शुक्रवार, 20 मई 2016

" लब्ज़ ही ऐसी  चीज़  है        जिसकी वजह  से  इंसान    या  तो  दिल  में  उतर  जाता  है       या दिल से उतर  जाता  है "     ज़िन्दगी  के इस  कश्मकश  मैं     वैसे तो  मैं  भी काफ़ी बिजी  हुँ ,      लेकिन  वक़्त  का  बहाना  बना कर ,अपनों  को भूल जाना मुझे आज भी नहीं आता !जहाँ यार याद न आए वो तन्हाई किस काम की, बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की,  बेशक अपनी मंज़िल तक जाना  है ,            पर  जहाँ से अपना दोस्त ना दिखे               वो ऊंचाई  किस  काम  की ..

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