शुक्रवार, 6 मई 2016

दिनांक ०६ मई २०१६ दिन शुक्रवार संवत् २०७३ शक संवत् १९३८ बसन्त ऋतु बैसाख मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि २५:०० तक फिर प्रतिपदा तिथि अश्विनी नक्षत्र १०:२३ तक फिर भरणी नक्षत्र आयुष्मान योग १७:१६ तक फिर सौभाग्य योग मेष राशि में चन्द्रमा स्नान दान की अमावस्या आज का सुविचार भगवान कहते हैं " मैं किसी के भाग्य का निर्माण नहीं करता, हर कोई अपने भाग्य का खुद ही निर्माण करता है, तुम आज जो कर रहे हो उसका फल तुम्हें कल मिलेगा, और आज जो तुम्हारा भाग्य है वह तुम्हारे पूर्व में किये गए कर्मों का परिणाम है " निरोगी काया अनमोल रत्न क्यों झाड़ू को घर में छुपा के रक्खे जिस प्रकार धन को छुपाकर रखते हैं उसी प्रकार झाड़ू को भी घर में आने जाने वालों की नज़रों से दूर रखें। वास्तु विज्ञान के अनुसार जो लोग झाड़ू के लिए एक नियत स्थान बनाने की बजाय कहीं भी रख देते हैं, उनके घर में धन का आगमन प्रभावित होता है। इससे आय और व्यय में असंतुलन बना रहता है। आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है- वास्तु विज्ञान के अनुसार झाड़ू सिर्फ घर की गंदगी को दूर नहीं करती है बल्कि दरिद्रता को भी घर से बाहर निकालकर घर में सुख समृद्घि लाती है। झाड़ू का महत्व इससे भी समझा जा सकता है कि रोगों को दूर करने वाली शीतला माता अपने एक हाथ में झाड़ू धारण करती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि झाड़ू में लक्ष्मी का अंश होता है। जहां झाड़ू का अपमान होता है वहां धन की हानि होती है- जिस प्रकार देवी लक्ष्मी को आदर देते हैं उसी प्रकार झाड़ू को भी सम्मान दें। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि इसे फूल अक्षत और प्रसाद चढ़ायें। झाड़ू को आदर देने का मतलब है इसे कभी पांव नहीं लगाएं। जब भी घर की गंदगी साफ करें इसे अच्छी तरह साफ करके घर में नियत स्थान में रख दें- देश के विभिन्न भागों में झाड़ू से संबंधित कई मान्यताएं हैं। एक मान्यता के अनुसार शाम के समय सूर्यास्त के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए इससे आर्थिक परेशानी आती है उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में मान्यता है कि झाड़ू को हमेशा लेटाकर रखना चाहिए। झाड़ू को खड़ा करके रखने पर कलह होता है- जो लोग किराये पर रहते हैं वह नया घर किराये पर लेते हैं अथवा अपना घर बनवाकर उसमें गृह प्रवेश करते हैं तब इस बात का ध्यान रखें कि आपका झाड़ू पुराने घर में न रह जाए। मान्यता है कि ऐसा होने पर लक्ष्मी पुराने घर में ही रह जाती है और नए घर में सुख-समृद्घि का विकास रूक जाता है व घर में बीमारी और दरिद्रता का वास होने लगता है । 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें