गुरुवार, 26 मई 2016

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-🏆'राम मैं तुमसे हर बात में श्रेष्ठहूँ।🏆जाति मेरी ब्राह्मण हैं, जो तुमसेश्रेष्ठ है।🏆आयु में भी तुमसे बड़ा हूँ।🏆मेरा कुटुम्ब तुम्हारे कुटुम्ब सेबड़ा है।🏆मेरा वैभव तुमसे अघिक हैं।🏆तुम्हारा महल स्वर्णजड़ित हैपरन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्णनगरी है।🏆मैं बल और पराक्रम में भी तुमसेश्रेष्ठ हूँ।🏆मेरा राज्य तुम्हारे राज्य सेबड़ा है।🏆ज्ञान और तपस्या में तुमसे श्रेष्ठहूँ।🏆इतनी श्रेष्ठताओं के होने पर भीरणभूमि में मैं तुमसे परास्त होगया।👉👉सिर्फ इसलिये कितुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है, और मेरा भाई मेरे खिलाफ..............????🙏 बिना भाई के साथ के जब रावण हार सकता है तो हम किस घमंड में है ..? सदा साथ रहिये सदा विजय रहिये ......सभी को कोशिश करनी चाहिए की कभी परिवार टूटे नही।अंदरुनी एकता बनाये रखो । क्योकि-''किसी भी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता ।'

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