बुधवार, 25 मई 2016

[ अज्ञानी व्यक्ति गलती छिपाकरबडा बनना चाहता है ।औऱज्ञानी व्यक्ति, गलती मिटाकर बडा बनना चाहता है ।हम मरेगें भी तो उस अंदाज सेजिस अंदाज में लोग जीनेको भी तरसते है ।।हम तो रह गए प्यासे लेकिन...वो हमारी पलकों को पानी दे गए...तुम जिस रिश्ते से आना चाहो आ जाना..मेरे चारो तरफ''मोहब्बत ही मोहब्बत है''मुकद्दर जिनके ऊँचे और अल्लाह बख्त होते है.. जिन्दंगी में इम्तिहान उन्ही के सख्त होते है“जब तक आपका सामना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी से नहीं हो जाता।तब तक आपको अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में पता नही चलता"॥किया फिर तुमने रोता देखकर दीदार का वादाकि फिर बहते हुए पानी पै बुनियादे-मकां रख दी..मुकद्दर जिनके ऊंचे और आलाबख्त होते हैं..ज़िन्दगी में इम्तिहान उन्हीं के सख्त होते हैं..

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