शुक्रवार, 6 मई 2016

❤🔔❤बीवी चालीसा❤🔔❤ ❤बीवी सेवा सच्ची सेवा !❤❤जो करे वो खाये मेवा !!❤❤जो बीवी के पाँव दबावै !❤❤बस वैकुंठ परम पद पावै ❤❤जो बीवी की करे गुलामी !❤❤ना आये कोई परेशानी !!❤❤जो बीवी की धोवे साड़ी !❤❤उसकी किस्मत जग से न्यारी !!❤ ❤भूत पिशाच निकट नहिं आवै !❤❤जो बीवी के कीर्तन गावै !!❤❤हाथ जोड़ कर कीजिये❤❤पत्नी जी का ध्यान❤❤घर में खुशहाली रहे❤❤हो जाये कल्यान❤❤घरवाली को नमन कर❤❤माला लेकर हाथ ❤❤मुख से पत्नी-वन्दना❤❤बोलो मेरे साथ❤❤जय पत्नी देवी कल्यानी ❤❤माया तेरी ना पहचानी !!❤❤तुमसे सारे देवता हारे !❤❤डर से थर-थर कांपें सारे ❤❤नहिं चरित्र तुम्हरा कोई जाना !❤❤नर क्या ईश्वर ना पहचाना !!❤❤अपरम्पार तुम्हारी माया !❤❤कोई इसका पार न पाया !!❤❤लगो देखने में तुम गुड़िया !❤❤हो लेकिन आफत की पुड़िया !!❤❤हे मेरे बच्चों की माता !❤❤तुम हो मेरी भाग्यविधाता !!❤❤है बेलन हथियार तुम्हारा !❤❤जब चाहा सिर पर दे मारा !!❤❤ऐसी तेरी निकले बोली !❤❤जैसे हो बंदूक की गोली !!❤ ❤हम तुमसे डरते हैं ऐसे !❤❤चोर पुलिस से डरता जैसे !!❤ ❤ऐसा है आतंक तुम्हारा !❤❤बिच्छू जैसा डंक तुम्हारा !!❤❤करे पति जो पत्नी-सेवा !❤❤मिलती उसको सच्ची मेवा !!❤❤पत्नी-वन्दना जो कोई गावे !❤❤जीवन में कोई कष्ट न पावे !!❤❤प्रभु दीक्षित कर पत्नी-वन्दन❤❤पत्नी का कर लो अभिनन्दन !!❤❤वन्दहु पत्नी मुख-कमल❤❤गुण-अवगुण की खान !❤❤मिले नहीं बिन आपके,❤❤पतियों को सम्मान !!❤❤❤!बोलो पत्नी रानी की ......!❤❤

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