शुक्रवार, 6 मई 2016

कभी किसी अंधे का मजाक ना करे ।।एक अँधा आदमी एक फाइव स्टार होटलमेंगया !होटल मैनेजर ने उससे पूछा :- येहमारा मीनू है, आप क्या लेंगे सर?अंधा आदमी :- मैं अँधा हूँ, आपमुझेअपनी किचन से, चम्मच को आपके खानेकेआइटम में डुबोकर ला दें, मैं उसेसूंघ कर,आर्डर कर दूँगा!मैनेजर को यह सुनकरबड़ा ही आश्चर्य हुआ,उसने मन ही मन में सोचा कि, कोईआदमी सूंघकर कैसे बता सकता हैकि हमनेआज क्या बनाया है, पकाया है !मैनेजर ने जितनी बार भी, अपनेअलग-अलगखाने के आइटम में, चम्मच डुबाकर,अँधेआदमी को सुंघाई, अंधे नेसही बताया कि वो क्या है,और अँधे ने सूंघ कर ही खानेका आर्डरकिया !हफ्ते-भर यही चलता रहा.अँधा सूंघकर, आर्डर देता औरखाना खा करचला जाता !एक दिन मैनेजर ने, अँधेआदमी की परीक्षा लेनेकी सोची कि यहसब एक अँधा आदमी सूंघकर कैसेबता सकता है ?मैनेजर किचन में गया औरअपनी पत्नी मीना से बोला कि, तुमचम्मच को अपने होठो से गीला कर दो !मीना ने चम्मच को अपने होठों पररगड़कर चम्मच मैनेजर को दे दी!मैनेजर ने वो चम्मच अँधेआदमी को ले जा करदी और बोला, बताओ आज हमनेक्या बनाया है ?अँधे आदमी ने चम्मच को सूंघा औरबोला :-.............ओह मायी गोड! मेरी क्लासमेटमीना यहाँ काम करती है !मैनेजर अभी तक बेहोश है।।

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