मंगलवार, 3 मई 2016

एक टी.वी. पत्रकार एककिसान का इंटरव्यू ले रहा था...पत्रकार : आप बकरे को क्या खिलाते हैं...??किसान : काले को या सफ़ेद को...??पत्रकार : सफ़ेद को..किसान : घाँस..पत्रकार : और काले को.??किसान : उसे भी घाँस..पत्रकार : आप इन बकरों को बांधते कहाँ हो.??किसान : काले को या सफ़ेद को...??पत्रकार : सफ़ेद को..किसान : बाहर के कमरे में..पत्रकार : और काले को...??किसान : उसे भी बाहर के कमरे में...पत्रकार : और इन्हें नहलाते कैसे हो...??किसान : किसे काले को या सफ़ेद को...??पत्रकार : काले को..किसान : जी पानी से..पत्रकार : और सफ़ेद को.??किसान : जी उसे भी पानी से..पत्रकार का गुस्सा सातवेंआसमान पर.बोला : कमीने ! जब दोनों के साथ सब कुछ एक जैसा करता है, तो मुझसे बार-बार क्यों पूछता है..काला या सफ़ेद...???? किसान : क्योंकि काला बकरा मेरा है...पत्रकार : और सफ़ेद बकरा??किसान : वो भी मेरा है... पत्रकार बेहोश... होश आने पे किसान बोला अब पता चला कमीने जब तुम एक ही न्यूज़ को सारा दिन घुमा फिरा के दिखाते हो हम भी ऐसे ही दुखी होते है।

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