के पिता कौन हैं?उत्तर. डॉ. मार्टिन कूपर (मोटोरोला के )➨किस कम्पनी ने भारत में मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति ला दी, जिसके कारण यह गांवों तक आसानी से पहुँचा?उत्तर. रिलायंस➨ मोबाइल फोन को किस-किस नाम से जानते हैं?उत्तर. सेल या सेल्युलर फोन➨ फोन पर हिन्दी साइटों को देखने हेतु मुफ्त एवं बेहतरीन ब्राउजर कौन-सी है?उत्तर. ऑपेरा मिनी तथा ऑपेरा मोबाइल➨ ब्रॉडबैंड सेवा को मूल अधिकार घोषित करने वाला पहला देश कौन-सा हैं?उत्तर. फिनलैंड
😜😜😜😜😜😜😜एक महिला तीन बच्चों के साथ बस में यात्रा कर रही थी।कंडक्टर:- मैडम इन बच्चों का टिकिट लगेगा, उम्र बताओ?महिला:- पहले वाले की दो साल, दूसरे वाले की ढाई साल और तीसरे की तीन साल।कंडक्टर:- मैडम टिकिट चाहे मत लो, पर गैप तो 9 महीने का रखो।महिला:- कर्मफूटे, बीच वाला जेठानी का है, तू टिकिट काट, ज्ञान मत बाँट।😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜👍👍👍रास्ते पलट देते हैं हम

अAमेरिका मे जब एक कैदी को फॉसी की सजा सुनाई गई तोवहॉ के कुछ बैज्ञानिकों ने सोचा कि क्यों न इस कैदी पर कुछप्रयोग किया जाय ! तब कैदी को बताया गया कि हम तुम्हेंफॉसी देकर नहीं परन्तु जहरीला कोबरा सॉप डसाकर मारेगें !और उसके सामने बड़ा सा जहरीला सॉप ले आने के बाद कैदी कीऑखे बंद करके कुर्सी से बॉधा गया और उसको सॉप नहीं बल्किदो सेफ्टी पिन्स चुभाई गई !और क्या हुआ कैदी की कुछ सेकेन्ड मे ही मौत हो गई,पोस्टमार्डम के बाद पाया गया कि कैदी के शरीर मे सॉप केजहर के समान ही जहर है ।अब ये जहर कहॉ से आया जिसने उस कैदी की जान ले ली ......वोजहर उसके खुद शरीर ने ही सदमे मे उत्पन्न किया था । हमारे हरसंकल्प से पाजिटीव एवं निगेटीव एनर्जी उत्पन्न होती है और वोहमारे शरीर मे उस अनुसार hormones उत्पन्न करती है ।75% वीमारियों का मूल कारण नकारात्मक सोंच से उत्पन्नऊर्जा ही है ।आज इंसान ही अपनी गलत सोंच से भस्मासुर बन खुद का विनाशकर रहा है ......अपनी सोंच सदैव सकारात्मक रखें और खुश रहें25 साल की उम्र तक हमें परवाह नहीँ होती कि "लोग क्यासोचेंगे ? ? "50 साल की उम्र तक इसी डर में जीते हैं कि " लोग क्यासोचेंगे ! ! "50 साल के बाद पता चलता है कि" हमारे बारे में कोई सोच ही नहीँ रहा था
🌀💦🌀💦🌀💦🌀💦पानी से तस्वीर            कहाँ बनती है,ख्वाबों से तकदीर            कहाँ बनती है,किसी भी रिश्ते को            सच्चे दिल से निभाओ,ये जिंदगी फिर            वापस कहाँ मिलती हैकौन किस से            चाहकर दूर होता है,हर कोई अपने            हालातों से मजबूर होता है,हम तो बस            इतना जानते हैं...हर रिश्ता "मोती" और            हर दोस्त "कोहिनूर" होता है।।।🌀💦🌀💦🌀💦🌀💦❤💛❤💛❤💛❤💛एक था भगवान,🌞एक था शैतान.🌚....👍👍👍👍👍👍👍👍❤💛❤💛❤💛❤💛दोनों में जब झगड़ा हुआ तो,बहुत हुआ नुकसान...🌊. 👎👎👎👎👎👎👎👎❤💛❤💛❤💛❤💛दोनों ने मिलकर,निकाला समस्या का समाधान...👆. 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌❤💛❤💛❤💛❤💛एक खिलौना बनाया,और उसका नाम रखा इंसान🙇....👆👆👆👆👆👆👆👆❤💛❤💛❤💛❤💛शैतान ने अपनी ताकते दी,क्रोध👺,धंमड😳 और जलन😡.....💪💪💪💪💪💪💪💪❤💛❤💛❤💛❤💛भगवान ने अपने अंश दिये,प्यार😘,दया😨 और सम्मान😊... 👏👏👏👏👏👏👏👏❤💛❤💛❤💛❤💛भगवान से मुस्कराकर😀 बोला शैतान,🌚❤💛❤💛❤💛❤💛न तेरा नुकसान,न मेरा नुकसान......👉👉👉👉👉👉👉👉❤💛❤💛❤💛❤💛तू जीते या मैं जीतू,हारेगा इंसान🙇 ....👈👈👈👈👈👈👈👈और इसलिए कहते है... ❤💛❤💛❤💛❤💛कोई टूटे💔 तो उसे सजाना💞 सीखो,कोई रुठे🙍 तो उसे मनाना🙋 सीखो ...🌷💐🍀🌹🌻🌺🌼🌷रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से,बस उन्हे खूबसूरती💗 से निभाना सीखों।💛❤💙💕💓💜💚💖जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे⚡ मत लीजिये,❤💛❤💛❤💛❤💛जीने का शौक भी रखिये..👥👥👥👥👥👥👥👥❤💛❤💛❤💛❤💛शमशान ऐसे लोगो की राख से...भरा पड़ा हैजो समझते थे,,,❤💛❤💛❤💛❤💛दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.💀💀💀💀💀💀💀💀❤💛❤💛❤💛❤💛हाथ में टच📲 फ़ोन, बस स्टेटस के लिये अच्छा है…❤💛❤💛❤💛❤💛सबके टच में रहो, जींदगी के लिये ज्यादा अच्छा है…🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥❤💛❤💛❤💛❤💛ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री" होगी!ना ज़ाने कौनसी रात🌌 "आख़री" होगी ।👬👭👬👭👬👭👬👭❤💛❤💛❤💛❤💛मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से,ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी...✋✋✋✋✋✋✋✋ 🏢स्कूल की दोस्ती👯  🌺10th क्लास तक 🌺👫यूनिवर्सिटी की दोस्ती👯    🌹फाइनल इअर तक 🌹  🏫ऑफिस की दोस्ती👯 🌸 रिटायरमेंट तक 🌸💑 लवर की दोस्ती 👯       💐 शादी तक 💐        💝.....But....💝   👆  हमारी दोस्ती  👯       👈 आप से 👉❤💛❤💛❤💛❤💛      🌜30- फरवरी तक🌛❤💛❤💛❤💛❤💛       🌞......क्योंकि......🌞❤💛❤💛❤💛❤💛👏ना कभी 30 फरवरी आयेगी😉ना कभी हमारी दोस्ती 👯 का end  होगा✌👏👏 👍❤💛❤💛❤💛❤💛Note:👉ये मैसेज उन दोस्तों👯 को भेजो जिनका साथ 👫👭 आप पूरी जिंदगी भर नही छोड़ना चाहते ☺❤💛❤💛❤💛
केजरीवाल CM बन गये       


 

वी के सिंह मिनिस्टर बन गए 
किरन बेदी पांडिचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर बन गयीं. 
एक अन्ना हजारे ही हैं, जिनका कैम्पस 100% प्लेसमेंट देता है..
एक दिन रुक्मणी ने भोजन के बाद,श्री कृष्ण को दूध पीने को दिया।दूध ज्यदा गरम होने के कारण श्री कृष्ण के हृदय में लगाऔरउनके श्रीमुख से निकला-" हे राधे ! "सुनते ही रुक्मणी बोली-प्रभु !ऐसा क्या है राधा जी में,जो आपकी हर साँस पर उनका ही नाम होता है ?मैं भी तो आपसे अपार प्रेम करती हूँ...फिर भी,आप हमें नहीं पुकारते !!श्री कृष्ण ने कहा -देवी !आप कभी राधा से मिली हैं ?और मंद मंद मुस्काने लगे...अगले दिन रुक्मणी राधाजी से मिलने उनके महल में पहुंची ।राधाजी के कक्ष के बाहर अत्यंत खूबसूरत स्त्री को देखा...और,उनके मुख पर तेज होने कारण उसने सोचा कि-ये ही राधाजी है और उनके चरण छुने लगी !तभी वो बोली -आप कौन हैं ?तब रुक्मणी ने अपना परिचय दिया और आने का कारण बताया...तब वो बोली-मैं तो राधा जी की दासी हूँ।राधाजी तो सात द्वार के बाद आपको मिलेंगी !!रुक्मणी ने सातो द्वार पार किये...और,हर द्वार पर एक से एक सुन्दर और तेजवान दासी को देख सोच रही थी क़ि-अगर उनकी दासियाँ इतनी रूपवान हैं...तो,राधारानी स्वयं कैसी होंगी ?सोचते हुए राधाजी के कक्ष में पहुंची...कक्ष में राधा जी को देखा-अत्यंत रूपवान तेजस्वी जिसका मुख सूर्य से भी तेज चमक रहा था।रुक्मणी सहसा ही उनके चरणों में गिर पड़ी...पर,ये क्या राधा जी के पुरे शरीर पर तो छाले पड़े हुए है !रुक्मणी ने पूछा-देवी आपके  शरीर पे ये छाले कैसे ?तब राधा जी ने कहा-देवी !कल आपने कृष्णजी को जो दूध दिया...वो ज्यदा गरम था !जिससे उनके ह्रदय पर छाले पड गए...और,उनके ह्रदय में तो सदैव मेरा ही वास होता है..!!इसलिए कहा जाता है-बसना हो तो...'ह्रदय' में बसो किसी के..!'दिमाग' में तो..लोग खुद ही बसा लेते है..!!         

रविवार, 22 मई 2016



आजकल हम सभी के पास महंगे _मोबाइल फोन_ होते है ।अगर आपका *फोन* गुम हो जाता है तो आप उसे वापस कैसे पा सकते है ।इसी विषय पर एक *रोचक जानकारी* साझा कर रहा हूं ।प्रत्येक *मोबाइल* का *IMEI(International Mobile Equipment Identity) no.* होता है । इसके माध्यम से आप *विश्व* में कही भी अपना *मोबाइल ट्रैक* कर सकते है ।यह कैसे काम करता है :-1. अपने फोन से _*#06#_डायल करें ।2. आपका फोन *15 अंको* का एक *युनिक कोड*दिखाएगा ।3. इसे संभाल कर कहीं लिख लें, फोन मे न सेव करें ।4. अगर आपका फोन गुम हो जाए तो इस नम्बर को नीचे लिखी डिटेल के साथ _*cop@vsnl.net*_ पर ईमेल कर दें ।*Your name*:-__________*Address* :- ______________*Phone model* :-__________*Make* :-___________*Last used no.* :-__________*Email for *communication*:_______*Missed date*:- __________*IMEI no* :- __________5. *पुलिस*मे जाने की जरूरत नही ।6. आपका फोन अगले चौबीस घंटो मे *जीपीआरएस* के जरिए ट्रैक हो जाएगा ।और आपका हैंडसेट आपका नंबर बदल जाने की दशा मे भी मिल जाएगा ।
तुलसी की महिमा "राजस्थान में जयपुर के पास एक इलाका है– लदाणा। पहले वह एक छोटी सी रियासत थी। उसका राजा एक बार शाम के समय बैठा हुआ था। उसका एक मुसलमान नौकर किसी काम से वहाँ आया। राजा की दृष्टि अचानक उसके गले में पड़ी तुलसी की माला पर गयी।राजा ने चकित होकर पूछाः “क्या बात है, क्या तू हिन्दू बन गया है ?”नौकर बोला- “नहीं, महाराज!! हिन्दू नहीं बना हूँ।”राजा ने फिर पूछा- “तो फिर तुलसी की माला क्यों गले में डाल रखी है ?”नौकर बोला- “राजासाहब! तुलसी की माला की बड़ी महिमा है।”राजा ने पूछा- “क्या महिमा है?”नौकर ने कहा- “राजासाहब! मैं आपको एक सत्य घटना सुनाता हूँ। एक बार मैं अपने ननिहाल जा रहा था। सूरज ढलने को था। इतने में मुझे दो छाया-पुरुष दिखाई दिये, जिनको हिन्दू लोग यमदूत बोलते हैं। उनकी डरावनी आकृति देखकर मैं घबरा गया। तब उन्होंने कहाः“तेरी मौत नहीं है। अभी एक युवक किसान बैलगाड़ी भगाता-भगाता आयेगा। यह जो गड्ढा है उसमें उसकी बैलगाड़ी का पहिया फँसेगा और बैलों के कंधे पर रखा जुआ टूट जायेगा। बैलों को प्रेरित करके हम उद्दण्ड बनायेंगे, तब उनमें से जो दायीं ओर का बैल होगा, वह विशेष उद्दण्ड होकर युवक किसान के पेट में अपना सींग घुसा देगा और इसी निमित्त से उसकी मृत्यु हो जायेगी। हम उसी का जीवात्मा लेने आये हैं।”राजासाहब! खुदा की कसम, मैंने उन यमदूतों से हाथ जोड़कर प्रार्थना की कि ‘यह घटना देखने की मुझे इजाजत मिल जाय।’ उन्होंने इजाजत दे दी और मैं दूर एक पेड़ के पीछे खड़ा हो गया। थोड़ी ही देर में उस कच्चे रास्ते से बैलगाड़ी दौड़ती हुई आयी और जैसा उन्होंने कहा था ठीक वैसे ही बैलगाड़ी को झटका लगा, बैल उत्तेजित हुए, युवक किसान उन पर नियंत्रण पाने में असफल रहा। बैल धक्का मारते-मारते उसे दूर ले गये और बुरी तरह से उसके पेट में सींग घुसेड़ दिया और वह मर गया।”राजा ने उत्सुकता से पूछा- “फिर क्या हुआ ?”नौकरः “हजूर ! लड़के की मौत के बाद मैं पेड़ की ओट से बाहर आया और दूतों से पूछाः ‘इसकी रूह (जीवात्मा) कहाँ है, कैसी है ?”वे बोलेः ‘वह जीव हमारे हाथ नहीं आया। मृत्यु तो जिस निमित्त से थी, हुई किंतु वहाँ हुई जहाँ तुलसी का पौधा था। जहाँ तुलसी होती है वहाँ मृत्यु होने पर जीव भगवान श्रीहरि के धाम में जाता है। पार्षद आकर उसे ले जाते हैं।’हुजूर! तबसे मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मरने के बाद मैं बिहिश्त में जाऊँगा कि दोजख में यह मुझे पता नहीं, इससे तुलसी की माला तो पहन लूँ ताकि कम से कम आपके भगवान नारायण के धाम में जाने का तो मौका मिल ही जायेगा और तभी से मैं तुलसी की माला पहनने लगा।’कैसी दिव्य महिमा है तुलसी-माला धारण करने की! इसीलिए हिन्दुओं में किसी का अंत समय उपस्थित होने पर उसके मुख में तुलसी का पत्ता और गंगाजल डाला जाता है, ताकि जीव की सदगति हो जाय।।। जय श्री कृष्णा।।
Summer इस समय 42 से 48 डिग्री तापमान में सड़कें जल रही हैं।गर्म हवा और लूं से हाल बेहाल है।इसी तेज धूप में कुछ लोग हैंजो बिना धूप-छाँव की परवाह किये सड़क पर अपने काम में लगे हैं।धूप में जल रहे हैं...कन्धे पर फटा गमछा..और पैरों में टूटी चप्पल पहने धीरे से पूछ रहे.."कहाँ चलना है भइया..फिनीक्स मॉल."?आइये तीस रुपया ही दीजियेगा।"इसी बीच कोई आईफोन धारी आता है अपने ब्युटीफुल गरलफ्रेंड के साथ..और अकड़ के कहता है.."अरे...हम जनवरी में आये थे तब बीस रुपया दिए थेकइसे तीस रुपया होगा"चलो पच्चीस लेना"गर्लफ्रेंड मुस्कराती है..मानों उनके ब्वायफ़्रेंडजी ने 5 रुपया नहीं 5 करोड़ डूबने से बचा लिया हो..वो हाथ पकड़ के रिक्शे पर बैठतीं हैं और बहुत ही प्राउड फील करती हैं...यही ब्वायफ़्रेंड जी जब केएफसी, मैकडोनाल्ड और पिज़्ज़ा हट में उसी गर्लफ्रेंड के साथ कोल्ड काफी पीने जाते हैं.तो बैरा को 50 रुपया एक्स्ट्रा देकर चले आते हैं।वही गर्लफ्रेंड जी अपने ब्वायफ्रेंड जी की इस उदारता पर मुग्ध हो जातीं हैं...वाह..कितना इंटेलिजेंट हैं न.इस गर्मी में कई बार ये सब सोचकर मैं असहिष्णु होने लगता हूँ।आदमी कितनी बारीक चीजें इग्नोर कर देता है..जाहिर सी बात है की जो बैरा को पचास दे सकता है..वो किसी गरीब बुजुर्ग रिक्शे वाले को दस रुपया अधिक भी तो दे सकता है..लेकिन सामन्यतया आदमी का स्वभाव इतना लचीला नहीं हो पाता..क्योंकि अपने आप को दूसरे की जगह रखकर किसी चीज को देखने की कला हमें कभी नहीँ सिखाई गयी।और आज सलेक्टिव संवेदनशीलता के दौर में ये सब सोचने की फुर्सत किसे है.कई बातें हैं...बस यही कहूंगा कि..इस प्रचण्ड गर्मी में रिक्शे वालों से ज्यादा मोल भाव मत करिये..जब बैरा को पचास देने से आप गरीब नहीं होते तो रिक्शे वाले को पांच रुपया अधिक देने से आप गरीब नहीं हो जायेंगे..हो सकता है..आपके इस पैसे से वो आज अपनी चार साल की बेटी के लिये चॉकलेट लेकर जाए...तब बाप-बेटी की ख़ुशी देखने लायक होगी न।कल्पना करियेगा जरा।जरा सडक़ों पर आइए..एक दिन पेप्सी कोक मत पीजिये...मत जाइये केएफसी, मैकडोनाल्ड और पिज्जा हट।देखिये न कोई गाजीपुर का लल्लन, कोई बलिया का मुनेसर, कोई सीवान का खेदन..अपना घर-दुआर छोड़ बेल का शरबत, दही की लस्सी,आम का पन्ना, और सतुई बेच रहा है..एक सेल्फ़ी उस लस्सी वाले के साथ भी तो लीजिये।जरा झांकिए इनकी आँखों में एक बार गौर से...इनके पीछे..इनकी माँ बहन बेटा बेटी की हजारों उम्मीदें आपको उम्मीद से घूरती मिलेंगी..केएफसी, कोक और मैकडोनाल्ड का पैसा पता न जानें कहाँ जाता होगा..लेकिन आपके इस बीस रुपया की लस्सी से, दस रुपया के बेल के शरबत से और 5 रुपये के नींबू पानी सेकिसी खेदन का तीन साल का बबलू इस साल पहली बार स्कूल जाएगा।किसी मुनेसर के बहन की अगले लगन में शादी होगी।किसी खेदन की मेहरारू कई साल बाद अपने लिए नयी पायल खरीदेगी।वो क्या है की हम आज तक लेने का ही सुख जान पाएं हैं।खाने का ही सुख महसूस कर पाये हैं।लेकिन इतना जानिये की लेने से ज्यादा देने में आनंद है।खाने से ज्यादा खिलाने में सुख है।इतनी गर्मी में इतनी सी संवेदना बची रहे तोहम आदमी बने रहेंगे।
mobile मोबाइल ने हमें 3 बातें सिखाई हैँपहली - जो हमें अच्छा लगे उसे सहेज लें यानि SAVE दूसरी - जिससे दूसरे खुश हों उसे बाटे यानिFARWARD तीसरी - जो किसी को अच्छी न लगे उसे हटा दे यानि DELETEअगर ये हम अपने जीवन में उतार ले तो हम हमेशा सुखी रहेंगे
हार्ट अटैक और angioplasty (stent) का सफल घरेलु उपचार।भारत मैं सबसे ज्यादा मौते कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं। आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व कोलस्ट्रोल बढ़ा हुआ हे। अमेरिका की कईं बड़ी बड़ी कंपनिया भारत मैं दिल के रोगियों (heart patients) को अरबों की दवाई बेच रही हैं ! लेकिन अगर आपको कोई तकलीफ हुई तो डॉक्टर कहेगा angioplasty (एन्जीओप्लास्टी) करवाओ। इस ऑपरेशन मे डॉक्टर दिल की नली में एक spring डालते हैं जिसे stent कहते हैं। यह stent अमेरिका में बनता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डॉलर (रू.150-180) है। इसी stent को भारत मे लाकर 3-5 लाख रूपए मे बेचा जाता है व आपको लूटा जाता है। डॉक्टरों को लाखों रूपए का commission मिलता है इसलिए व आपसे बार बार कहता है कि angioplasty करवाओ। Cholestrol, BP ya heart attack आने की मुख्य वजह है, Angioplasty ऑपरेशन। यह कभी किसी का सफल नहीं होता। क्यूँकी डॉक्टर, जो spring दिल की नली मे डालता है वह बिलकुल pen की spring की तरह होती है। कुछ ही महीनो में उस spring की दोनों साइडों पर आगे व पीछे blockage (cholestrol व fat) जमा होना शुरू हो जाता है। इसके बाद फिर आता है दूसरा heart attack ( हार्ट अटैक ) डॉक्टर कहता हें फिर से angioplasty करवाओ। आपके लाखो रूपए लुटता है और आपकी जिंदगी इसी में निकल जाती हैं।अब पढ़िए उसका आयुर्वेदिक इलाज।अदरक (ginger juice) – यह खून को पतला करता है।यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता हें।लहसुन (garlic juice) – इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है।वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है।नींबू (lemon juice) – इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं।ये रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं।एप्पल साइडर सिरका ( apple cider vinegar) –इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।इन देशी दवाओं को इस तरह उपयोग में लेवें :-एक कप नींबू का रस लें;एक कप अदरक का रस लें;एक कप लहसुन का रस लें;एक कप एप्पल का सिरका लें;चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें, उसमें 3 कप शहद मिला लें, रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएंगी।इसके साथ में अर्जुन की छाल जो की हृदय रोगियों के लिए अमृत सामान हैं, और हृदय की सभी भयंकर बीमारियो के लिए शत प्रतिशत परिणाम देती हैं, इसका एक चम्मच और एक चौथाई चम्मच दाल चीनी का २ गिलास पानी में या (एक गिलास गाय का दूध और एक गिलास पानी मिक्स कर के) इसमें डाले, और इसको आधा रहने तक उबाले, फिर इसको छान कर रात को सोते समय पी ले।अगर लौकी का मौसम है तो सुबह खाली पेट लौकी का जूस निकाले ५-५ पत्ते तुलसी और पोदीना के डाल कर इसमें स्वादानुसार सेंधा नमक डाल सकते हैं, इसको पीजिये।तो ये तीनो प्रयोग हृदय रोगी को करने हैं। ३ महीने के बाद डॉक्टर खुद परेशान हो जायेंगे के उन्होंने आपका ही चेक अप किया था क्या ?आप सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा प्रसारित करें ताकि सभी इस दवा से अपना इलाज कर सकें ; धन्यवाद्
भारत ने सोमवार को अपना पहला स्पेस शटल लॉन्च कर दिया। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) की ये लॉन्चिंग ऐतिहासिक है क्योंकि यह रियूजेबल शटल पूरी तरह भारत में बना है। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 7 बजे लॉन्च किया गया।- स्पेस शटल रियूजेबल लॉन्च व्हीकल-टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर (RLV-TD) से लॉन्च हुआ।- ये व्हीकल स्पेस शटल को ऑर्बिट में छोड़कर एक एयरक्राफ्ट की तरह वापस आने लायक बनाया गया है। इसे दोबारा से यूज किया जा सकेगा।स्पेस मिशन की कॉस्ट 10 गुना कम हो जाएगी- इसरो के इंजीनियर्स का मानना है कि सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में सैटल करने की लागत कम करने के लिए रियूजेबल रॉकेट काफी कारगर साबित हो सकता है।- साइंटिस्ट्स की मानें तो रियूजेबल टेक्नोलॉजी के यूज से स्पेस में भेजे जाने वाले पेलोड की कीमत 2000 डॉलर/किलो (1.32 लाख/किलो) तक कम हो जाएगी।- व्हीकल के एडवान्स्ड वर्जन को स्पेस के मैन्ड मिशन में यूज किया जा सकेगा।एलीट क्लब में शामिल हुआ भारत- अभी ऐसे रियूजेबल स्पेस शटल बनाने वालों के क्लब में अमेरिका, रूस, फ्रांस और जापान ही हैं। चीन ने कोशिश तक नहीं की है। - रूस ने 1989 में ऐसा ही स्पेस शटल बनाया। इसने सिर्फ एक बार ही उड़ान भरी। - अमेरिका ने पहला आरएलवी टीडी शटल 135 बार उड़ाया। 2011 में यह खराब हो गया।फाइनल वर्जन बनाने में 10 से 15 साल लगेंगेएसयूवी जैसा दिखने वाला यह स्पेस शटल अपने ओरिजिनल फॉर्मेट से छह गुना छोटा है। टेस्ट के बाद इसको पूरी तरह से तैयार करने में 10 से 15 साल लग जाएंगे।70 किमी ऊपर गया शटल- RLV-TD की ये हाइपरसोनिक टेस्ट फ्लाइट रही।- शटल की लॉन्चिंग रॉकेट की तरह वर्टिकल रही।- इसकी स्पीड 5 मैक (साउंड से 5 गुना ज्यादा) थी। साउंड से ज्यादा स्पीड होने पर उसे मैक कहा जाता है।- शटल को स्पेस में 70 किमी ऊपर ले जाया जाएगा। - शटल को स्थापित कर व्हीकल 180 डिग्री मुड़कर वापस आ जाएगा।15 साल पहले सोचा था, 5 साल पहले शुरू हुआ काम- स्पेस शटल के लिए 15 साल पहले सोचा गया था। लेकिन सही मायने में काम 5 साल पहले ही शुरू हुआ।- 6.5 मीटर लंबे प्लेन की तरह दिखने वाले स्पेसक्राफ्ट का वजन 1.75 टन है। - इसे एटमॉस्फियर में स्पेशल रॉकेट बूस्टर की मदद से भेजा गया।- सॉलिड फ्यूल वाला स्पेशल बूस्टर फर्स्ट स्टेज रही। ये RLV-TD को 70 किमी तक ले गई।- इसके बाद RLV-TD बंगाल की खाड़ी में नेविगेट करा लिया गया।- स्पेस शटल और RLV-TD पर शिप्स, सैटेलाइट और राडार से नजर रखी गई। - चूंकि इसकी स्पीड साउंड की स्पीड से 5 गुना ज्यादा थी, इसलिए लैंडिंग के लिए 5 किमी से लंबा रनवे जरूरी था। लिहाजा, इसे जमीन पर नहीं उतारने का फैसला लिया गया।बंगाल की खाड़ी में लैंडिंग- ये पहली बार हुआ कि शटल को लॉन्च करने के बाद व्हीकल बंगाल की खाड़ी में बने वर्चुअल रनवे पर लौटाने का फैसला किया गया।- समंदर के तट से इस रनवे को करीब 500 किमी दूर बनाया गया।- साइंटिस्ट्स का कहना है कि RLV-TD को पानी पर तैरने के लिहाज से डिजाइन नहीं किया गया।- विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के डायरेक्टर के. सीवान के मुताबिक, 'आने वाले 10 साल में हम पूरी तरह रियूजेबल लॉन्चिंग व्हीकल तैयार कर लेंगे।'- 'ये एयरक्राफ्ट की तरह लैंड करेगा और दोबारा यूज किया जा सकेगा।'- इससे पहले सीवान ने कहा था, 'हनुमान की लंबी छलांग की दिशा में हमारा ये पहला छोटा कदम है।'और क्या कहते हैं डॉक्टर सीवान?- '45 किमी की ऊंचाई पर पहुंचने पर बूस्टर अलग हो जाएंगे और व्हीकल 70 किमी तक शटल को जाएगा।'- 'फिलहाल, ये टेस्टिंग है। पहली फ्लाइट का वजन 1.7 टन है और इसके बनने में करीब 6 साल लगे। ये ऑपरेशनल रिजूयेबल लॉन्च व्हीकल से 5 गुना छोटा है।'कलामयान हो सकता स्पेस शटल का नाम...- जानकारी के मुताबिक, स्पेस शटल का वजन स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) जितना होगा।- बता दें कि कई देश रियूजेबल लॉन्च व्हीकल के आइडिया को खारिज कर चुके हैं।- साइंटिस्ट्स की मानें तो अगर सब कुछ ठीक रहा तो स्पेस शटल का नाम 'कलामयान' रखा जाएगा।क्या है RLV-TD?- RLV-TD अमेरिकन स्पेस शटल की तरह ही है।- RLV-TD के जिस मॉडल का एक्सपेरिमेंट किया जाएगा, वह इसके लास्ट मॉडल से 6 गुना छोटा है। - RLV-TD का फाइनल वर्जन बनने में 10-15 साल लगेंगे।