गुरुवार, 5 मई 2016
उज्जैन में भारी बारिश से साधु-संतों के कई पांडाल ध्वस्त।उज्जैन । उज्जैन में गुरूवार शाम 4.30 बजे अचानक शुरू हुई तेज बारिश ने पूव्रे सिंहस्थ मेला क्षेत्र को तरबतर कर दिया।बारिश के साथ कई जगह ओले भी गिरे। एक घंटे से जारी बारिश से मेला क्षेत्र में हर जगह कीचड़ फैल गया है। कई जगह साधु-संतों के पांडाल भी ध्वस्त हो गए हैं। 6 मई को अमावस्या पर होना है पर्व स्नान, बढ़ी प्रशासन की मुश्किलें...- दोपहर तक मौसम का मिजाज ठीक था लेकिन 4 बजते ही आसमान पर बादल छाने लगे और थोड़ी देर बाद मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। - अचानक शुरू हुई बारिश से सारी व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई। कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई तो कुछ पांडाल ध्वस्त हो गए। - मेला क्षेत्र का बड़ा हिस्सा गांव की कच्ची जमीन पर बसाया गया है, इस कारण तेज बारिश के चलते मेला क्षेत्र में जगह-जगह कीचड फ़ैल गया है। - उज्जैन में इस समय पंचक्रोशी यात्रियों के जत्थों का आना शुरू हो गया है।- कल यानि 6 मई को अमावस्या पर सिंहस्थ में पर्व स्नान होना है, इसमें 15 लाख पंचक्रोशी यात्रियों सहित लगभग 25 लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।- गुरुवार शाम को शुरू हुई बारिश के लगातार तेज होने से प्रशासनिक अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गई हैं।- पहले ही कई मामलों में साधु-संतों का विरोध झेल रहे प्रशासन के सामने बारिश ने नई चुनौती खड़ी कर दी है।- कुछ जगह साधु संतों के पांडाल और अखाड़ों में रखी गाड़ियां कीचड़ में धंस गई हैं, इन्हें निकालना मुश्किल हो गया है। - सिंहस्थ में बारिश का ये संभवतः पहला मौका है, मेला प्रशासन ने बारिश के हिसाब से कोई तैयारी नहीं की थी इसलिए व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं। - कुछ साधु-संत इस बारिश को चांडाल योग का नतीजा भी बता रहे है।
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